दिवाली डी -टोक्स.फीस्टिंग ,फास्टिंग फोर वीक्स ऑफ़ बेलेंस्ड डाईट विल हेल्प यु गीयर अप फॉर विंटर वेडिंग्स एंड ईयर एंड बिन्ज़िज़ (हिन्दुस्तान टाइम्स ,नवम्बर ७ ,२०१० )।
दुर्गा पूजा ,इफ्तार और दस -हरा -दिवाली से लेकर नए साल की मौज मस्ती के बाद सर्दियों की ब्याह्शादी में जीमते हुए यकीन मानिए महा -नगर वासी अपना वजन सालाना तौर पर ५१ %बढा लेते हैं ।
इसका खामियाजा कमर के बढ़ते माप को (कटि -प्रदेश ,वेस्ट -लाइन )को ही नहीं हमारे लीवर (यकृत ),गुर्दों (किड -नीज ) ,इंटेस -टा -इन्स को भी रात दिन लगातार काम करके चुकाना पड़ता है .ताकि ज़रुरत से ज्यादा खाए पिए से पैदा विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर किया जा सके ।
तीज -त्यौहार के मौके पर व्यापारी की वणिक वृत्ति ,लाभ कमाने की लालसा खुल कर खेलती है .खोये से बनी मिठाइयां मिलावट का अपवाद नहीं नियम बनती आईं हैं यहाँ तक कि डिब्बाबंद साख वाली मिठाइयां भी (कथित ब्रान -दिड मिठाइयां )मिलावट कि मार से जीवाणु और धातु से पैदा संदूषण (मेटल कंटा -मिनेंट्स )कि मार से बच नहीं पाई हैं इस बाट कि पुष्टि उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इसी सप्ताह कीहै ।
कबाब ,शराब और शबाब में से पहला बेहद संदूषित पाया गया है .मेले ठेलो में सब ठेलम -ठेला है .डैरीआधारित खाद्यों में दूध का विकल्प इमल्सीफायर के तौर पर वानस्पतिक तेलों में ,डीटर -जेंट्स (कपडे धोने के सस्ते पाउडर ),कास्टिक सोडा (कपडे धोने का सोडा )यूरिया (खाद )शक्कर और साल्ट से तैयार किया जाता है .आखिर एमल्सिफिकेसन के लिए यह सब करना मिलावट खोरों की मजबूरी बन जाता है .(बान हारे की बान न जाए ,कुत्ता मूते टांग उठाय )।
समाधान क्याहै ? दावतें उड़ाने के बाद शरीर को कैसे विष -मुक्त (डितोक्स )किया जाए ?सभा, जलसों में तो आपको खाना ही पडेगा ,सलाद खाकर तो आप पेट नहीं भरेंगे .फिर किया क्या जाए ?
चार सप्ताह का संयम , संतुलित आहार, शरीर को विष मुक्त कर सकता है आइन्दा दावत उड़ाने के लिए तैयार भी कर सकता है ।
आप दस -बारह ग्लास तरल (पानी ,चाय ,कोफी ,ताज़े फलों के ज्युऊस )रोजाना लेतें रहें .कुछ भी दस्तावर इस दरमियान आपको नहीं लेना है .लेग्ज़ेतिव्स शरीर को खोखला करके रख देंगे .पुष्टिकर तत्वों की कमी के अलावा शरीर में पानी की कमी होगी सो अलग .केवल पानी ,रा -फ्रूट्स और वेजितेबिल्स से कुछ नहीं होने वाला है .गिरते पड़ते शरीर को एक लात और लगेगी .ईटिंग डिस -ऑर्डर्स के अलावा इन हरकतों से आप अपने दिल और बड़ी आंत को भी डेमेज कर सकतें हैं .डितोक्स का कोई क्रेश प्रोग्रेम न खरीदें .
खाद्य रेशे बहुल चीज़ों का सेवन कीजिये .औरतों को रोजाना २५ ग्रेम तथा मर्दों को ३८ ग्रेम खाद्य रेशे लेते रहना चाहिए (जब तक कि कोई मेडिकल कंडीशन न हो जिसमे ऐसा करना वाजिब न समझा जाए आपके चिकित्सक द्वारा .).ओट- पुरीज़ ,ओट -मिल्स ,दलिया ,उपमा ,लेग्युम्स ,फलियाँ (बीन्स ),मोटे अनाज ताज़े फल और तरकारियाँ (मोटा रूल खाने के बाद आपको टूथ -पिक कि ज़रुरत पड़े .).आप को ज्यादा तृप्ति का एहसास होगा .भूख देर तक नहीं लगेगी .शक्कर युक्त खाद्य खाने के बाद अपेक्षा कृत जल्दी भूख लग आती है .नट्स (अखरोट ,बादाम यदि मयस्सर है तो चूकिए मत ,ज़रूर खाइए ,दो अखरोट या फिर एक मुठ्ठी बादाम )।
यदि आपका इलाज़ चलता रहा है किसी भी जीवन शैली रोग कि वजह से तब बिला -नागा ब्लड सुगर ,लिपिड प्रोफाइल ,ब्लड प्रेशर कि जांच के लिए अपने चिकित्सक के पास ज़रूर पहुँचिये ,ठण्ड के पूरी तरह मौसम पर छाने से पहले . डितोक्स आप करें न करें ,चेक अप लाजिमी तौर पर करवाएं .तजवीज़ कि गई खुराख (प्रेस्क्रिप्सन डाईट से आप छिटके रहें हैं आप जानतें हैं और अच्छी तरह से मानतें हैं ।).
याद रहे जनवरी में डाय -बितीज़ ,हाई -पर्टेंसन के मामले ज्यादा पेचीला हो जातें हैं .इनका बेहतर विनियमन कीजिये .
मंगलवार, 9 नवंबर 2010
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