मंगलवार, 2 नवंबर 2010

पृथ्वी की नियति तय करेंगे 'क्लैमेट्स गेम्स '.?

क्लाइमेट गेम्स लेट यु डिसाइड अर्थ्स फैट(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,नवम्बर २ ,२०१० )।
सिर्फ एक आदमी भी पृथ्वी को जलवायु परिवर्तन की मार से बचा सकता है .जानतें हैं ,कैसे ?ब्रितानी साइंसदानों ने एक ऐसा कंप्यूटर गेम विकसित कर लिया है जो हमारे ग्रह को जलवायु परिवर्तन जन्य तबाही से बचा सकता है ।
'फैट ऑफ़ दी वर्ल्ड 'कंप्यूटर गेम आम आदमी को एक अंतर -राष्ट्रीय पर्यावरण संस्था का अलिखित ,अपंजीकृत सदस्य बना देता है .फैसला इस आम जन के हाथों में है वह मदर प्लेनेट को जीव-अवशेषी ईंधनोंके निरंतर और अधिकाधिक स्तेमाल से पैदा उत्सर्जन से विनष्ट हो जाने के करीब ले आता है या फिर उसके पासइस ईंधन के ग्रीन विकल्प हैं ,जो ग्रीन हाउस गैस पैदा नहीं करते हैं ।
खिलाड़ी के पास वैकल्पिक ईंधनों से लेकर तमाम तरह के विकल्प रहेंगे .चुनना गुनना उसे ही है .यही विकल्प पृथ्वी को विश्व -व्यापी तापन (ग्लोबल वार्मिंग ),छीजते प्राकृतिक संशाधनों ,बढती आबादी की मार से आइन्दा आने वाले २०० सालों तक बचाए रख सकतें हैं ।
इन खेलों के लिए आंकड़े वास्तविक क्लाइमेट मोडल्स से ही जुटाए जायेंगे .साइंसदानों और आर्थिक विशेषज्ञों की सलाह की खिलाड़ियों को मिलती रहेगी ।
बेशक 'फैट ऑफ़ दी वर्ल्ड 'मेन -स्ट्रीम एक्शन गेम्स 'से थोड़ा हठकर हैं ,लेकिन इस दौर में एक सामूहिक पर्यावरण चेतना की ही दरकार है ,आम -ओ -ख़ास से .

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