एक ताज़ा अध्धय्यन के मुताबिक नींद की आदत में सुधार के लिए रात की पाली में काम करने वालों को कोफी से परहेज़ रखना चाहिए ।
जुली करीअर के नेत्रित्व में मोंत्रीयल विश्व -विद्यालय के मनोविज्ञानियों ने बतलाया है ,कोफी का मुख्य उप -उत्पाद (बाई -प्रोडक्ट )केफीन नींद में खलल पैदा करता है ,उम्र के साथ इसमे और भी इजाफा होता जाता है ।
खासकर एक तरफ़ बढ़ती उम्र का असर और दूसरी तरफ़ केफीन का दुष्प्रभाव प्रौढा -वस्था में नींद को ज्यादा असर ग्रस्त बनाता है ।
(दी कंबाइंडइन्फ्लुएंस ऑफ़ एज एंड केफीन मेक्स दी स्लीप ऑफ़ मिडिल एजिद सब्जेक्ट्स पट्टी -क्युलारली वल्नारेबिल तू दी सर्कादियन वेकिंग सिग्नल ।)
सन्दर्भ सामिग्री :-"एवोइड कोफी ड्यूरिंग नाईट शिफ्ट्स "(टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,नवम्बर ६ ,२००९ ,पृष्ठ १९ )
प्रस्तुति :-वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )
शनिवार, 7 नवंबर 2009
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