नोर्वे में दो लोगों की एच १ एन १ इन्फ़्ल्युएन्ज़ा वायरस -ऐ से मौत के बाद उनके जिस्म से इस विषाणु की खतरनाक उत्परिवर्तित किस्म मिली है .जबकि एक व्यक्ति अभी गंभीर रूप से बीमार है इसी विषाणु से संक्रिमित होने के बाद ।
यह नोर्वे में इस म्युतेतिद किस्म से होने वाली पहली मौतें हैं .दोनों के ही शरीर से नमूने लेकर विश्व -स्वास्थ्य संगठन जांच के काम में जुट गया है .अलबत्ता अभी इस बात की किसी को भी भनक नहीं है ,क्या यह उत्परिवर्तित किस्म अन्यइंसानों को भी कहीं संक्रमण की चपेट मेंतो नहीं ले लेगी ।
चिंता यह भी है ,एच १ एन१ इन्फ़्ल्युएन्ज़ा वायरस अब पूर्वी यूरोप और एशिया की तरफ़ बढ़ रहा है ,पश्चिमी यूरोपके कुछ हिस्सों के अलावा और अमरीका में भी यह पहले ही शीर्ष को छू चुका है ।
विश्व -स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़ उत्तरी गोलार्द्ध के कुछ हिस्सों में इस बीमारी ने शिखर को छू लिया है .अप्रेल २००९ में स्वेन फ्ल्यू की इस नै किस्म के दिखलाई देने के बाद से अब तक दुनिया भर में कुल ६७७० लोग इस बीमारी से ग्रस्त होने के बाद मौर के मुह में चले गए है .अब इस संक्रमण को अंदरूनी स्वास्नी क्षेत्र (डीपर एंड इनर रेस्पैरेत्री ट्रेक्ट )को खतरनाक तरीके से असर ग्रस्त बनाने वाली उत्परिवर्तित किस्म ने चिंता को और भी बढ़ा दिया है .
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