इलिनॉय विश्व -विद्यालय की रिसर्चर एलविरा दे मेजिया "स्लिमिंग सोयाबीन "की ब्रीडिंग (नै किस्म जिसे काया को पतला दुबला बनाए रखने की नीयत से तैयार किया गया है ) के करीब करीब नज़दीक पहुँच गईं हैं ।
आपके अनुसार सोयाबीन की इस करामाती किस्म में एक ऐसी प्रोटीन है जो वसा को एक जगह अड्डा ही नहीं बनाने देती है ,एकत्र नहीं होने देती है फेट को .अलावा इसके "स्लिमिंग सोयाबीन "इन्फ्लेमेशन को कम करती है .इस प्रकार एक दम से सही मिश्र ,सही संरचना (वांछित इन्ग्रेदियेंट्स वाली सोया )तैयार करके खेती किसानी के लिए मुहैया करवाई जा सकती है ।
सन्दर्भ सामिग्री :सून ,सोयाबीन्स फॉर स्लिमिंग (टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अप्रैल ३ ,२०१० )
शनिवार, 3 अप्रैल 2010
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