'स्पेंकिंग किड्स मेक्स देम एग्रेसिव '
न्यू ओर्लीन्स के 'तुलने यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़पब्लिक हेल्थ एंड ट्रोपिकल मेडिसन में संपन्न एक हालिया अध्धययन से पुष्ट हुआ है ,वह बच्चे जिन्हें बचपन में धौल जामाए जातें हैं ,खुले हाथ से जिनके नितम्बों पर गाहे बगाहे प्रहार किया जाता है उनके आगे चलकर दोगुना ज्यादा आक्रामक हो जाने का खतरा पैदा हो जाता है ,बनिस्पत उनके जो स्पेंकिंग से बचे रहतें हैं ।
यह आक्रामक बच्चे तरह तरह से फ़ैल मचातें हैं .बात बात पर अपने साथियों के साथ मार पीट पर उतारू हो जातें हैं ,चीज़ों को तोड़ना फैंकना शुरू कर देतें हैं .इनका व्यवहार भी अपने साथियों से बदतर किस्म का रहता है .अपने आप को तीस मार खान समझने लगतें हैं यह बच्चे ।
पीडियाट्रिक्स बाल साहित्य पत्रिका में इस अध्धययन के नतीजे प्रकाशित हैं .
बुधवार, 14 अप्रैल 2010
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