फाई -ज़र दवा कम्पनी के लिए कार्यरत साइंसदानों की एक टीम ने एक ऐसे पदार्थ का पता लगालेने का दावा पेश किया है जो औरतों को काम उत्तेजना के शीर्ष पर पहुंचाने में मददगार साबित होगी .इसे फिमेल व्याग्रा कहा जा रहा है दरअसल दुनिया भर में चालीस फ़साद औरतें 'सेक्सुअल अराउज़ल दिस ऑर्डर 'काम उत्तेजना अभाव से ग्रस्त बतलाई गईं हैं ।इन्हें ओर्गेज़म (आगेंम ,कामशीर्ष)नसीब ही नहीं होता .
जैसे मर्दों में लिंगोथान (इरेक्शन )का मतलब पीनाइल आर्त्रीज़ (शिश्न को रक्त ले जाने वाली नालियों का लबालब हो जाना है ,मोर ब्लड तुवार्ड्स पीनाइल आर्त्रीज़ है वैसे ही औरतों में भी एक्सटर्नल सेक्स ओर्गेंन (लिबिया ,क्लैटोरिस यानी भग-शिश्न ,तथा योनी की ओर उत्तेजना के क्षणों में अतिरिक्त रक्त प्रवाह होने लगता है परिणाम स्वरूप जेनितेलिया )फूल जाता है .यह पदार्थ जिसे युके -४१४,४९५ (ए प्रोटो टाइप ड्रग )कहा जा रहा है ,एक इन्टरनल केमिकल मेसिंजर के ब्रेकडाउन को रोक दे ता है (यानी एक रासायनिक राजदूत के टूट जाने को मुल्तवी रखता है ).यही मेसिंजर यौन उत्तेजना के क्षणों में अतिरिक्त रक्त प्रवाह करवाता है एक्सटर्नल सेक्सुअल ओर्गेंस की तरफ ।
साइंस दानों ने पता लगाया है ,पेल्विक नर्व (श्रोणी प्रदेश की नस )को विद्युत उत्तेजन देने से जेनितेलिया (फिमेल सेक्सुअल ओर्गेंन )की और अतिरिक्त रक्त बहने लगता है ,यह दवा इस प्रक्रिया को तेज़ करने में मददगार सिद्ध हो सकती है .
सन्दर्भ -सामिग्री :कमिंग सून ,ए फिमेल व्याग्रा (टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अप्रैल १५ ,२०१० )
गुरुवार, 15 अप्रैल 2010
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