कैफीन एक सफ़ेद रंगी क्रिस्टलीय जेंथींन एल्केलोइड है. यह एक उत्तेज़क पदार्थ है ,स्तिम्युलेंत है जो आमतौर पर कोफी ,चाय ,कोला नट्स में मौजूद रहता है .सोफ्ट ड्रिंक्स (कोला पेय )कोकोआ ,दवाओं और दर्द नाशी के बतौर भी यह काम में लिया जाता है ।
कैफीन का शरीर में बाहुल्य कैफीनिज्म की वजह बन सकता है .जिसके फलस्वरूप डायरिया ,हाई -पर -टेंशन ,पेल्पितेसंस ,एक्स्सलेरितिद ब्रीद -इंग तथा इन्सोमिनिया (अनिद्रा )के लक्षण पैदा हो सकतें हैं ।
मोडरेशन इस दा की .:कैफीन से एड्रीनेलिन का स्राव होता है. मोडरेशन में इसका स्तेमाल एलर्ट -नेस को बढाता है ,चुस्ती बनी रहती है .पेशियों की सक्रियता का स्तर बढ़ जाता है .नर्वस सिस्टम और दिल भी ठीक रहतें हैं ।
लेकिन इसका बहुत अधिक सेवन लॉन्ग टर्म स्ट्रेस जैसा असर छोड़ता है ।
अलबत्ता लत पड़ जाने पर यकदम बंद मत कीजिये इसका सेवन .विद्रोवल -सिंड्रोम की चपेट में आ सकतें हैं आप .धीरे धीरे और दीर्घावधि में ,ओवर ए पीरियड ऑफ़ टाइम ही इसका स्तेमाल कम कीजे ।
एड्रीनेलिन :एक हारमोन है जिसका स्राव एड्रिनल -ग्लेंड्स करतीं हैं .कुछ नर्व -एन्दिंग्स भी एड्रीनेलिन स्रावित करतीं हैं .यह स्ट्रेस -रिएक्शन के तहत होता है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-हाउ मच कैफीन आर यूं अलाउद ?(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अप्रैल २८ ,हार्ट -दाई -जेस्त ,विन्डोज़ ,पेज -कवर )
बुधवार, 28 अप्रैल 2010
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