सोमवार, 15 मार्च 2010

"हीटर" बीज यानी लिविंग रेदीयेतार्स

हीटर बी देट वार्म्स हाइव फ़ाउंड(टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मार्च १५ ,२०१० )
आखिर मधुमख्खियों की कामयाब सामाजिक जिंदगी का राज़ साइंसदानों के हाथ लग ही गया .विज्ञानी अब इस बात पर बेहतर तरीके से रौशनी डाल सकतें हैं ,कैसे मधु मख्खियों की सामाजिक जिंदगी बहुत ही व्यवस्थित और नियंत्रित तरीके से चलती रहती है .विज्ञानियों ने एक "हीटर बी "का पता लगाया है जो मधु मख्खी के छत्ते को ज़रूरी गर्माहट प्रदान किये रहती है .इसे एक "लिविंग रेडियेटर "कहा जा रहा है .सेंट्रल हीटिंग की मानिंद यह छत्ते को गरमाए रहती है .ये हीटर बी ही नन्ने -मुन्नों को एक सोफ्ट वेयर देती है .बतलाती है आगे जाकर किसको क्या करना है .(अलोटमेंट ऑफ़ वर्क ).और इस प्रकार यह कालोनी संप्रभुता संपन्न बनी रहती है .स्वायत्त और नियमित और एक दम से सुव्यवस्थित .

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