जापानी रिसर्चरों ने एक सुपर -इलास्टिक आयरन -अलॉय (आयरन से युक्त धातुओं का मिश्र )तैयार कर लिया है .इसका स्तेमाल एक तरफ भूकंप रोधी इमारतों में किया जासकेगा दूसरी तरफ शानदार स्टेंट्स परि-हृदय -रोगों से छुटकारा दिलवाने के लिए इस मिश्र धातु से बनाए जा सकेंगें .बला की प्रत्या -स्थित -ता है इस मिश्र में .यह भू कंप के झटके झेलने के बाद अपनी पूर्व स्थिति में लौट आता है .इसमें इकाई स्ट्रेंन पैदा करने के लिए अपेक्षा कृत ज्यादा स्ट्रेस (फ़ोर्स पर यूनिट एरिया )लगाना पड़ता है इसीलिए यह सुपर इलास्टिक है ।
अति -विकसित /परिष्कृत हृद एवं दिमागी शल्य चिकित्सा में इसका स्तेमाल किया जा सकेगा .इसे ब्लड वेसिल्स सेज्यादा महीन ट्यूब्स में ढाला जा सकेगा .आप जानतें हैं एक ग्रेम गोल्ड (स्वर्ण धातु )से २ किलोमीटर लंबा तार तैयार किया जा सकता है क्योंकि गोल्ड सबसे ज्यादा दक्ताइल धातु है यानी इसके महीन तर तार खींचे जा सकतें हैं .यही हाल इस सुपर -एलॉय का है .इसका मेग्नेताइज़ेशन भी बदल जाता है .परिवर्तन शील है इसका चुम्बकीय करण।बला की तन्यता (दक्तिलिती )है इस मिश्र धातु में .
इसका स्ट्रेस लेविल निकिल -टिटेनियम मिश्र से दोगुना है ।
आप जानतें हैं ,स्टेंट्स एक बाल पेन के रिफिल सी अति महीन ट्यूब का नाम है जो धमनी को कोलेप्स होने से बचाए रहता है .यह मिश्र धातु इसके लिए सर्वोत्तम साबित हो सकता है .इस से तैयार स्टेंट्स का स्तेमाल ब्रेन के लिए भी हो सकेगा .यही कहना है टी .ओमोरी का .आप तोहोकू यूनिवर्सिटीज़ ग्रेज्युएत स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग से सम्बद्ध हैं ।
सन्दर्भ सामिग्री :इलास्टिक आयरन देत कें दिफाई कुएक्स (टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मार्च २० ,२०१० )
शनिवार, 20 मार्च 2010
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