ओरल केंसर (मुख केंसर )जिसमे ओरल केविटी (हलक ),ज़बान (जीभ )ज़बडे (गम्स )गालों का अंदरूनी अस्तर (बक्कल मुकोसा )ग्रसनी (फ़रींक्स यानी भोजन और साँस मार्ग को उदर से जोड़ने वाला रास्ता ) आदि का केंसर शामिल है -एक लाइफ स्टाइल डिज़ीज़है जिस से साफ़ बचाजा सकता है -तम्बाखू का बहुविध सेवन ,स्मोकिंग पान मसाला आदि छोड़ दीजिये ।
भारत में चालीस फीसद मर्द ओरल केंसर की चपेट में हैं तो इसकी एक वजह -तम्बाखू का धूम्र -हीन सेवन भी है -पान सुराग पान मसाला -वाह ,पान मसाला खाने वालों की बात ही और है ।
जानियेगा क्यों होता है -ओरल केंसर ,क्या क्या जोखिम हैं ,रिस्क फेक्टर्स हैं ?जानतें हैं आप जल्दी शिनाख्त हो जाने और पुख्ता इलाज़ से केंसर से छुटकारा सम्भव है .यही कहना है -विकिरण चिकित्सा के माहिर केंसर विद विभागा -अध्यक्ष ,रेडियो -ओंकोलाजी ,धरम शाला केंसर हॉस्पिटल और रिसरच सेंटर ,धरम शाला का ।
काजिज़ एंड रिस्क फेक्टर्स :-८५ फीसद मामलों में तम्बाखू का चलन और साथ में शराब का सेवन करने वालों के लिए ओरल केंसर्स का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है ।
अलवा इसके पूअर ओरल हाई -जीन (दांतों की साफ़ सफाई ठीक से ना करना ,ले देकर दिन में एक ही बार ब्रश करना आदि ) और पेपिलोमा वाय -रस का इन्फेक्शन (संक्रमण ) भी ओरल केंसर के मामलों के लिए कमोबेश जिम्मेवार ठहराए गए हैं ।
केंसर पूर्व की स्तिथि को पहचानिये :-जबान और हलख में सफ़ेद निशाँ चकत्ते ल्यूकोप्लेकिया है ,टंग -क्लीनर से साफ़ नहीं होंगे ये चकत्ते ।
रेड पेचिज़ (लाल धब्बे )एरिथ्रो -प्लेकिया हो सकता है .अनदेखी मत कीजिये इनकी यही केंसर पूर्व की स्तिथि हो सकती है -जल्दी रोग निदान का मतलब है -समय रहते रोग मुक्ति ।
कितने दुर्भाग्य की बात है (विज्ञापन खोरों के लिए शर्म की )पचास लाख बच्चे पान मसाला ,गुटखा की लत पाले हैं ।
जिन लोगों को (ऐसे ही लोग हैं वह जिनकी जीवन शैली तम्बाखू की बहुविध लत पाले है ) ओरल केंसर का ख़तरा ज्यादा है उन्हें वार्षिक जांच के लियी आगे आना चाहिए .
chetaavni detaa hai oral kensar ,vaarning saains ko pehchaaniye :-dhabbe apnaa rang badal sakten hain .(red brown or bleck spot s /patches ).
Raised growth ,swelling or lump
Bleeding (raktsraav )
Tingling (jalan chubhan ,tvaachaa me ,chamdi me jhanjhanaahat ,uttejnaa aadi ).
Burning or numbness in tongue or lip
pain anywhere in the mouth .
painful sensitive or loose teeth
difficulty in swallowing or talking
Early Detection :-Early detection is the key to cure .Like brest examinations oral cavity should be periodically examined .
You just need a dressing table and a heart for self examination and self love .
MOUTH :_Is there a change in color of Gums ,Lips ,and cheeks ,white brown and red patches ,ulcer (zakham ),sore or scab (charm rog ,papdi aadi ),thickening in any part of the oral cavity .
NECK :-is there a lump ,swelling or anyother abnormality ?
ANNUAL HEALTH CHECH UPS :-For oral cancers ,mouth examinations is a must for both the sexes .Annual health chech ups should also include cancer check ups for both the sexes .
CANCER IS PREVENTABLE :-apni jivan shaili badaliye (change your life style ,no kheni ,surti ,chabenaa ,Gutkhaa .paan suraag paan masaalaa ,saamaane maut hai ye sab ).
Have faith in yourself your doctor and God .
Positive attitude and will to fight and avoid cancer .
"KARAT KARAT ABHYAAS kE JAD MAT HOT SUJAAN ,RASRI AAVAT JAAT KE SIL PAR PADAT NISHAAN .
Today as far as medical facilities are concerned India is second to none .For the treatments of oral cancers we have -RADIO THREAPY ,CHEMOTHREAPY ,सर्जरी ,मौके और मामले के अनुरूप संयुक्त मिलीजुली चिकित्सा .एहम बात है आप इलाज़ के लिए आगे आयें .अपने से प्यार करना सीखें -जो ख़ुद से प्यार नहीं कर सकता वह औरों से भी नहीं कर सकता ।
रोग निदान का मतलब है -रोग मुक्ति की और कदम .पहला कदम आप उठाइये बाकी अपने चिकित्सक पे छोड़ दीजिये ।
एन ऐ बी एच से मान्य -ता प्राप्त किसी भी सुपर -स्पेशिअलिती केन्द्र पर इलाज़ के लिए जाइए -पूरी तसल्ली से पुख्ता इलाज़ होगा .
शनिवार, 3 अक्तूबर 2009
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1 टिप्पणी:
पहली बार आया हूँ , अच्छा लगा ! शुभकामनायें !
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