बुधवार, 21 अक्तूबर 2009

कृषि कचरे से पहले चीनी फ़िर ईंधन ?

एक डच माइक्रो बाय्लोजिस्त (नीदर्लेन्ड वासी सूक्ष्म जैव -विज्ञानी )की माने तो जल्दी ही हमें लोगबाग कोर्न कोब्स के बने स्वेटर्स पहने दिखलाई देंगें ,अमरीका और कनाडा के घास के मैदानी इलाको से प्राप्त घास से तैयार ईंधन से हमारे वाहन दोड़ रहें होंगे जो हो -"नोवोज़ईम्स "जो आलमी स्तर पर उद्योगिक एंजाइम्स तैयार करने वाला सबसे बड़ा निगम है के मालिक स्टीन रीस्गार्द इसे कपोल कल्पना नहीं मानते ,करके दिखाने पर दृढ़ हैं कोर्न कोब्स क्या हैं ?ईट इज कोर आफ मेज़ इअर -दी हार्ड कोर तू विच इन्दिविज्युअल कर्नेल्स आफ मेज़ आर अटेच्ड .(भुट्टे का वह भाग जिसे भुट्टा खाकर आप फेंक देतें हैं -अब इसी से बनेंगे गरम -स्वेटर ,सक्रोज़ (शक्कर ),वाशिंग पाउडर एडिटिव्स ।
रीस्गार्द गन्ने और मक्का से जैविक ईंधन ,वाशिंग पाउडर एडिटिव्स के अलावा रासायनिक उद्योग से प्राप्त इतर सामान बनाने का बीडा उठा चुके हैं उनका कहना है -सारा काम चीनी से लिया जाएगा -आज का जैवरसायन इसे अन्य उपयोगी उत्पाद में तब्दील नहीं कर सका है ।
रीस्गार्द यही अजूबा करके दिखाना चाहतें हैं .गत दशक से वह एक कायम रहने लायक ,पुनर्प्रयोज्य ईंधन तेल (आइल )बना लेने की फिराक में हैं .एक पूरे रासायनिक उद्योग की रीढ़ बन ने जा रही है -विविध रूपा चीनी .कोर्नकोब्स पर लौट तें हैं -
फिलवक्त प्राप्त एंजाइम्स (किण्वक )मक्की के दानों या फ़िर "मारो आफ दी सुगर कैन "
को ही सरल रूपों में तोड़ पातें हैं ।गन्ने की रस निकाल ने के बाद बची "पोई "हस्क कचरा समझ के फेंक दी जाती है ।
इस प्रकार सभी पौधों का शल्क (छिलका ,भूसी )आदि की विशाल मात्रा बेकार चली जाती है -कृषि कचरे के रूप में ।
"नोवोज़ईम्स "निगम ने एक "ब्रेकथ्रू एंजाइम -कोक टेल तैयार की है जो इसी अपशिष्ट (फाइब्रस मेतिरिअल सख्त ,रेशों को )सरल रूपों में तोड़ कर पहले ग्लूकोज़ फ़िर (एक बुनियादी शक्कर )उससे -फ्यूअल ,फेब्रिक्स ,पैकेजिंग ,इतर उद्योगिक उत्पाद तैयार करने की मुद्रा में है ।
"नोवोज़ईम्स "ने अनुमान लगाया है -विश्व की एक चौथाई ईंधन खपत की आपूर्ति इसी कचरे को प्रयोज्य बनाकर की जा सकेगी ।
दूसरी पीढी के बायो -फ्युअल्स के लिए प्रेरी घास का स्तेमाल किया जाएगा -जो उत्तरी अमरीका और कनाडा के विशाल घास के मैदानों में बिना ऊर्वरक के उग आती है .यहाँ तक की इसे "वुड चिप्स "की भी ज़रूरत नहीं पड़ती है ।
"नोवोज़ईम्स "निगम यकीनन दुनिया का पहला निगम होगा -जो उक्त "एंजाइम्स कोक टेल का व्यावसायिक उत्पादन करेगा ।
अमरीकी निगम "वेरेनिम "२०१२ तक दूसरी पीढी के ईंधनका उत्पादन फ्लोरिडा राज्य में अपने प्लांट से करने लगेगा ।
यह तो वही बात हो गई _हींग लगे ना फिटकरी रंग चौखा ही चौखा और आम के आम गुठलियों के दाम ।
खरपतवार और कृषि उत्पाद से एक भरा पूरा रसायन उद्योग दौडे गा ।
सन्दर्भ सामिग्री :-सुगर सेट तू रिप्लेस आइल एज दी न्यू फ्यूअल ?(टाइम्स आफ इंडिया ,अक्टूबर २० ,२००९ ,पृष्ठ १३ )
प्रस्तुति :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )

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