सड़क पर आपने अक्सर कुछ लोगों को ड्राइविंग के दौरान बिला वजह दिशा और लेन् कुछ ज्यादा ही बदलते देखा होगा ।
अब पता चला है -इनमे एक म्युतेतिद जीवन ईकाई होती है (वेरिएंट ऑफ़ ऐ नोर्मल जीन )यही जीन बेड ड्राइविंग के लिए कुसूरवार है ।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ केलिफ़ोर्निआअ के स्टीवेन क्रेमर और उनकी टीम ने २९ लोगों पर एक परीक्षण किया .इनमे से २२ में इस जीन का नोर्मल वर्षं न जबकि ७ में उत्परिवर्तित जीन मौजूद थी ।
इन्हें एक सिम्युलेटर पर १५ लेप्स ड्राइव करने के लिए कहा गया .हफ्ते भर बाद यही काम दोबारा करके दिखलाने को कहा गया .जिनके अन्दर म्युतेंत जीन मौजूद थी वे सीखी हुई टास्क तकरीबन भूल चुके थे .टास्क सीखते वक्त इनके दिमाग का कमतर भाग ही उद्दीप्त हुआ था ।इसलिए भूल भी जल्दी गए .
दरअसल एक ख़ास जीनहै (जीवन ईकाई है )जो ब्रेन दिरैव्द न्युरोत्रोपिक फेक्टर (एक प्रोटीन होती है यह )को काबू में रखती है .यही प्रोटीन याददाश्त को असर ग्रस्त बनाती है .वेरिएंट जीन के मामले में इस प्रोटीन पर से नियंत्रण ख़त्म हो जाता है .नतीजा होता है -बेड ड्राइविंग -वीविंग इन एंड आउट ऑफ़ ऐ ट्रेफिक लें न फ़्रिक्युएन्त्ली ।
यही वजहहै ३० फीसद अमरीकी सड़क पर कसरत सी करते रहतें हैं -टिकिट भी इन्हीं को ज्यादा इश्यु होता है -निगेटिव पाइंट्स भी मिलतें हैं .
शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2009
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