मंगलवार, 20 अक्तूबर 2009

एनर्जी ड्रिंक्स का सच

मिथ या यथार्थ :एनर्जी ड्रिंक्स अप परफोर्मेंस ।
जहाँ तक खेल कूद में आपकी परफोर्मेंस का सवाल है -खिलाडियों की क्षमता और उनके अपने ही रिकोर्ड को सुधारने में ड्रिंक्स का कोई हाथ नहीं है ।
प्रदर्शन नहीं सुधरता है खिलाड़ियों का एनर्जी ड्रिंक्स (स्पोर्ट्स ड्रिंक्स )से .यूँ कितने ही लोग खेलकूद में अपना प्रदर्शन सुधारने के लियें एनर्जी ड्रिंक्स का स्तेमाल करतें हैं ,वह भी एक दैत्य की तरह ,और कुछ ना सही उन्हें प्रदर्शन सुधरने का भ्रम ज़रूर रहता है ।
एक शोधार्थी (१२ वर्षीय )ब्रेंडन ओ ,नील ने अपने एक अध्धय्यन में इसकी पड़ताल के लिए -एक श्रृंख्ला बद्ध परिक्षण के दौरान एक केफिनेतिद मोंस्टर की तुलना एक दी -केफिनेतिद स्प्राईट (यक्ष या बेताल )से की .पता चला -खिलाडिओं के प्रदर्शन सुधार में "एनर्जी ड्रिंक्स "का कोई हाथ नहीं है .महज विज्ञापनी माया जाल हैं -एनर्जी ड्रिंक्स ।
सन्दर्भ सामिग्री :-एनर्जी ड्रिंक्स डोंट अप परफोर्मेंस (टाइम्स आफ इंडिया ,अक्टूबर २० ,२००९ ,पृष्ठ १३ .)

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