चमड़ी रोगों के माहिर (चर्म -रोग ) विज्ञानियों ने पता लगा या है -शिकन रोधी कथित एंटी -एजिंग क्रीमें चमड़ी के कैंसर की वजह बन सकतीं हैं क्योंकि यह चमडी का प्रतिरक्षी कवच (प्रोटेक्टिव लेयर )ले उड़तीं हैं ।
चिर -युवा बने रहने का मुगालता विज्ञापनी स्टंट ही नहीं खतरनाक भी हो सकता है ।
एक नामचीन चर्म -रोग विद के मुताबिक प्रतिरक्षी कवच के छीजने पर चमड़ी खतरनाक ताक्सिंस (विषमय पदार्थ जो अन्तिएजिंग क्रीम में रहतें हैं मसलन अल्फा -हाई -द्रोक्सी एसिड आदि ) से असरग्रस्त हो सौर -विकिरण से होने वाली नुकसानी की चपेट (सन डेमेज )में आ जाती है ।
कैंसर कोलिशन प्रिवेंशन के मुखिया सम एपसतें कहतें हैं -ऐसी क्रीमों का नामी ग्रामी घटक है -अल्फा हाई द्रोक्सी एसिड्स .यही सबसे ज्यादा घातक सौन्दर्य प्रसाधन उत्पाद है (कास्मेटिक प्रोडक्ट है )।
सन्दर्भ सामिग्री :-एंटी एजिंग क्रीम्स कॉज़ कैंसर ?(टाइम्स आफ इंडिया ,अक्टूबर ९ .२००९ .पृष्ठ १९ ,)
प्रस्तुति :-वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )
शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2009
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