मधुमेह होने पर खासकर लाइलाज (क्रोनिक )हो जाने पर जख्म आसानी से नहीं भरता ,जान लेवा भी सिद्ध होता है .नतीजा होता है -दायाबेतिक फ़ुट ,और फ़िर लिम्ब एम्प्युटेशन ।
डॉक्टर पी के शिबू (बायो -कोस्मो -मेडिकल टेक्नोलोजीज के संस्थापक ) दायाबेतिक फ़ुट से बचाव के लिए लेकर आयें हैं एक "प्रोटीन शीट ".-कललो-डर्मिस ।
दरअसल यह प्रोटीन शीट नष्ट हो चुके ऊतकों का पुनर -उत्पादन करने लगती है (ईट हेल्प्स इन रिजेंरेशन आफ देमेज्द तिस्युस )।
इस प्रकार जख्म पर यह शीट लगाने के बाद ऊतकों का नवीनीकरण होने लगता है ।
इस प्रोटीन पैच कों -ला - इफ सेविंग पैच कहा जा रहा है ।
अलावा इसके कोलोदार्मिस बेद- सोर्स ,स्किन- अल्सर्स तथा बर्न्स कों भी दुरुस्त कर सकता है ।
सन्दर्भ सामिग्री :लाइफ सेविंग पैच (टाइम्स आफ इंडिया ,अक्टूबर २५ ,२००९ ,पृष्ठ २० )
प्रस्तुति :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )
रविवार, 25 अक्तूबर 2009
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