इन दिनों देश -विदेश में वजन घटाने का दावा करने वाली "दी -टोक्स दाइत्स "का बोलबाला है ,बहुत ज्यादा हाइप किया जा रहा है ,केवल तरल आधारित खुराख लेकर वजन घटाने को .बेशक यह एक प्रकार का कल्प है जो शरीर से टोक्सिक -एलिमेंट्स (विषाक्त पदार्थों )की निकासी में सहायक हो सकता है ,लेकिन खुराख के माहिर विशेषज्यइसे शरीर के लिए खतरनाक बतलातें हैं .किसी भी अध्धय्यन से इसके लाभार्थ का पता नहीं चला है ।
रोयल कालिज आफ जनरल प्रेक्टिशनर के जेन स्मिथ ने "डेली टेलीग्राफ में एक लेख के ज़रिये यह सब बतलाया है ।
सारा अभियान विज्ञापन की चकाचौंध से आक्रांत और असर ग्रस्त युवा महिलाओं को लक्षित करके चलाया जा रहा है ।
गत माह इंडिया हेबितात सेंटर में एक योगी महाराज पधारे थे -बतलाया गया था वे सिर्फ़ धूप के सहारे सालों साल जीवित रहें हैं .जन -सामान्य में कोई गलत संदेश ना जाए इसलिए अब थोडा सा खालेतें हैं .लेकिन यह सब लोक जीवन के अपवाद हैं नियम नहीं .दी -टोक्स दाइत्स भरम पैदा करतीं हैं ।
सन्दर्भ सामिग्री :दीतोक्स दाइत्स (टाइम्स आफ इंडिया ,अक्टूबर १३ ,२००९ ,पृष्ठ १७ )
प्रस्तुति :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )
मंगलवार, 13 अक्तूबर 2009
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