खान पान से जुड़ी है हमारी सेहत की नवज .क्या कर लेगा स्वां इन फ्लू जब दुरुस्त होगा -खान पानी ,रहनी -सहनी ।
आइये स्वास्थ्य -कर भोजन में क्या क्या ज़रूरी है ,विशेषज्ञों के कहे बताये का ले लें -जायजा ।
(१)खूराख में प्रोटीन युक्त खाद्य शरीक कीजिये .शाकाहारियों के लिए ज़रूरी है खुराख में दूध दही ,पनीर ,चीज़ ,सोयाबीन का दूध या आटा।
शामिश भोजी -एग वाईट (अंडे की जर्दी) ,मच्छी,चिकिन टर्की आदि (लीन -mएअत )आदि शामिल कर सकतें हैं (हफ्तें में तीन मर्तबा )।
(२ ) ड्राई -फ्रुइट्स को जगह दीजिये खूराख में -अखरोट ,बादाम ,फ्लेक्स-सीड्स ,तिल आदि को जगह दीजिये .हरयाणा के गांवोंमें आज भी फ्लेक्स सीड्स की चटनी बनती है ,कुछ लोग तवे पे भून कर खाने के बाद सौंफ -इलायची की तरह इसका सेवन करतें हैं तो कई पाउडर बाज़ार से ले आतें हैं ,फ्लेक्स सीड्स का .कोलेस्ट्राल कम करता है फ्लेक्स सीड्स ,अखरोट औ बादाम ।
(३ )40 फीसद स्थान ताजे फल औ गहरे रंग की तरकारियों को दीजिये -नवरतन कूर्मा का चक्कर छोड़ ठीक ठाक पकी सब्जी खाइए ,सूखी ।
पूरे हिन्दुस्तान में मिलता है बारहमासी केला -एक केला रोज़ खाइए ,अलावा इसके सेब ,अनार ,अमरुद ,नाशपाती (पैर ),नीम्बू वंशीय (संतरा ,मौसमी ,किन्नू आदि )में से स्थानीय उपलब्धता के हिसाब से कोई दो चुन लें .(अलबत्ता दायाबेतिक्स पर यह लागू नहीं होगा )मधुमेह से ग्रस्त लोग सिर्फ़ आधा केला या फ़िर एक संतरा /एपिल ,या फ़िर १००ग्रेम तरबूज (वाटर मेलन )/खरबूज ही ले सकतें हैं ।
(४ )मोटे अनाजों को नज़र -अंदाज़ नहीं कर सकते .बाजरा ज्वार ,रागी या फ़िर गेहूं -सोया मिस्र /गेहूं -चना मिस्र ,ओ़त युक्त नाश्ता ,वीत फ्लेक्स ,कोर्न फ्लेक्स आदि को खूराख का हिस्सा बनाइये ।
(५ )ज़रूरी हैं -ओमेगा ३ फेटी एसिड्स जो फ्लेक्स सीड्स ,अखरोट ,सोयाबीन ,काला चना ,साबुत उर्द ,पत्तेदार सब्जीयों में मेथी ,अनाजों में बाजरा तथा तैलीय मच्छी में भरपूर मात्रा में मौजूद है ।
(६)एंटी -ओक्सिडेंटस भी ज़रूरी -विटमिन सी ,बीता केरोटिन (गाज़र में मौजूद है ),खनिजों में जिंक औ सेलिनिं -ऍम एंटी ओक्सी -देंट्स मुहैया करायेंगे ।
aअक्सी -देतिव स्ट्रेस के अलावा एंटी -ओक्सिडेंट ऐ -आर -वे के तिसु (svasni मार्ग के उतकों )को सुरक्षा मुहैया करातें हैं (७ )बहुत आसान है एंटी -ओक्सिडेंट की मात्रा को खूराख में बढाना -बस सतरंगी हो आपकी सलाद -ओरेंज गाजर meh -roon चुकंदर (बीत -रूट ),लाल पीली ,नारंगी बेल पेप्पर (शिमला मिर्च हरे के अलावा इन रंगों में भी उपलब्ध है ),हरी ककडी ,खीरा (कुकुम्बर ),हरी मिर्च ,लाल मूली ,लाल लाल टमाटर ,काले अंगूर जामुन ,फालसा (ब्लू एंड ब्लेक बेरी )बेहतरीन स्रोत हैं -एंटी -ओक्सी -देंट्स के .पपीता ,अनार भी इसी वर्ग में आयेंगे ।ब्रोक्क्ली को कैसे छोड़ देंगे ?
(८ )विटमिन सी की मात्रा बढाइये (आपको आर्थ -राय -तिस ना हो ,केवल तभी )-आंवला ,टमाटर ,शिमला मिर्च ,लेटुस (सलाद पत्ता ),लाइम ,ओरेंज जूस आदि ),बंद गोभी ,गाँठ गोभी भी इसके स्रोत हैं ॥
(९ )लाइ -को -पीन का अलग जादू है -टमाटर से प्राप्त एंटी ओक्सी दंत है -लाइ -को -पीन .अलबत्ता लाल लाल टमाटरों का थिक सूप तैयार करना पडेगा .इसमें डा -इतरी फेट का छोंक (तडका )लगा सकतें हैं ,सुपाच्य बनाने के लियें ।
(१०)मेग्निसिं -यम् खनिज का अपना महत्व है -शाव्ष्ण सम्बन्धी (रेस -पाई -रेत -री प्रोब्लम्स )समस्याओं से खासकर स्वां फ्लू के ख़िलाफ़ असर कारी है -मेगनीसियम -यह साँस मार्ग के अस्तर (लाइनिंग )की लोच बनाए रहता है .अलावा इसके यह एक मसल रेलेक्सेंट औ शोजिश -रोधी ,संक्रमण रोधी (एंटी -इन -फ्लामेत्री )एजेंट है .बहुत आसान है खूराख में मेग्नीशीयम जोड़ना -ज्वार -बाजरा -मक्का -रागी ,वीत -क्रेक्स ,साबुत उरद ,चना ,राजमा ,चावली ,साबुत मूंग ,सोया बीन इसके स्रोत हैं .आम -आडू ,आलू बुखारा ,ड्राई फ्रुइट्स भी यही काम करतें हैं ,खासकर -अखरोट ,काजू बादाम ।
(११ )नमक कम किजीये ,नमकीन हथाइये -रिस पाई रेत्री समस्याओं से बचे रहेंगे हम औ आप .अचार ,पापड ,बेकरी आइटम्स ,संशाधित डिब्बा बंद फ़ूड .नमक की वजह से भी बढ़ता है आपका हमारा वजन -यकीन मानिए -चीनी सब कम करतें हैं ,नमक कोई कोई ,जबकी वजन कम बनाए रहने में नमक का अपना रोल है ।
(१२ )कुकिंग मीदिं -यम् ,तेलों का चयन देख भाल के -मोनो -अन -सेचूरेतिद -फेटी एसिड्स के लिए राईस -ब्रेन औ मूंगफली औ पोली के लिए सोयाबीन औ सरसों का तेल अच्छा है ।
बाद के दोनों तेलों में ओमेगा ३ फेटी एसिड्स भी हैं .दिन भर में १५ ग्रेम्स से ज्यादा तेल खूराख में ना आने पाये ।
(१३ )बच्चों के लिए विशेष तवज्जो देनी चाहिए खूराख पर -मसलन भरमा -रोटी सादई से अच्छी .मिल्क शेक्स बेहतर ,वेजिटेबिल कटलेट ,/पीजा बेबी कोर्न ,पैनेपिल युक्त हो .छाछ (बतर मिल्क ),लस्सी ,फलों का जूस के अलावा उपर्युक्त सभी खूराखी आइटम्स ।
इस दरमियान जब तक स्वां फ्लू का हौवा है -बाहर खाना मुल्तवी रखिये -फ्रिज से निकालने के बाद खाने की चीजें देर तक बाहर मत रखिये -कमरे के ताप मान पर आते आते सामिग्री बरसात में ख़राब हो sakti hai है .
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1 टिप्पणी:
उपयोगी जानकारी. धन्यवाद.
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