"किस किस को याद रखिये ,किस किस को रोइए ,आराम बड़ी चीज़ है मुह ढक के सोइए "-सेक्स से ज्यादा मुफीद है नींद .एक ताजातरीन सर्वेक्षण से पता चला है -सेक्स से भी बेहतर है एक भरी पूरी नींद ।
एक आलमी (ग्लोबल )अध्धय्यन में १२५०० ऐसे लोगों का जायजा लिया गया जो घुमंतू किस्म के थे .हमेशा सफर में रहते थे ।
वेस्तीं होटल्स ने संपन्न किया यह अध्धय्यन जिसमें ५२ फीसद एशियाइयों ने एक अच्छी नींद को ग्रेट सेक्स से ऊपर बतलाया .न्यू -स्ट्रेट्स टाइम्स आन लाइन ने नतीजे प्रकाशित किए हैं ।
पता चला -५३ फीसद सिरहाने नींद की गोली रखकर सोते हैं ,सर्व व्यापी चोकलेट पीछे छुट गई इस मुकाबले में ,जबकि ५६ फीसद ने किसी रिलेक्सेंट ,स्लीप या स्ट्रेस मेडिकेशन का सहारा लिया .लेकिन ज़नाब घोडे बेच कर सोना भी एक कला है ,जीवन शैली है .इसीलिए कहा गया -अर्ली तू बेड ,अर्ली तो रइस ,देत इज दा वे तू बी हेप्पी एंड वाइज़ .
सोमवार, 24 अगस्त 2009
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