रविवार, 16 अगस्त 2009

क्या है थर्मल इस्केनर ?

थर्मल इमेजिंग एक ऐसी युक्ति है ,डिवाइस है जो अवरक्त विकिरण के पूरेस्पेक्ट्रम ,ऊर्जा स्तरों,एनर्जी लेडरकी शिनाख्त करती चलती है .इतना ही नहीं इन्हें एक परदे पर दिखला ती रहती है .आप को बतला दे -
हर वो वस्तू ,चीज़ जो -२७३ सेल्सिअस तापमान से ऊपर है ,लगातार विकिरण छोड़ भी रही है ,अपने आसपास की चीज़ों से ले भी रही है .हमारे शरीर के विभिन्न हिस्से अलग अलग ताप मान लिए होतें हैं .बगल का अलग ,मुख औ गुदा का अलग ,चेहरे का अलग .जब थर्मल स्केनर हमारे चेहरे के नजदीक लाया जाता है ,यह हमारे चेहरे का तापमान दर्ज करने लगता है .अलबता तन पर कपडा है ,इसलिये चेहरे पर ही भरोसा करना पड़ता है .इन्फ्रा -रेड विकिरण (ताप यानि अवरक्त विकिरण ऊर्जा )हमारे शरीर का हर हिस्सा बाहर छोड़ रहा है ,लगातार ,स्केनर इसी की शिनाख्त के आधार पर शरीर के औसत ताप मान का जायजा लेता है .ऊर्जा लेवल बहुत पास पास होतें हैं ,अलग अलग ताप लिए .थार्म शब्द का अर्थ ही ताप होता है ।
इन दिनों एच १ एन १ इन्फ़्लुएन्ज़ा के संगसाथ थर्मल स्केनर की भी चर्चा है .बेहतर है इसे जाना जाए .इसका चलन एवियन फ्लू के दौर में बड़े पैमाने पर आलमी हवाई -अड्डों पर देखने को मिला .एक बार फ़िर स्वां इन फ्लू की आलमी दस्तक के साथ ताप का सूक्ष्म जायजा लेने रखने ,दर्शाने वाला यह उपकरण -युक्ति चर्चा में है .सिंगापुर में पहले पहल हवाई -अड्डे पर इसका इस्तेमाल सा -अर्श (एस .ऐ .आर .एस .)से ग्रस्त लोगों की शिनाख्त के लिए किया गया ,था शरीर का ताप मान दर्ज करने के लिए ।
टाइम पत्रिका ने इसे वर्ष भर का सबसे कूल आविष्कार बतलाया था .तब से इसका चलन गाहे बगाहे दक्षिण -पूरबी एशिया में आम है ।
कई किस्मे है थर्मल स्केनर की ,लेकिन काम करने की युक्ति यकसां है ।
दूर नियंत्रण ,बिना शरीर से छूआये -तापमान का जायजा लेना -नो कोंटेक्ट टेम्प्रेचर मेज़रमेंट .फिलवक्त स्केनर्स इंदिरागांधी आलमी हवाई -अड्डे पर भी तैनात हैं .स्क्रीनिंग हो रही है -संभावित स्वांइन फ्लू के मरीजों की .बतला चुके हैं आपको -यह युक्ति मानव शरीर से निसृत अवरक्त विकिरण (इन्फ्रा रेड रेडिएशन )के पूरे स्पेक्ट्रम की जांच कर शरीर के ताप मान दर्ज कर लेती है .यह एक प्रकार का कैमरा ही है .इसमें लगे संसूचक (देतेक्टोर्स ) हमारे शरीर से आने वाले अवरक्त विकिरणों को पकड़ कर इन्हें विद्दुत संकेतों (इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स )में तब्दील कर मोनिटर पर दर्शाते हैं .ये छवियाँ (इमेजिज़ )विविध रंगी होती हैं .क्योंकि शरीर के विभिन्न अंग विभिन्न तापमान लिए होतें हैं ,यहाँ रंग का मतलब तापमान ही है .यह एक तापमान कोड हैं .स्पेक्ट्रम ऑफ़ कोलोर्स मीन्स स्पेक्ट्रम ऑफ़ तेम -परे चारयहकैमरा एक सेकिंड में ७.५ इमेजिज़ उतार लेता है .मुख्य फोकस होता है -हमारा चेहरा -क्योंकि शरीर तो कपड़ो से ढका रहता है .समान्य ताप मान ३६.८ सेल्सिअस है .इसमे एक सेल्सिअस की वृद्धि (३७.८ )भी इसमे लगे सन सूचकों की नज़र से बच नहीं पाती .लेकिन इसकी कारगरता भरोसे मंद नहीं मानी समझी जाती -मसलन एस ऐ आर एस संक्रमण के वक्त इससे १२ करोड़ लोगों के ताप मान की शिनाख्त की गई ,केवल २६ संदिग्ध मामले सामने आए .इनमें से भी कुछेक को ही यह खौनाक संक्रमण निकला .


















1 टिप्पणी:

विजय गौड़ ने कहा…

aadhuniktam night vision devices thermal imaging system par hi kaam karati hain.