बुधवार, 28 नवंबर 2012

Beware ,smoking rots your brain ,damage memory

Again brain tests and analysis of health and life style data of a group of over -50s ,it was found that

smoking affects the brain even more than high BP and obesity

एक नवीन अध्ययन के अनुसार धूम्रपान दिमाग को ठस कर देता है .क्षय करदेता है याददाश्त ,सीखने की

प्रक्रिया ,तार्किक शक्ति (तर्क करने की क्षमता) ,सभी को ले बैठता है .

किंग्स कोलिज लन्दन के रिसर्चरों ने अपने अध्ययन में पचासे में दाखिल हो चुके लोगों के दिमागी परीक्षण

,स्वास्थ्य सम्बन्धी विश्लेषण तथा जीवन शैली से ताल्लुक रखने वाले सभी आंकड़ों पर गौर किया है .पता

चला धूम्रपान दिमाग पर जितना नकारात्मक असर डालता है वह ब्लड प्रेशर तथा मोटापे से होने वाली

नुकसानी     से कहीं ज्यादा रहता है .

दिमागी  की जांच के लिए सभी  प्रतिभागियों को एक दिए हुए समय में प्रति मिनिट अधिकाधिक नए शब्द

सीखने होते थे या फिर अधिक से अधिक पशुओं के  नाम बताने होते थे .

चार और आठ सालों के अंतराल पर फिर ऐसी  ही दिमागी  परीक्षण जांच प्रतिभागियों की ,की गई।


धूम्रपान और इन परीक्षणों में हासिल अंकों प्रदर्शनों में परस्पर एक अंतर सम्बन्ध इस अवधि में साफ़

दिखाई दिया .

8,800 लोगों की जो उच्च रक्त चाप से ग्रस्त थे ,मोटापे की ज़द में  भी थे , ऐसी ही जांच की गई ,पता चला

स्वास्थ्य सूचक ये दोनों पैमाने भी दिमाग को प्रभावित करते हैं .लेकिन उतना नहीं जितना की धूम्रपान

असर ग्रस्त करता है .

लोगों को चेतना होगा ,बूझना होगा जीवन शैली भी दिमाग और काया दोनों का सत्या नाश करती है

नुकसानी पहुंचाती है तन और मस्तिष्क दोनों को .

नतीजों से यह भी इल्म हुआ कि संज्ञानात्मक ह्रास (बोध सम्बन्धी क्षय ,Cognitive decline ) और दिल और

दिमाग के दौरों (स्ट्रोक ,ब्रेन अटेक ) का भी परस्पर सम्बन्ध रहता है .जिन लोगों के लिए ऐसे खतरे का

वजन ज्यादा था उनमें बोध सम्बन्धी ह्रास भी सर्वाधिक मिला .

बोध सम्बन्धी ह्रास बुढ़ाने  के साथ साथ भी आम तौर पर बढ़ता जाता है ,और कितने ही लोगों की रोज़मर्रा

की ज़िन्दगी को

भी प्रभावित करता है .

रिसर्चरों ने ऐसी  तमाम वजूहातों का रेखांकन किया है जो जोखिम की वजह बनतीं हैं और जिनसे पार पाई

जा सकती है जीवन शैली में तरमीम  से .

बोध सम्बन्धी ह्रास को टालने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा उनकी अपनी सलामती और क्षेम के

लिए ,तंदरुस्ती और कल्याण के लिए .

भले इस बात का रिसर्चरों को इल्म न भी हो कि कैसे यह बोध सम्बन्धी क्षय रोज़मर्रा की ज़िन्दगी को असर

ग्रस्त करता है .पंगु बना सकता है .

सन्दर्भ -सामिग्री :-

Beware ,smoking rots your brain ,damages memory /TIMES TRENDS /THE TIMES OF INDIA ,MUMBAI ,NOVEMBER 27 ,2012 ,P19.

3 टिप्‍पणियां:

musafir ने कहा…

एक और खूबसूरत और ज्ञानवर्धक लेख......
प्रणाम
आभार !!!!!!

अशोक सलूजा ने कहा…

वीरू भाई राम-राम!

सब की आँख खोलता ,सब को कुछ न कुछ बोलता
एक उपयोगी ज्ञानवर्धक लेख ....ऐसी जानकारियों की बहुत ज़रूरत है आज के इस दौर में |
आभार!

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

जीवन भी धुँआ धुँआ हो जाता है..