PLANNING A FAMILY
विवाह के बाद अब ज्यादातर दंपत्ति संतान का होना कुछ समय के लिए अक्सर मुल्तवी रखते हैं .उनका
मकसद होता
है कुछ समय तक बे -फिकरी के साथ मौज मस्ती लिहाजा इस अवधि में तरह तरह के गर्भ -निरोधी उपाय
दंपत्ति अपनाते हैं .
लेकिन संतान चाहने से पहले भी इसके लिए बा -कायदा तैयारी की ज़रुरत पड़ती है .ये कोई मनमानी का
खेल नहीं है .कुदरत का सबसे बड़ा करिश्मा होता है एक सूक्ष्म जीव का शरीर धारण कर इस नश्वर संसार में
आना .उस सूक्ष्म जीवात्मा का न सिर्फ मन से आवाहन करना पड़ता है सूक्ष्म स्तर पर स्थूल स्तर पर भी
शरीर को नीरोगी और स्वस्थ रखना लाजिमी हो जाता है .
(1)संतान चाहने से पहले तीन से लेकर छ :माह पहले से गर्भ निरोधी उपायों को मुल्तवी रखना शुरू
कीजिएगा .
(2)कोई काला जादू नहीं है गर्भ धारण करना कि जादूगर ने काला कपड़ा हटाया और गर्भ चला आया
गर्भाशय में .संतान चाहना के पहले ही माह में आपको कामयाबी मिले ही बिलकुल ज़रूरी नहीं है .
(3)केवल 25%मौक़ा रहता है माहवारी के बाद प्रथम माह की इस चाहत में संतान प्राप्ति का .भले इस
दरमियान चाहे रोज़ मिलन मनाया जाए .
माहिरों के अनुसार इसकी एक से ज्यादा वजहें मौजूद रहतीं हैं :
"There are many reasons for this ,including the fact that some eggs do not fertilise and some of the fertilised eggs (embryos)do not grow well in the early developmental stage because of random genetic error ,"-says experts.
कुछ अंडाणु निषेचित ही नहीं हो पाते और कुछ निषेचित अंडाणु ठीक से
विकसित नहीं हो पाते आरम्भिक चरण में ही कुछ आनुवंशिक दोष पैदा हो
जाते हैं .
इसीलिए संतान चाहना से पहले सेहत के प्रति विशेष तवज्जो और रखरखाव ज़रूरी हो जाता है .इसमें
स्वास्थ्यकर खुराक और नियमित व्यायाम का बड़ा हाथ रहता है .जिन महिलाओं की तौल औसत से बहुत
कम या ज्यादा रहती है उन्हें गर्भ धारण करने में परेशानी पेश आ सकती है .
इसीलिए संतान की चाहत रखने से पहले फोलिक एसिड का सेवन महिलाओं को शुरू कर देना चाहिए .
प्राकप्रसव (प्रीनेटल /एंटीनेटल )विटामिनों का अपना एहम रोल रहता है .
कोफ़ी ,चाय कोला पेय आदि का सेवन भी सीमित रखा जाए .दोनों ही पति पत्नी यदि धूम्र पान करते हैं
एल्कोहल का सेवन करते हैं तो इन दोनों ही चीज़ों से दोनों ही परहेज़ बरतें .
धूम्रपान का रिश्ता पुरुषों में Low sperm counts से जोड़ा जाता रहा है .
जो महिलायें धूम्रपान करतीं हैं उन्हें भी गर्भ धारण में विलम्ब पैदा होता है .
Untreated infections ,sexually transmitted diseases ,or poor health can effect your chances of getting pregnant .
सकारात्मक सोच भी उतनी ही ज़रूरी है .तनाव मुक्त ,चिंता मुक्त होना सीखिए शांत हो जाइए .
Learn to relax .
एक तो आजके चलन में किसी को शादी की जल्दी ही नहीं रहती है .एक उम्र के बाद ही पुरुष और महिलायें
विवाह रचातें हैं .बाद इसके संतान को मुल्तवी रखतें हैं अनेक निजी कारणों से .
माहिरों के अनुसार यदि आप पहले ही तीस की उम्र के पार चले आये हैं तब और देरी करना ठीक नहीं है .
As the biological clock ticks on ,the number of eggs and their quality starts decreasing .
उम्र बढ़ने के साथ न सिर्फ अंडाणु (डिम्ब ,ओवम ,ह्यूमेन एग )की संख्या कमतर होती जाती हैं ,इनकी
गुणवत्ता का भी क्षय होता जाता है .
जीवन के प्रजनन क्षम चरण में मिलन मनाने की साप्ताहिक आवृत्ति (optimal frequency of intercourse
)माहिरों के अनुसार सप्ताह में तीन बार मैथुन रत होना है ,संतान की चाहना के लिए .
माहिरों के अनुसार यदि आपकी माहवारी नियमित 28 दिन की है तब दसवें से अठारहवें दिन के दौरान
डिम्ब क्षरण (अंडाणु क्षय ,ovulation ) की संभावना सर्वाधिक रहती है .इन दिनों में मिलन ज़रूर मनाया
जाए .
भले सारा खेल कुदरत का ही करिश्मा हो .
इतने पर भी एक साल तक धैर्य रखिये .कोई जादू नहीं है गर्भ धारण करना .प्रकृति का सूक्ष्म खेल है .हाँ
यदि ऐसा करते रहने के साल भर बाद भी कोई नतीज़ा सामने नहीं आता है तब आप शौक से एक दंपत्ति के
रूप में माहिरों के पास पहुंचें .
मालूम करना ज़रूरी है :
(1) गर्भ धारण न कर पाने की वजह क्या रही हो सकती है
(2) Low spem count ,age ,stress ,वजुहातें और भी हो सकतीं हैं गर्भ न धारण कर पाने की .हाँ पुरुष
बांझपन भी होता है .
(3)महिलाओं की अंडवाहिनियाँ (fallopian tubes ) भी अवरुद्ध हो सकतीं हैं .
सन्दर्भ -सामिग्री :PLANNING A FAMILY /SUNDAY TIMES /matrimonials /Mumbai ,November 18 ,2012
2 टिप्पणियां:
माकूल तैयारी की जरुरत है-
सही बात-
सटीक सलाह |
आभार भाई ||
सर जी इन सारे लेखों को इकठ्ठा कर एक मैरेज काउंसिलिंग एंड पैरेंटिंग पर बुक हो जाय !
या लौट कर एक सफाखाना दिल्ली मुम्बई बनारस में खोल लिया जाय !
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