कनाडा के शोध छात्रों ने "क्रोनिक बेक पैन और स्मोकिंग "के बीच परस्पर अंतर्संबंध की पुष्टि की है ,
अध्धय्यन के अनुसार जो लोग रोजाना धूम्रपान करतें हैं उनमे "क्रोनिक बेक पैन "की शिकायत ज्यादा दर्ज की गई ,बनिस्पत नॉन स्मोकर्स के ।
रोयल नॉर्थ शोर हॉस्पिटल ,सिडनी के निदेशक मिशेल कजिन्स के अनुसार धूम्रपान पैन ट्रांस्मितार्स के काम में दखल अंदाजी करता है ,नतीजा होता है -ओस्टियो -पोरोसिस ।
यही ओस्टियो -पोरोसिस "क्रोनिक बेक पैन "की वजह बन जाती है .जिसे अब एक स्वतंत्र रोग का दर्जा हासिल है -डिप्रेशन की तरह (डिप्रेशन को पहले किसी और मनोरोग का एक लक्षण मात्र समझा जाता है ,जबकि "दी एस एम् ४ "यानी दिअगोनिस्टिक स्तातिस्तिकल मंयुअल ४ के अनुसार अब डिप्रेशन को अपने आप में एक अलग रोग भी माना जाता है ।
गौर तलब है -लोवर बेक पैन कैन ट्रिगर ऐ "डाउन वर्ड स्पायरल "इन ऐ पर्सन्स लाइफ ।
सन्दर्भ सामिग्री :-स्मोकिंग कैन ट्रिगर बेक पैन :(टाइम्स आफ इंडिया ,अक्टूबर २६ ,२००९ .पृष्ठ १३ )
प्रस्तुति :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )
सोमवार, 26 अक्टूबर 2009
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