शुक्रवार, 31 अगस्त 2012

लम्पटता के मानी क्या हैं ?


लम्पटता के मानी क्या हैं ?







यूं अखबार वालों की  स्वतंत्र सत्ता नहीं होती है.अखबार श्रेष्ठ नहीं होता है औरों से ,अन्य माध्यमों से ,अखबार की एक नियत बंधी बंधाई भाषा होती है उसी के तहत काम करना होता है हमारे मित्र बाबू लाल शर्मा (पूर्व सम्पादक ,माया ,दैनिक भास्कर ,अब स्वर्गीय ) बतलाया करते थे वीरू भाई कुल २२,००० शब्द होतें हैं जिनके गिर्द अखबार छपता है .अखबार की एक व्यावहारिक सी भाषा होती है जिसमें कोई ताजगी नहीं होती .








सन्दर्भ :
लंपटक्या हममें से अधिकांश लंपट हैं???
आज अख़बार में छपे एक रपट पर नज़र पड़ी, जिसका शीर्षक है –
ब्लॉग की दुनिया में लंपटों की कमी नहीं

गुरुवार, 30 अगस्त 2012

लम्पटता के मानी क्या हैं ?

लम्पटता के मानी क्या हैं ?

लम्पटता के मानी क्या हैं ?






यूं अखबार वालों की  स्वतंत्र सत्ता नहीं होती है.अखबार श्रेष्ठ नहीं होता है औरों से ,अन्य माध्यमों से ,अखबार की एक नियत बंधी बंधाई भाषा होती है उसी के तहत काम करना होता है हमारे मित्र बाबू लाल शर्मा (पूर्व सम्पादक ,माया ,दैनिक भास्कर ,अब स्वर्गीय ) बतलाया करते थे वीरू भाई कुल २२,००० शब्द होतें हैं जिनके गिर्द अखबार छपता है .अखबार की एक व्यावहारिक सी भाषा होती है जिसमें कोई ताजगी नहीं होती .








सन्दर्भ :
लंपटक्या हममें से अधिकांश लंपट हैं???
आज अख़बार में छपे एक रपट पर नज़र पड़ी, जिसका शीर्षक है –
ब्लॉग की दुनिया में लंपटों की कमी नहीं

आपकी रीढ़ के स्वास्थ्य से ही जुडी है आपकी नितम्ब ,सेक्रोइलियक जोइंट और टांगों की समस्याएं

आपकी  रीढ़ के स्वास्थ्य से ही जुडी है आपकी नितम्ब ,सेक्रोइलियक जोइंट  और टांगों की समस्याएं 

Hip  ,Sacroiliac  Leg problems शीर्षक से आप इसी ब्लॉग पर अंग्रेजी में एक आलेख  पढ़ चुकें हैं .अब यह आलेख यहाँ हिंदी में भी प्रस्तुत है .

पहले कुछ पारिभाषिक शब्दों और उनसे निर्मित संकर शब्दों को लेते हैं .

Sacrum :रीढ़ की आधार भूमि (जड़ या आधार )पर एक त्रिभुजाकार की हड्डी होती है .यह दोनों तरफ के प्रत्येक नितम्ब  से जाके जुडती है तथा श्रोणी (Pelvis )का  एक हिस्सा  बनाती है .

Sacroiliac :इसका सम्बन्ध सेक्रम और नितम्ब की हड्डी के ऊपरी हिस्से से होता है .नितम्ब की हड्डी के इसी ऊपरी हिस्से को कहा जाता है ilium.दोनों को संयुक्त करके बना सेक्रोइलियाक .

चलिए इलियम को अलग से भी जान  लेते हैं :यह श्रोणी का चौड़ा  और समतल ऊपरी हिस्सा होता है .जो मेरु-स्थम्ब के आधार से जुड़ा होता है .

जैव -अभियांत्रिकी (जैव -इंजीनियरी )का अद्भुत कौशल हैं हमारे दोनों नितम्ब  परिशुद्धता की बेहतरीन मिसाल किसी प्रिसिसन इंस्ट्रूमेंट सा खरा पन लिए हैं दोनों हिप्स .आप इन्हीं से उठने बैठने चलने फिरने का काम लेतें हैं दर्जनों पेशियों ,हड्डियों को जोड़ने वाले स्नायु अस्थि बंधों या आबन्धी ऊतकों बोले तो लिगामेंट्स से  जाके जुड़तें हैं ये नितम्ब .

इनमें आया  जरा सा खोट जरा सी गडबडी इनके फिटिंग्स में तमाम किस्म की समस्याओं को खड़ा कर देती है .

क्या आपके जोड़ चलते फिरते समय चट चट की आवाज़ करतें हैं ,पैर अन्दर  या बाहर को थोड़ा फ़ैल जातें हैं ,क्या एक टांग दूसरी के बरक्स छोटी पड़ती है ?

क्या आपको निचली कमर ,अपने पैर्रों घुटनों नितम्बों ,कूल्हों (पुट्ठों )में कमजोरी और बेदमी महसूस होती है ?

यदि इनमे से एक भी बात सही है तब आप काइरोप्रेक्टिक जांच की फ़ौरन पहल कीजिए ताकि और पेचीलापन और समय रहते  किसी प्रकार की भी जटिलता से बचा जा सके .

आपकी काया को Subluxations से बरी कर देतें हैं काइरोप्रेक्टिक डोक्टर बोले तो काइरोप्रेक्टर 

Vetebral Subluxation Complex (VSC):  आपकी रीढ़ का विरूपण ,काम कर देना बंद कर देना या उसमे बाधा आना है VSC या रीढ़ की एक के ऊपर एक समायोजित हड्डियों का किसी बिध आपस में गुँथ जाना है लाक हो जाना है .यही स्थिति जिसका अकसर आपको बोध नहीं होता आपकी नसों में दाह ,खिंचाव या फिर दवाब डालती है .आपका ठवन (पोश्चर बिगड़ने )लगता है असंतुलित होने लगता है ,डिस्क आपनी ताकत खोकर कमज़ोर पड़ने लगतीं हैं ,स्नायु बंध (लिगामेंट्स ),मांसपेशियों  को हड्डियों से जोड़ने वाली नसें (टेंडन) और पेशियाँ में खिचाव आने लगता है .आपकी सेहत बिगड़ जाती है .जनरल हेल्थ असर ग्रस्त होती है .

आपके कुल्हें (पुट्ठे )  या हिप्स 

जब बच्चा पैदा होता है तब उसके शरीर में ज्यादा अस्थियाँ रहतीं हैं ,विकास की प्रक्रिया में ये परस्पर जुड़ के कमतर रह जातीं हैं .आपके प्रत्येक कुल्हे की अस्थि   तीन अलग अलग अस्तित्व लिए हुए थीं :

(१) The ileum 
(2) Ischium 
(3)Pubis

किशोरावस्था  की ,यौवनारंभ की देहलीज़ पे आते आते ये परस्पर जुड़ जातीं हैं .इन्हीं से बनता है पेल्विस .यही है वह पीठ के नीचे  के हिस्से में अवस्थित चौड़ी हड्डियों का समुच्चय जिससे टाँगे जुडी होतीं हैं .इसे ही कहतें  हैं श्रोणी .पेल्विक बोले तो श्रोणीय.  आपके नितम्ब की अस्थियों के पीछे अवस्थित होतीं हैं Sacrum और  coccyx.

अग्र  (सामने से )भाग से ये ही हमारी pubic bones बनातीं  हैं  .  

महिलाओं का पेल्विस क्षेत्र चौड़ा  होता है ,ज्यादा घुमावदार भी रहता है ,अपेक्षाकृत बड़ा इनलेट भी लिए रहता है .ताकि प्रसव मुमकिन हो सके .पेल्विक इन्कम्पेतिबिलिती कई महिलाओं में सिजेरियन सेक्शन की वजह बनती है जब बच्चा पेट खोल के निकाला जाता है .


Pubis  :It is the joined pair of bones comprising the lower front of the hipbone in humans.नितम्ब  की अस्थि का निचला अग्र भाग ये दो हड्डियां  ही  मिलके बनातीं हैं .लैटिन भाषा में प्रजनन क्षेत्र की अस्थि प्युबिस कहलाती है .प्युबिक बोन को ही प्युबिस कह देते हैं .

Ischium:The lowest and rear most of the three bones that make up each half of the pelvis.लेटिन भाषा में iskhion का मतलब होता है हिप जोइंट .

नितम्बों के जोड़ 

जिस जगह पर दो हड्डियां मिलतीं हैं वह जोड़ कहाती है .नितम्बों में भी कई जोड़ हैं .इनमें  से एक को कहा जाता है ball-and -socket joint.

जंघा  की हड्डी के शीर्ष को कहा जाता है "बाल "और नितम्ब के acetabulum को कहा जाता है "सोकिट".

Acetabulum is the  curved cavity on the side of the hip bone where the end of the thigh bone fits .

दूसरा  जोड़  कहलाता  है सेक्रोइलियाक जोइंट (sacroiliac joint ).यह  संधि  स्थल  है  सेक्रम(sacrum ) और इलियम(ilium ) का . 

एक और भी जोड़ है यह कहलाता है symphysis pubis.यह  वहां  बनता  है  जहां श्रोणी की हड्डियां आगे से आकर मिलतीं हैं .

Symphysis pubis is a joint where the pubis bones meet in the front .

They separate a little during child birth so the pelvic cavity can enlarge.   

कमर  के  निचले  हिस्से ,नितम्ब और जंघा का दर्द 

अध्ययनों से पुष्ट हुआ है जितने भी लोगों को कमर के निचले हिस्से में दर्द रहता है उसकी वजह बनता है नितम्ब /नितम्बों का असंतुलन ,unbalanced hip .

नितम्ब के जोड़ों में मौजूद गडबडी ,इनका ठीक से काम न कर पाना कमर के निचले हिस्से में रहने वाले दर्द को उभारता है .

एक और अध्ययन के अनुसार जब भी सियाटिक लेग पैन distribution का मरीज़ दर्द से छटपटाता मिले शक सुबह सेक्रोइलियक जोड़ की खराबी की ओर जाना चाहिए ,डिस्क के विरूपण पर नहीं .शल्य चिकित्सा के बारे में इस स्थिति में ज़रा भी न सोचें ऐसा इस अध्ययन का सार रहा है .  

Pelvic Organs And Your Hips 

श्रोणीय अंग और कुल्हे (पुट्ठे )

मेरु स्थम्ब  से निकलने वाली तमाम नसें निचली कमर और नितम्बों में से होती हुई मूत्राशय ,गुर्दों ,पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट ),योनी ,और श्रोणीय अंगों (प्रजनन तंत्र के आसपास के  हिस्सों  )तक  पहुंचतीं हैं . गर्भाशय और Lower intestines तक  भी  जातीं  हैं  यह  नसें  .इनमें किसी भी प्रकार की दाह या जलन का न होना बहुत ज़रूरी होता है .इन पर किसी तरह का दवाब भी नहीं बनना चाहिए .न संपीडन (कम्प्रेशन )न स्ट्रेस .

कोई सौ साल तक काइरोप्रेक्टर ,काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा के तमाम  माहिरों ने रीढ़ के स्वास्थ्य और नितम्ब ,सेक्रोइलियकजोइंट  और टांगों की परेशानियों को एक दूसरे से जुड़ा हुआ पाया है .

नितम्बों की विषमता ही टांगों की गैर -बराबरी (विषमता )को जन्म देती है .यानी एक टांग छोटी रह सकती है लम्बाई में दूसरी से .ऐसे में दीर्घ टांग चलते वक्त दवाब झेलती है .इसी पार्श्व यानी लम्बी टांग वाली साइड के घुटने ,नितम्ब एडी और पैर भी दर्द और दवाब झेलने लगतें हैं .

जब आप आराम से लेटतें हैं तब यह लम्बाई का अंतर साफ़ पता चलता है .इसका काइरोप्रेक्टिक जांच में बड़ा महत्व है .एक तरह का काइरोप्रेक्टिक टेस्ट ही है यह जांच .

गर्भावस्था 

जोड़ों को आराम दायक स्थिति में बनाए रखने के लिए कुदरती तौर पर गर्भवती महिलाएं अतिरिक्त  हारमोन बनाती हैं  ताकि गर्भस्थ के लिए प्रसव में मुश्किलें न आएं .लेकिन यदि रीढ़ की हड्डियां (रीढ़ )स्वस्थ नहीं है गर्भवती महिला की ,नितम्बों और अन्य जोड़ों की अस्थिरता का पता चलेगा .यही अस्थिरता प्रसव को पेचीदा बना सकती है .

काइरोप्रेक्टिक निगरानी इसी लिए प्रसव से पहले और उत्तर प्रसव भी बहुत काम की चीज़ है .

माहिरों के अनुसार सेक्रोइलियक जोइंट का सही संरेखण (प्रोपर एलाइन -मेंट ),नितम्ब और रीढ़ का सही समायोजन गर्भ काल और प्रसव दोनों को आरामदायक बनाए रहता है .सुरक्षित भी .प्रसव बाद स्वास्थ्य लाभ भी ऐसे में जल्दी मिलता है .

बालकों में नितम्ब सम्बन्धी समस्याएं 

बच्चों की रीढ़ की जांच एक दम से ज़रूरी होती है समय समय पर होती रहनी चाहिए क्योंकि बाल्य  काल जोश और कूद फांद  से भरा रहता है यहाँ कूद वहां लटक ,पेड़ पे चढ़ ,उतर बनी रहती है आजकल गली गली स्केट्स भी करते दिख जातें हैं बच्चे , ऐसे में कभी कभार गंभीर चोट भी आ ही जाती है .ऐसे में नितम्बों के अलावा ,टांगों की लम्बाई ,सेक्रोइलियक जोड़ों की भी बराबर जांच होनी चाहिए .

subluxations मिलने पर उनका समाधान होना चाहिए ,रीढ़ और नितम्ब समायोजन होना चाहिए .

stressful birth नवजात की रीढ़ को क्षति  ग्रस्त कर सकती है .आगे जाके यही नामालूम  सी भूल बड़ी भूल साबित होती है .

सारांश 

पारिवारिक स्वास्थ्य की आवधिक जांच में काइरोप्रेक्टिक स्पाइनल चेकअप को बराबर जगह मिलनी चाहिए .बालकों के लिए यह जांच और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सेक्रोइलियक और निचली कमर की परेशानोयों की नींव बचपन में ही पड़  जाती है .

गर्भवती महिलओं को हर हाल रीढ़ जांच की पहल करनी चाहिए .प्रसव का दवाब और मुश्किल प्रसव ,ट्रौमा आफ चाइल्ड बर्थ केवल नितम्बों को ही नहीं पूरे मेरु स्थम्ब (स्पाइनल कोलम )को असर ग्रस्त कर सकता है .

समस्या को सिर ही न उठाने दिया जाए .बे -झिझक जांच करवाई जाए . 

अस्थि-सुषिर -ता (अस्थि -क्षय ,अस्थि भंगुरता )यानी अस्थियों की दुर्बलता और भंगुरता का एक रोग है ओस्टियोपोसोसिस


अस्थि-सुषिर -ता (अस्थि -क्षय ,अस्थि भंगुरता )यानी अस्थियों की दुर्बलता और भंगुरता का एक रोग है ओस्टियोपोसोसिस 

सात आसान उपाय अपनाइए ओस्टियोपोरोसिस से  बचाव के लिए 

तकरीबन चार करोड़ चालीस लाख अमरीकी लोग अस्थियों को कमज़ोर और भंगुर बनाने वाले इस रोग से ग्रस्त हैं इनमें ६८% महिलायें हैं .

एक स्वास्थ्य  वर्धक खुराक जिसमे शामिल रहें -फल ,तरकारियाँ ,मोटे अनाज और Lean protein साथ  में जिसके हों विटामिन डी ,विटामिन K और विटामिन C ,और केल्शियम ,मैग्नीशियम ,पोटेशियम  खनिज  तब रहें आप की हड्डियां सही सलामत .

Skeleton Key :Why Calcium Matters

हमारे तमाम अस्थि पंजर (कंकाल) की मजबूती के लिए सबसे ज़रूरी और अनिवार्य तत्व है केल्शियम खनिज .लेकिन इसके संग साथ हो   विटामिन D  का .साथ में आपको मालूम हो उम्र के मुताबिक़ कब आपको कितना केल्शियम खनिज चाहिए .

९-१८ साला किशोरियों के लिए रोजाना १३०० मिलीग्राम ,१९ -५० साला महिलाओं के लिए १००० ,

पचास साल से ऊपर की महिलाओं  को चाहिए प्रतिदिन १२०० मिलीग्राम .  

अब सवाल है कि कैसे इसे खुराक में जगह दिलवाई जाए ?

(१) रोजाना एक ग्लास दूध पियें 

One 8 -ounce glass of organic milk has 290 milligrams of calcium and more than 8 grams of protein.If you are lactose intolerant ,try lactose -free products or nondairy options like coconut and almond milk ,both of which are fortified with calcium.

Lactose is a sugar (disaccharide)composed of glucose and galactose .Source milk 

बतलादें आपको एक औंस का मतलब २८.३५ ग्राम ,और एक पाउंड में सोलह औंस होतें हैं और एक पाउंड का मतलब ४५४ ग्राम होता है .उस हिसाब से आठ औंस हो गया २२७ ग्राम या मिलीलीटर (तकरीबन सवा दौ सौ ग्राम ).

ओरगेनिक  दूध से मतलब मवेशी को कार्बनिक खाद से पैदा हरा चारा और अनाज ही खिलाया गया हो ,उसमें कीट और नाशी जीवों का अंश न हो .बेशक  कुछ लोगों को दूध हजम नहीं होता कुछ को एलर्जी होती है उनके लिए है नारियल पानी ,बादाम और नारियल  से तैयार पुष्टिकृत दूध जिसमे अतिरिक्त केल्सियम मिलाया गया हो . 



लेक्टोज़ दूध  में पाई जाने वाली एक शर्करा ही है जिसका इस्तेमाल कुछ शिशु आहारों में किया जाता है (dextrose,fructose,glucose,और sucrose).  

हड्डियों की सलामती के लिए धूम्रपान करतें हैं तो छोड़ दीजिए 

धूम्रपान इस्ट्रोजन के स्तर को कम करता है जिसकी कमी बेशी अस्थि क्षय (लोस ऑफ़ बोन मॉस )की वजह बन सकती है मतलब ओस्टियोपोरोसिस .

Think about a supplement 

केल्शियम संपूरक कोई बुरी चीज़ नहीं हैं ,इस तरह हिकारत से न देखो 

भरपूर टहल कदमी उम्र के अनुरूप भौतिक सक्रीयता के साथ पर्याप्त मात्रा में केल्शियम और विटामिन डी को खुराक में महत्वपूर्ण स्थान देने  से 
आगे चलके आराम रहता है .अस्थि पंजर सलामत रहतें हैं .ओस्टियोपोरोसिस के खतरे का वजन कम रहता है .

Eat more greens .

The best choice include cooked chinese cabbage ,white beans ,kale ,bok choy and broccoli.Bok choy (pak choi )Chinese Guangdang dialect baahk -choi  is a white vegetable.

Kale (kail )is also a variety of cabbage a  hardy heartless variety of cabbage with dark green curly leaves.

स्कोटलैंड में पैदा होने वाला बंद गोभी है काले या कैल जिसके पत्ते ज्यादा हरे तथा कुंडली जैसे होतें हैं .यहाँ रेन- डा- जू सब्जी मंडी  में हमने दसियों तरह का बंद गोभी देखा है .ब्रोक्क्ली आप सभी ने देखा भी होगा स्टीम करके सलाद में खाया भी होगा .चीनी वाईट वेजिटेबिल भी हमने देखी है .

कम कीजिये एल्कोहल और केफीन युक्त पेय का सेवन 

एल्कोहल का (अधिक )इस्तेमाल आपके शरीर द्वारा केल्शियम की ज़ज्बी को दुष्कर बना देता है .केफीन एक मूत्रल पदार्थ है इसके  ज्यादा सेवन से ज़रूरी खनिज लवण पेशाब के साथ हमारे शरीर से बाहर चले जातें हैं .

नाश्ते में दही का सेवन कीजिये 

Your best choice is organic plain yogurt .Look for brands with no artificial preservatives ,colors ,flavorings ,sugar or other sweeteners.Steer clear  of low -fat dairy products with thickeners ,gelling agents or gums.

Lift weights 

Studies have shown that load -bearing activity improves bone strength and density .

अध्ययनों  से पुष्ट हुआ अस्थि घनत्व और और हड्डियों की ताकत में इजाफा होता है वजन उठाने वाले व्यायामों से (कुछ भी जो आपकी उम्र के अनुरूप हो ,भले आप सब्जी का थैला ही टाँगे चले मील दो मील ).

सन्दर्भ -सामिग्री :Family Wellness  Fitness 

Skeleton Key :Why Calcium Matters 

7 easy ways to fend off osteoporosis /Healthy Living Made Simple SEPTEMBER/OCTOBER 2012 P 33 

बुधवार, 29 अगस्त 2012

सात आसान उपाय अपनाइए ओस्टियोपोरोसिस से बचाव के लिए

अस्थि-सुषिर -ता (अस्थि -क्षय ,अस्थि भंगुरता )यानी अस्थियों की दुर्बलता और भंगुरता का एक रोग है ओस्टियोपोसोसिस 

सात आसान उपाय अपनाइए ओस्टियोपोरोसिस से  बचाव के लिए 

तकरीबन चार करोड़ चालीस लाख अमरीकी लोग अस्थियों को कमज़ोर और भंगुर बनाने वाले इस रोग से ग्रस्त हैं इनमें ६८% महिलायें हैं .

एक स्वास्थ्य  वर्धक खुराक जिसमे शामिल रहें -फल ,तरकारियाँ ,मोटे अनाज और Lean protein साथ  में जिसके हों विटामिन डी ,विटामिन K और विटामिन C ,और केल्शियम ,मैग्नीशियम ,पोटेशियम  खनिज  तब रहें आप की हड्डियां सही सलामत .

Skeleton Key :Why Calcium Matters

हमारे तमाम अस्थि पंजर (कंकाल) की मजबूती के लिए सबसे ज़रूरी और अनिवार्य तत्व है केल्शियम खनिज .लेकिन इसके संग साथ हो   विटामिन D  का .साथ में आपको मालूम हो उम्र के मुताबिक़ कब आपको कितना केल्शियम खनिज चाहिए .

९-१८ साला किशोरियों के लिए रोजाना १३०० मिलीग्राम ,१९ -५० साला महिलाओं के लिए १००० ,

पचास साल से ऊपर की महिलाओं  को चाहिए प्रतिदिन १२०० मिलीग्राम .  

अब सवाल है कि कैसे इसे खुराक में जगह दिलवाई जाए ?

(१) रोजाना एक ग्लास दूध पियें 

One 8 -ounce glass of organic milk has 290 milligrams of calcium and more than 8 grams of protein.If you are lactose intolerant ,try lactose -free products or nondairy options like coconut and almond milk ,both of which are fortified with calcium.

Lactose is a sugar (disaccharide)composed of glucose and galactose .Source milk 

बतलादें आपको एक औंस का मतलब २८.३५ ग्राम ,और एक पाउंड में सोलह औंस होतें हैं और एक पाउंड का मतलब ४५४ ग्राम होता है .उस हिसाब से आठ औंस हो गया २२७ ग्राम या मिलीलीटर (तकरीबन सवा दौ सौ ग्राम ).

ओरगेनिक  दूध से मतलब मवेशी को कार्बनिक खाद से पैदा हरा चारा और अनाज ही खिलाया गया हो ,उसमें कीट और नाशी जीवों का अंश न हो .बेशक  कुछ लोगों को दूध हजम नहीं होता कुछ को एलर्जी होती है उनके लिए है नारियल पानी ,बादाम और नारियल  से तैयार पुष्टिकृत दूध जिसमे अतिरिक्त केल्सियम मिलाया गया हो . 



लेक्टोज़ दूध  में पाई जाने वाली एक शर्करा ही है जिसका इस्तेमाल कुछ शिशु आहारों में किया जाता है (dextrose,fructose,glucose,और sucrose).  

हड्डियों की सलामती के लिए धूम्रपान करतें हैं तो छोड़ दीजिए 

धूम्रपान इस्ट्रोजन के स्तर को कम करता है जिसकी कमी बेशी अस्थि क्षय (लोस ऑफ़ बोन मॉस )की वजह बन सकती है मतलब ओस्टियोपोरोसिस .

Think about a supplement 

केल्शियम संपूरक कोई बुरी चीज़ नहीं हैं ,इस तरह हिकारत से न देखो 

भरपूर टहल कदमी उम्र के अनुरूप भौतिक सक्रीयता के साथ पर्याप्त मात्रा में केल्शियम और विटामिन डी को खुराक में महत्वपूर्ण स्थान देने  से 
आगे चलके आराम रहता है .अस्थि पंजर सलामत रहतें हैं .ओस्टियोपोरोसिस के खतरे का वजन कम रहता है .

Eat more greens .

The best choice include cooked chinese cabbage ,white beans ,kale ,bok choy and broccoli.Bok choy (pak choi )Chinese Guangdang dialect baahk -choi  is a white vegetable.

Kale (kail )is also a variety of cabbage a  hardy heartless variety of cabbage with dark green curly leaves.

स्कोटलैंड में पैदा होने वाला बंद गोभी है काले या कैल जिसके पत्ते ज्यादा हरे तथा कुंडली जैसे होतें हैं .यहाँ रेन- डा- जू सब्जी मंडी  में हमने दसियों तरह का बंद गोभी देखा है .ब्रोक्क्ली आप सभी ने देखा भी होगा स्टीम करके सलाद में खाया भी होगा .चीनी वाईट वेजिटेबिल भी हमने देखी है .

कम कीजिये एल्कोहल और केफीन युक्त पेय का सेवन 

एल्कोहल का (अधिक )इस्तेमाल आपके शरीर द्वारा केल्शियम की ज़ज्बी को दुष्कर बना देता है .केफीन एक मूत्रल पदार्थ है इसके  ज्यादा सेवन से ज़रूरी खनिज लवण पेशाब के साथ हमारे शरीर से बाहर चले जातें हैं .

नाश्ते में दही का सेवन कीजिये 

Your best choice is organic plain yogurt .Look for brands with no artificial preservatives ,colors ,flavorings ,sugar or other sweeteners.Steer clear  of low -fat dairy products with thickeners ,gelling agents or gums.

Lift weights 

Studies have shown that load -bearing activity improves bone strength and density .

अध्ययनों  से पुष्ट हुआ अस्थि घनत्व और और हड्डियों की ताकत में इजाफा होता है वजन उठाने वाले व्यायामों से (कुछ भी जो आपकी उम्र के अनुरूप हो ,भले आप सब्जी का थैला ही टाँगे चले मील दो मील ).

सन्दर्भ -सामिग्री :Family Wellness  Fitness 

Skeleton Key :Why Calcium Matters 

7 easy ways to fend off osteoporosis /Healthy Living Made Simple SEPTEMBER/OCTOBER 2012 P 33 

मिलिए डॉ .क्रैनबरी से

 .

मिलिए डॉ .क्रैनबरी  से

परिचय :एक होती है खट्टी छोटी लाल बेरी .रस या चटनी बनाने में प्रयुक्त होती है ये .लेकिन इसका सत (क्रैनबरी एक्सट्रेक्ट )मूत्र मार्ग संक्रमण (यूरिनरी ट्रेक्ट इन्फेक्शन )से बचाए रह सकता है ,खासकर महिलाओं को बारहा होने वाले Urinary Tract Infections (UT Is)से .यूरिनरी ट्रेक्ट हेल्थ (UT H) में यह मददगार रहती है .

बेशक इस सीधे सच्चे विचार को आधुनिक चिकित्सा के माहिरों का विरोध भी झेलना पडा है जिनके गले ये बात आसानी से नहीं उतरती है .एंटीबायोटिक प्रेमी ये तमाम लोग विस्मय और शक से देखते हैं लाल बेरी को .

अमरीका के मूल निवासी पकी हुई लाल बेरी का स्तेमाल परम्परा गत लोक या जन  (आंचलिक )चिकित्सा ,फोक मेडिसन के बतौर करते आयें हैं .  .इसे मूत्राशय और गुर्दा रोगों के लिए बड़ा मुफीद समझा गया है .

एंटीबाय्टिक्स की खोज से पहले इसे UT I का सबसे लोकप्रिय उपाय (इलाज़ )माना जाता था .

आश्चर्य कीजिएगा आप भी यह जानकर ,कुदरती लाल बेरी उत्पाद एक असरकारी और सस्ता साधन है UTH के लिए .

अनेक अध्ययनों के नतीजों पर निगाह डालते हुए कहा जा सकता  है ,क्रैनबेरी में जीवाणुरोधी गुण हैं .एक दम से सुरक्षित उपाय है यह विकल्प है एंटीबायटिक्स का और इसके कोई पार्श्व (अवांछित )परिणाम भी नहीं हैं .

२००२ के एक अतिमहत्वपूर्ण अध्ययन से यह पुष्ट हुआ था ,लाल बेरी सस्ता और कारगर उपाय है UT I का  . 

एक फ्लेविनोइड यौगिक पाया जाता है लाल बेरी में जो UTH को बनाए रखता है .समझा जाता है यह एक A -type proanthocyanidins(PACs)है जो जीवाणु को मूत्र मार्ग से चस्पां नहीं होने देता है .यहीं पनपते हैं ये रोग कारक जीवाणु .

कैसे शामिल कीजिएगा लाल बेरी को अपनी मूत्र मार्ग स्वास्थ्य निगरानी में ?

(१)क्या क्रैनबेरी ज्यूस कंसेनट्रेट लीजिएगा लेकिन ज़नाब यह तो बहुत तीखा (खट्टा या तीक्ष्ण )होता है .कैसे लीजिएगा .दांत खट्टे हो जायेंगे .

(२)क्रैनबेरी कोकटेल ?नहीं इसमें बहुत शक्कर घुली रहती है जो UT I के खतरे के वजन को बढ़ा ही सकती है .

(३)क्रैनबेरी एक्सट्रेक्ट ?हाँ पोषण विज्ञान और बचावी चिकित्सा के माहिर लाल बेरी के सत  की ही वकालत करतें हैं .

Cranberry extracts offer the benefits of as many as 30 pounds of cranberries concentrated into a once -a -day dosage.

प्रचुरता  है लालबेरी सत में   PACs  की   .एक  निरोग ,स्वस्थ मूत्राशय और मूत्र मार्ग को साफ़ सुथरा बनाए रखने के अलावा यह एंटीओक्सिडेंट आपकी सेहत की  परिपूर्ण हिफाज़त करता है .

बारहा UT Is से आजिज़ (तंग )आ चुकी महिलाओं को खासकर वे जो वैकल्पिक चिकित्सा की तलाश में हैं लालबेरी विकल्प भी आजमाना चाहिए .

सन्दर्भ -सामिग्री :Do cranberries really support urinary tract health ?Yes this popular fruit offers an effective solution./Supplements/ask dr .myers /Family Wellness /September/october2012 SamsClub.com/healthyliving p43.

Dr.Andrew Myers is an expert in nutrition and preventive medicine and the co -author of Health Is Wealth:10 Power Nutrients That Increase Your Odds of Living to 100 and Health Is Wealth: Performance Nutrition .
Visit healthiswealth.net  for more information.   

मिलिए डॉ .क्रैनबरी से

मिलिए डॉ .क्रैनबरी  से

परिचय :एक होती है खट्टी छोटी लाल बेरी .रस या चटनी बनाने में प्रयुक्त होती है ये .लेकिन इसका सत (क्रैनबरी एक्सट्रेक्ट )मूत्र मार्ग संक्रमण (यूरिनरी ट्रेक्ट इन्फेक्शन )से बचाए रह सकता है ,खासकर महिलाओं को बारहा होने वाले Urinary Tract Infections (UT Is)से .यूरिनरी ट्रेक्ट हेल्थ (UT H) में यह मददगार रहती है .

बेशक इस सीधे सच्चे विचार को आधुनिक चिकित्सा के माहिरों का विरोध भी झेलना पडा है जिनके गले ये बात आसानी से नहीं उतरती है .एंटीबायोटिक प्रेमी ये तमाम लोग विस्मय और शक से देखते हैं लाल बेरी को .

अमरीका के मूल निवासी पकी हुई लाल बेरी का स्तेमाल परम्परा गत लोक या जन  (आंचलिक )चिकित्सा ,फोक मेडिसन के बतौर करते आयें हैं .  .इसे मूत्राशय और गुर्दा रोगों के लिए बड़ा मुफीद समझा गया है .

एंटीबाय्टिक्स की खोज से पहले इसे UT I का सबसे लोकप्रिय उपाय (इलाज़ )माना जाता था .

आश्चर्य कीजिएगा आप भी यह जानकर ,कुदरती लाल बेरी उत्पाद एक असरकारी और सस्ता साधन है UTH के लिए .

अनेक अध्ययनों के नतीजों पर निगाह डालते हुए कहा जा सकता  है ,क्रैनबेरी में जीवाणुरोधी गुण हैं .एक दम से सुरक्षित उपाय है यह विकल्प है एंटीबायटिक्स का और इसके कोई पार्श्व (अवांछित )परिणाम भी नहीं हैं .

२००२ के एक अतिमहत्वपूर्ण अध्ययन से यह पुष्ट हुआ था ,लाल बेरी सस्ता और कारगर उपाय है UT I का  . 

एक फ्लेविनोइड यौगिक पाया जाता है लाल बेरी में जो UTH को बनाए रखता है .समझा जाता है यह एक A -type proanthocyanidins(PACs)है जो जीवाणु को मूत्र मार्ग से चस्पां नहीं होने देता है .यहीं पनपते हैं ये रोग कारक जीवाणु .

कैसे शामिल कीजिएगा लाल बेरी को अपनी मूत्र मार्ग स्वास्थ्य निगरानी में ?

(१)क्या क्रैनबेरी ज्यूस कंसेनट्रेट लीजिएगा लेकिन ज़नाब यह तो बहुत तीखा (खट्टा या तीक्ष्ण )होता है .कैसे लीजिएगा .दांत खट्टे हो जायेंगे .

(२)क्रैनबेरी कोकटेल ?नहीं इसमें बहुत शक्कर घुली रहती है जो UT I के खतरे के वजन को बढ़ा ही सकती है .

(३)क्रैनबेरी एक्सट्रेक्ट ?हाँ पोषण विज्ञान और बचावी चिकित्सा के माहिर लाल बेरी के सत  की ही वकालत करतें हैं .

Cranberry extracts offer the benefits of as many as 30 pounds of cranberries concentrated into a once -a -day dosage.

प्रचुरता  है लालबेरी सत में   PACs  की   .एक  निरोग ,स्वस्थ मूत्राशय और मूत्र मार्ग को साफ़ सुथरा बनाए रखने के अलावा यह एंटीओक्सिडेंट आपकी सेहत की  परिपूर्ण हिफाज़त करता है .

बारहा UT Is से आजिज़ (तंग )आ चुकी महिलाओं को खासकर वे जो वैकल्पिक चिकित्सा की तलाश में हैं लालबेरी विकल्प भी आजमाना चाहिए .

सन्दर्भ -सामिग्री :Do cranberries really support urinary tract health ?Yes this popular fruit offers an effective solution./Supplements/ask dr .myers /Family Wellness /September/october2012 SamsClub.com/healthyliving p43.

Dr.Andrew Myers is an expert in nutrition and preventive medicine and the co -author of Health Is Wealth:10 Power Nutrients That Increase Your Odds of Living to 100 and Health Is Wealth: Performance Nutrition .
Visit healthiswealth.net  for more information.    

मंगलवार, 28 अगस्त 2012

आओ पहले बहस करो

आओ पहले बहस करो -डॉ .वागीश मेहता ,डी .लिट .,1218 ,शब्दालोक ,सेक्टर -4 ,अर्बन एस्टेट ,गुडगाँव -122-001

बोला पुलिस मैन ,  साहब से आकर ,
गजब है तमाशा ,सुनो ध्यान  से सर ।

पकड़ा है जिस चोर को रंगे हाथ ,
अकड़ता मुकरता है ,वो साथ साथ ।

कहता है मुझसे ,करो बहस पहले ,
चाहे बाद में दर्ज़ करो, नहले दहले ।

देता खुली बहस का मैं निमन्त्रण ,
मैं देखता रोज़ ,चैनल पे संसद ।

है संसद संविधान से भी उच्चतर ,
पर बहस का रूतबा, संसद से ऊपर ।

स्वयं प्रमाणित घपले ,जो अकसर ,
उन पर भी निष्फल, बहसें निरंतर ।

आओ ,हम रपट से करें ,बहस पहले ,
विविध चैनलों पर, दिखें शाट्स सीधे ।

सुनो वोट आई -डी, लिया मैंने बनवा ,
जो है सौ रोगों की, बस एक दवा ।

मिली खूब सुविधा है वोटिस्तान   की ,
जय बोलो ,जय इंडिया देश महान की ।

सुना साहब ने तो सिर को खुजलाया ,
फिर धीरे -धीरे से यूं फुसफुसाया ,
संवेदनशील मुद्दा चाय पिलाओ ,
खामोशी से अपनी ड्यूटी निभाओ ।

प्रस्तुति :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई ),
43,309 ,सिल्वरवुड ड्राइव ,कैंटन ,मिशिगन ,यु एस .ए .48 188
दूर -ध्वनी :001 -734 -446 -5451







Hip ,Sacroiliac Leg Problems

Hip ,Sacroiliac Leg Problems

Chiropractic Bringing out the Best in you

A  Masterpiece Of Engineering

You sit on them ,need them to walk (your legs connect to them ) and they provide an attachment for dozens of muscles and ligaments .

Your hips are a masterpiece of Engineering

But like any precision instrument ,if they are not fitting just right ,all kinds of problems could arise .Do your joints "click" when you walk ?

Do your feet flare -out or in ?

Does one leg appear shorter than the other ?

Do you have leg ,knee ,buttock ,hip or low back weakness or pain ?

If you answered yes ,it's time to get a chiropractic checkup.

Chiropractors Correct  Subluxations

The Vertebral subluxation Complex (VSC)   is a distortion , jamming or locking of your spine that irritates ,pulls or compresses ("pinches")  your nerves,unbalances your posture ; weakens your discs ;stretches your ligaments ,tendons and muscles and can upset your general health .As terrible as all this sounds ,VSC are often initially painless .You may have one right now and not know it .

Your Hips And Pelvis

When you were born you had many more bones -each of your hip bones was originally  three separate bones :the ileum ,ischium and pubis.They fused at about puberty .Behind your hip bones are your sacrum and coccyx; in front they form your pubic bones.A woman's pelvis is wider than a man's ,has a larger inlet and is more curved -for delivering babies.

Sacrum :It is a triangular bone at the base of the spine that joins to a hip bone on each side and forms part of the pelvis.

Ileum(ileum):It  is the third and lowest portion of the small intestine ,extending from the jejunum to the pouched -shaped caeum at the beginning of the large intestine.



Pubis :The joined pair of bones comprising the lower front of the hip bone in humans .


Your Hip  Joints 

A joint is where two bones meet and your hips have a few of them.One of them is a ball -and -socket joint where the head ("ball")of the thigh bone meets the acetabulum("socket") of the hip .Another is the sacroiliac (SI)joint ,formed where the sacrum  and the ilium meet .And another is the symphysis pubis ,where the pubic bones meet in the front (they separate a little during child birth so the pelvic cavity can enlarge.)

Lower Back ,Buttock And Thigh Pain

Studies have implicated an unbalanced hip in most adults with low back pain ."Dysfunction in the hip joint may be a primary factor in the development of mechanical lower back pain "  says one report .Another states :" On confronting a patient in severe pain of sciatic (leg pain )distribution the first thought should be "sacroiliac" not "disc".....(with ) manipulation ...surgical treatment is forgotten."  

Pevic Organs And Your Hips

The nerves originating from the spinal column in the lower back and hips travel to the bladder ,kidneys ,prostate ,vagina and pelvic organs ,uterus and lower intestines .It is very important to ensure that the nerves to these organs are free of any irritation ,compression or stress.

In fact over a century chiropractors have noticed the intimate relationship between spinal health and hip,sacroiliac and leg problems.

When your hips are uneven ,your legs become uneven ; one appears longer than the other .More pressure is placed on the long leg when you walk : the knees ,hips ,ankle and feet on that side of your body may show pain and pressure.This is most noticeable when you lie down and is often used as a chiropractic test.

Pregnancy 

Pregnant women make hormones to relax their joints for easier delivery of the baby .However , if their spines are not healthy ,instability of the hip (and other ) joints may make what should be a joyous time one of pain.

Chiropractor care is particularly helpful during and after pregnancy .Chiropractors have noticed that a properly aligned SI joint ,hip and spine helps ensure a more comfortable pregnancy and a safer and easier delivery and postpartum recovery.

Children's Hip Problems

Since childhood is a very physical time full of falls ,accidents ,cuts ,scrapes and occasional serious injuries ,children should have their spines checked regularly ,including their hips ,their leg lenghths and their SI or sacroiliac joints by a doctor of chiropractic to ensure they are free of subluxations .Chiropractors and body workers have often observed that a stressful birth can damage a child's spine and can cause problems in adult life if not corrected.

Conclusion  : Chiropractic spinal checkup should be part of your family''s healthcare regime.This is specially important for children    
since sacroiliac and lower back problems may have their origins in childhood .

Pregnant women should definitely have a spinal exam since the stress of pregnancy and trauma of childbirth affect the hips and entire spinal column.

Why wait for a problem to arise ?See your chiropractor for regular spinal exams.

There are many adjusting procedures for the hips and pelvis.

Your hips are a masterpiece of engineering that a chiropractic can keep balanced and in alignment.

Sacroiliac and lower back problems have their origins in childhood .

आजमाए हुए रसोई घर के नुसखे



बूँद समाना समुंद में...शेखर जेमिनी 


आजमाए हुए रसोई घर के नुसखे

(1)शहद और  देशी घी का बराबर बराबर मात्रा में सेवन न करें ,इनका परस्पर रिश्ता 36 का है .

(2)दूध और दही एक ही समय पर न खाएं .

(3)चिकनाई कमसे कम खाएं ,मेवे को जगह दें .

(4)एक चुटकी लाहोरी (सैंदा )नमक ,एक चुटकी हल्दी लेकर ऊपर से कुछ बूंदे सरसों के तेल की छिडकें .मालिश करें आहिस्ता आहिस्ता दांतों और मसूढ़ों की .नमक में किरकिरी न हो बारीक पाउडर हो .खाली सरसों तेल की मालिश से भी मसूढ़े मजबूत होतें हैं .

?कैसे करें बचाव पित्ती के  बारहा उछलने से ?


*पुदीना ताज़ा 25 ग्राम ,गुड पचास ग्राम और अजवायन (Carom seeds )10ग्राम लेकर 400 मिलीलीटर जल में तब तक उबालें जब तक ये घोल घटके तकरीबन आधा न रह जाए (250 ग्राम के करीब ).छान कर ठंडा कर लें .इसकी पांच खुराकें  बनाकर दो दो घंटा बाद कुछ दिन तक नियमित लें .Urticaria से राहत मिलेगी .

? कैसे छुटकारा पाएं बालों की रूसी से

*  दो सौ मिलीलीटर ताज़ा टमाटर के अर्क (जूस )में एक छोटा चम्मच चाय का भरके चीनी मिलाकर केश राशि में धीरे धीरे ऊंगली के पौरों  से लगाएं .आधा घंटा बाद  पानी से सर धौ  लें .कुछ दिन तक यही उपाय अपनाएं .

?चेहरे तथा शरीर के अन्य भागों पर निकल आये मुंहासों से कैसे पाएं छुटकारा

*  दस ग्राम तुलसी पाउडर (Dried Tulsi,Holi basil-Ocimum sanctum)50 ग्राम घर के निकाले मख्खन (या वाईट बटर नमक न हो ,)में मिलाकर रात को सोने से पहले कील मुंहासों पर मल  लें .लगाने से पहले मुंह धौ लें ,सुबह उठकर भी .

?क्या करें गर्मी से राहत के लिए

*पचास ग्राम ताज़ा हरा धनिया (Fresh coriander leaves),दस ग्राम पुदीना (Fresh mint leaves),एक औसत आकार का ताज़ा टमाटर और 15 ग्राम बंद गोभी (Cabbage) मिक्सी में लें .एक कप पानी मिलाकर जूस बना लें .स्वादानुसार सैंदा नमक या फिर सुगर क्रिस्टल ड़ाल  कर सुबह सवेरे बेड टी के स्थान पर लें .

प्रस्तुति (हिन्दुस्तानी में ):वीरुभाई


Kitchen Therapy...   Trusted Remedies....

Here we go... Every now and then, I would share my experiences with the Indian kitchen for our day to day health problems...!

Other members are also welcome to share their tips ( only authentic ones...)
So here go the first set of health tips.

--- Honey and ghee should never be taken together in equal quantities.

--- Milk and curd should not be taken together.

--- Consume least any kind of fat, have dry fruits instead.

--- Take a pinch of fine Sainda Namak or Lahori Namak, add a small pinch of turmeric, add a few drops of mustered oil. Rub this paste on your gum and teeth for about two minutes, Morning & night before going to bed. You may not have to see any dentist for the rest of your life.

Q. How to cure frequent occurrences of Urticarea..?

A. Take 25 gm mint leaves, 50 gm jaggery and 10 gm ajvayan ( Carom seeds ), put all the three in 400 ml of fresh water and boil hard to reduce approx. 250ml. Cool it to normal room temperature, filter it, divide it in 5 parts ( each 50 ml approx.) and take each dose at 2 hours interval. Repeat the same for a few days till the occurrence is completely stopped.

Q. How to cure Acne on face or other part of the body..?

A. 10 gm powder of dried Tulsi ( Basil ) leaves and 50 gm fresh butter ( without salt ). Mix well and apply on affected parts before going to sleep at night. Remember to wash your face before applying and the next morning also.

Q. How to cure Dandruff..?

A. Mix one tea spoonful of sugar in 200 ml of fresh tomato juice. Apply it and wash your hair after half an hour. Keep doing this for a couple of days.


Q. How to reduce body heat..?

A. Take 50 gms of fresh coriander leaves, 5 gms of mint leaves, one tomato and 15 gms of cabbage. Put it in a mixer and make a past (Ghatni). Add one cup of water and filter it. Add crystal sugar or Sainda namak (Pink rock salt) to taste. Drink it first thing in morning for about 15 days.

Take 300 mls of butter milk ( Chhachh or mathha) one hour before noon meals.

आजमाए हुए रसोई घर के नुसखे


बूँद समाना समुंद में...शेखर जेमिनी 


आजमाए हुए रसोई घर के नुसखे

(1)शहद और  देशी घी का बराबर बराबर मात्रा में सेवन न करें ,इनका परस्पर रिश्ता 36 का है .

(2)दूध और दही एक ही समय पर न खाएं .

(3)चिकनाई कमसे कम खाएं ,मेवे को जगह दें .

(4)एक चुटकी लाहोरी (सैंदा )नमक ,एक चुटकी हल्दी लेकर ऊपर से कुछ बूंदे सरसों के तेल की छिडकें .मालिश करें आहिस्ता आहिस्ता दांतों और मसूढ़ों की .नमक में किरकिरी न हो बारीक पाउडर हो .खाली सरसों तेल की मालिश से भी मसूढ़े मजबूत होतें हैं .

?कैसे करें बचाव पित्ती के  बारहा उछलने से ?


*पुदीना ताज़ा 25 ग्राम ,गुड पचास ग्राम और अजवायन (Carom seeds )10ग्राम लेकर 400 मिलीलीटर जल में तब तक उबालें जब तक ये घोल घटके तकरीबन आधा न रह जाए (250 ग्राम के करीब ).छान कर ठंडा कर लें .इसकी पांच खुराकें  बनाकर दो दो घंटा बाद कुछ दिन तक नियमित लें .Urticaria से राहत मिलेगी .

? कैसे छुटकारा पाएं बालों की रूसी से

*  दो सौ मिलीलीटर ताज़ा टमाटर के अर्क (जूस )में एक छोटा चम्मच चाय का भरके चीनी मिलाकर केश राशि में धीरे धीरे ऊंगली के पौरों  से लगाएं .आधा घंटा बाद  पानी से सर धौ  लें .कुछ दिन तक यही उपाय अपनाएं .

?चेहरे तथा शरीर के अन्य भागों पर निकल आये मुंहासों से कैसे पाएं छुटकारा

*  दस ग्राम तुलसी पाउडर (Dried Tulsi,Holi basil-Ocimum sanctum)50 ग्राम घर के निकाले मख्खन (या वाईट बटर नमक न हो ,)में मिलाकर रात को सोने से पहले कील मुंहासों पर मल  लें .लगाने से पहले मुंह धौ लें ,सुबह उठकर भी .

?क्या करें गर्मी से राहत के लिए

*पचास ग्राम ताज़ा हरा धनिया (Fresh coriander leaves),दस ग्राम पुदीना (Fresh mint leaves),एक औसत आकार का ताज़ा टमाटर और 15 ग्राम बंद गोभी (Cabbage) मिक्सी में लें .एक कप पानी मिलाकर जूस बना लें .स्वादानुसार सैंदा नमक या फिर सुगर क्रिस्टल ड़ाल  कर सुबह सवेरे बेड टी के स्थान पर लें .

प्रस्तुति (हिन्दुस्तानी में ):वीरुभाई


Kitchen Therapy...   Trusted Remedies....

Here we go... Every now and then, I would share my experiences with the Indian kitchen for our day to day health problems...!

Other members are also welcome to share their tips ( only authentic ones...)
So here go the first set of health tips.

--- Honey and ghee should never be taken together in equal quantities.

--- Milk and curd should not be taken together.

--- Consume least any kind of fat, have dry fruits instead.

--- Take a pinch of fine Sainda Namak or Lahori Namak, add a small pinch of turmeric, add a few drops of mustered oil. Rub this paste on your gum and teeth for about two minutes, Morning & night before going to bed. You may not have to see any dentist for the rest of your life.

Q. How to cure frequent occurrences of Urticarea..?

A. Take 25 gm mint leaves, 50 gm jaggery and 10 gm ajvayan ( Carom seeds ), put all the three in 400 ml of fresh water and boil hard to reduce approx. 250ml. Cool it to normal room temperature, filter it, divide it in 5 parts ( each 50 ml approx.) and take each dose at 2 hours interval. Repeat the same for a few days till the occurrence is completely stopped.

Q. How to cure Acne on face or other part of the body..?

A. 10 gm powder of dried Tulsi ( Basil ) leaves and 50 gm fresh butter ( without salt ). Mix well and apply on affected parts before going to sleep at night. Remember to wash your face before applying and the next morning also.

Q. How to cure Dandruff..?

A. Mix one tea spoonful of sugar in 200 ml of fresh tomato juice. Apply it and wash your hair after half an hour. Keep doing this for a couple of days.


Q. How to reduce body heat..?

A. Take 50 gms of fresh coriander leaves, 5 gms of mint leaves, one tomato and 15 gms of cabbage. Put it in a mixer and make a past (Ghatni). Add one cup of water and filter it. Add crystal sugar or Sainda namak (Pink rock salt) to taste. Drink it first thing in morning for about 15 days.

Take 300 mls of butter milk ( Chhachh or mathha) one hour before noon meals.