इस दिन अमरीका और कनाडा में शीत निद्रा छोड़ ग्राउंड होग अपने गर्म बिलों से बाहर निकल आतें हैं .ऐसा यह प्राणी मौसम का जायजा लेने के लिए करता है ।
ग्राउंड होग जिसे वुद्चक भी कहा जाता है एक हेअवी सेट शोर्ट -लेग्गेद मर्मोट है ,जिसका फ़रब्राउनिश रंगत लिए होता है इस पर ग्रे धारिया मौजूद रहतीं हैं .दक्षिण अमरीका में इसका डेरा है ।
"ग्राउंड्स होग डे" एक परम्परा गत अमरीकी त्यौहार है .जिसे हर बरस २ फरवरी को मनाया जाता है .कहतें हैं (स्कोतिश दन्त कथा ):इफ केंडिल मॉस दे इज ब्राईट एंड क्लीयर देयर विल बी टू विंटर्स इन दाईयर .ऐसी मान्न्य्ता है यदि यह प्राणी अपनी गर्म खोह (इलेक्त्रिफ़ाइद bअरो )से बाहर निकलने पर अपनी छाया देख लेता है ,जिसे देख कर यह पुनः गायब हो जाता है शीत निद्रा में चला जाता है ,तब ऐसा मान लिया जाता है ,शीत काल की अवधि ६ हफ्ता और रहेगी .लेकिन यदि इसे अपनी छाया दिखलाई नहीं देती है ,तब शीत काल जल्दी विदा हो जाए गा .तो साहिब मौसमी विज्ञानी है यह जीव .मौसम की टोहले लेता है .
रविवार, 14 फ़रवरी 2010
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1 टिप्पणी:
अज ही रतलामी जी की चिठा चर्चा मे आपका ब्लाग देखा आज पता चला है कि मैने कितना महत्वपूर्ण ग्यान अनजाने मे खो दिया । बहुत अच्छी जानकारी है आपके ब्लाग पर धीरे धीरे सब पढूँगी। धन्यवाद्
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