कई युवतियों को माहवारी (मासिक स्राव ,मासिक धर्म ,मेन्स्त्र्युअल् ब्लीडिंग )के दरमियान जोर से और देर तक पेट में होने वाला दर्द ,पेडू की ऐंठन बेहद तकलीफ देह साबित होती है .अमूमन इससे राहत के लिए महिलायें एंटी -स्पाज्मोतिक ,पेंकिलार्स का स्तेमाल करतीं हैं .अब साइंस दानों ने पता लगाया है ,एक्यु -पंचर इस दर्द और असहनीय पीड़ा से राहत दिलवाने का असरकारी ज़रिया बनता है ।
साउथ कोरिया ओरिएंटल अस्पताल और मेडिकल सेंटर के विज्ञानियों ने ३००० महिलाओं पर अब तक किये गए तमाम सर्वेक्षणों की गहन पड़ताल करने के बाद पता लगाया है ,एक्यु -पंचर दवाओं और हर्बल मेडिसिन (जड़ी बूटी चिकित्सा )से ज्यादा असरकारी साबित होता है ."क्युंग ही यूनिवर्सिटी के '"तत्वाधान में स्तिथ है यह चिकित्सा केंद्र ।
दरअसल एक्यूपंचर चिकित्सा स्रावी तंत्र को सक्रीय कर (एन्डोक्राइन सिस्टम को स्तिम्युलेट कर )केन्द्रीय स्नायु तंत्र में एन्दोर्फिंस और सेरोटोनिन के उत्पादन को एड लगा देता है ।
एक लम्बी दौड़ के बाद खिलाड़ियों को इसी एंडोर्फिन की वजह से सुखानुभूति होती है .सेरोटोनिन एक न्यूरो -ट्रेन्स -मीटर है ,जिसे हमारा दिमाग कई अन्य रासायनिक हरकारों (मेसेंजर्स )के साथ तैयार करता है ।
इसीलिए फार्माकोलोजिकल ट्रीटमेंट के बरक्स एक्यु -पंचर को एक बेहतरीन दर्द निवारक का दर्ज़ा मिल रहा है ।
जर्नल ऑफ़ ओब्स्तेत्रिक्स (स्त्री रोग विज्ञान )एंड गा -इनोकोलोजी में उक्त नतीजे प्रकाशित हुए हैं .ताज़ा अंक देखिये इस विज्ञान पत्रिका का .
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