शनिवार, 23 फ़रवरी 2013

महत्वपूर्ण सिर्फ यह नहीं है आप क्या और कितना खाते हैं ,एहम बात यह है ,कब खाते हैं ?


महत्वपूर्ण सिर्फ यह नहीं है आप क्या और कितना खाते 

हैं ,एहम बात यह है ,कब खाते हैं ?

Body clock disruption can cause diabetes ,heart 

attack 

महत्वपूर्ण केवल यह नहीं है ,आप क्या खाते हैं और कितना खाते हैं ,ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कब  खाते हैं .कोई खाने पीने का नियमित समय भी है आपकी जीवन शैली में ?टाइम बे -टाइम का खाना आपकी जैव घड़ी  को गड़बड़ा देता है .विच्छिन्न कर देता है .

जैव घड़ी में विक्षोभ होना कोई मामूली बात नहीं है क्योंकि इसी से जुड़ी है आपकी इन्सुलिन एक्टिविटी की नव्ज़ .इस सर्काडीयन  रिदम,  जैव घड़ी  की लय ताल   के विच्छिन्न हो जाने से न सिर्फ ओबीसिटी का जोखिम बढ़ जाता है मधुमेह और दिल के दौरे के खतरे का वजन भी बढ़ जाता है .यही सार तत्व है एक अभिनव अध्ययन का जो विज्ञान पत्रिका करेंट बायलोजी में प्रकाशित हुआ है .

The study was conducted by a team of Vanderbilt scientists led by Carl Johnson ,Owen McGuinness and Davidson Wasserman .

"Our study confirms that it is not only what you eat and how much you eat that is important for a healthy life style ,but when you eat is also very important ,"said researcher postdoctoral fellow Shu -qun Shi. 

7 टिप्‍पणियां:

Ayodhya Prasad ने कहा…

बहुत बढ़िया बात कही आपने ..

दिगम्बर नासवा ने कहा…

मतलब की अपनी आदतों में सुधार लाते हुवे ... समय पे नियमानुसार सब काम करने की आदत डालनी जरूरी है ...
समझ गए भाई जी ... राम राम ...

रविकर ने कहा…

बढ़िया है आदरणीय -
शुभकामनायें-

नमक कम किया -सुबह के नाश्ते में छोड़ा -
सुबह मेथी का जल शुरू किया -
आसन कर रहा हूँ-
आज दो घंटे क्रिकेट खेल-
मिशन -वजन घटना
पर खाना पूरा खाना ||

कालीपद "प्रसाद" ने कहा…

क्या खाएं, कितना खाएं ,कब खाएं ? हैं तो सब अच्छी बाते पर भारतीय घडी तो हमेशा लेट चलती है उसका क्या करें ?समय का ध्यान कैसे रखे ?
latest postमेरे विचार मेरी अनुभूति: मेरी और उनकी बातें

अज़ीज़ जौनपुरी ने कहा…

सर जी, जिन्दगी को समय
के सांचे में ढाल कर वेहद खूबशूरत
बनाया जा सकता है,साथ ही साथ आहार
को सयंमित कर सुखमय जीवन क़ी
पादन पर आराम से चढ़ा जा सकता है ,
बेहतरीन

डॉ टी एस दराल ने कहा…

सही कहा।
हालाँकि ज्यादा पढ़े लिखे ही सबसे ज्यादा इन बातों से लापरवाह होते हैं।

Anita Lalit (अनिता ललित ) ने कहा…

बिल्कुल सही बात सर!
~सादर!!!