मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013

उल्काश्म बीनने के लिए रेल -पेल मची है रूस में

उल्काश्म बीनने के लिए  रेल -पेल मची  है रूस में

और ऐसा हो भी क्यों न भारी मांग के बीच हज़ारों डॉलर मिल सकते हैं एक टुकड़े के एवज में .मास्को से कोई १५

० ०  किलोमीटर पूरब की ओर बसी है उद्योगिक नगरी चेल्याबिन्स्क जहां इन टुकड़ों को चुन लेने की हबड़  दबड़

मची हुई है .स्नो और आइस का चप्पा चप्पा छान रहे हैं लोगों के समूह .

एक शौकिया space enthusiast के अनुसार इन टुकड़ों के प्रत्येक ग्राम भार की कीमत $2 2 00 तक हो सकती है

.यह कीमत स्वर्ण की मौजूदा कीमत से ४ 0 गुना ज्यादा बतलाई जा रही है .

Urals Federal University के साइंसदानों की माने तो अब तक उन्हें ५ ३ उल्काश्म(उल्का पिंडो के टुकड़े ) हाथ

लग चुकें हैं .चट्टानी काला रंग लिए हैं ये तमाम टुकड़े .परीक्षणों से इनके स्माल उल्कापिंड होने की पुष्टि कर ली

गई है .

गौर तलब है गत शुक्रवार (१ ५ फरवरी ,२ ० १ ३ ,स्थानीय समय ० ९ :२ ० )रूस की उराल्स पर्बत्मालों के ऊपर

एक उल्का(Bolide ,synonym fire ball ,meteor) वास्तव में सूरज सी दहकती चमकीली फायर बाल लोगों ने देखी

.गिरते वक्त दहकती चमकीली गेंद ध्वनी के सामान्य

तापमान पर वेग से ७ ५ गुना वेग लिए थी .इसी से एक ताकतवर शोक वेव जब धरातल पर पहुंची दूर दूर तक

इमारतों के शीशे दरक गए .इन्हीं उड़ते टुकड़ों से बे -तहाशा लोग जख्मी हुए .एक ताज़ा अनुमान के अनुसार

तकरीबन 1 २ ० ० लोग जख्मी हो गए तथा $३ ३ मिलियन की संपत्ति नष्ट हो गई .शोक वेव का दवाब एक दम

से कम होने पर जो भयंकर विस्फोट हुआ ,लोगों ने समझा कोई एटमी बम फटा है और अब दुनिया नष्ट होने को

है .

2 टिप्‍पणियां:

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

कहीं ये रेडियोएक्टिव तो नहीं..

अजित गुप्ता का कोना ने कहा…

बहुत अच्‍छी जानकारी।