उच्च रक्तचाप के समाधान के लिए खुराक में नमक कम पोटेशियम
ज्यादा लीजिए
Low salt intake ,potassium -rich diet control BP
भले हममें से कई पालक ,कद्दू (घीया )की तरकारी को देख लार टपकाना
तो दूर मुंह बिचकाएं लेकिन भारतीयों को अब अपनी खुराक में पालक
,गाज़र और सीताफल (कुम्हड़ा ,काशीफल )जैसी तरकारियों तथा केला
,पपीता ,और खजूर जैसे फलों (मेवों )को शामिल करना ही पड़ेगा .
मरता क्या न करता .आज दुनिया भर में कुल जितने हाइपरटेंशन के
मरीज़ हैं उनका 14%सिर्फ भारत में है आंकड़ों की जुबानी तेरह करोड़ नब्बे
लाख लोग उच्चरक्त चाप के साथ ज़िंदा हैं .
हम लोग ,हम भारतीय दिनभर में औसतन 9 ग्राम नमक खा लेते हैं
.जबकि विश्वस्वास्थ्य संगठन की अनुशंशा के मुताबिक़ खुराक में नमक
की मात्रा प्रतिदिन 5 ग्राम से कम तथा सोडियम की 2000 मिलीग्राम
(2ग्राम )से कम रहनी चाहिए जबकि पोटेशियम की रोजाना की हमारी
खपत कमसे कम 3510 मिलीग्राम तो रहनी ही चाहिए .
दुनिया भर में उच्चरक्त चाप हर साल 70लाख लोगों की मौत की वजह
बनता है .
1980 -2008 के दौरान उच्चरक्त चाप से ग्रस्त भारतीयों की संख्या में 8करोड़ सत्तर लाख लोग और जुड़ गए .
सोडियम कुदरती तौर पर अनेक खाद्यों में रहता है मसलन दूध और क्रीम को ही लें इनके प्रत्येक 100 ग्राम में
50मिलीग्राम सोडियम रहता है .
अंडे के प्रत्येक 100 ग्राम भाग में 80मिलीग्राम सोडियम मौजूद रहता है .सशाधित खाद्यों में सोडियम मान
अपेक्षाकृत उच्चतर रहता है .ब्रेड(डबल रोटी ) के प्रत्येक 100 ग्राम भाग में 250मिलीग्राम सोडियम ,संशाधित
बेकन (सूअर की पीठ या बगल का नमक लगा या भुना हुआ मांस )100ग्राम में 1500मिलीग्राम सोडियम ,चीज़
,पफ्स ,पापकोर्न आदि के 100 ग्राम में 1500ग्राम सोडियम रहता है .सोया सोस के 100ग्राम 7000मिलीग्राम
सोडियम रहता है .
पोटेशियम बहुल खाद्यों में 100ग्राम बीन्स (फलियाँ ,सेम बीन आदि )एवं इतनी ही मटर (Peas)में
1300मिलीग्राम पोटेशियम ,अखरोट ,बादाम ,काजू आदि के इतने ही भाग में 600मिलीग्राम तथा पालक ,बंद
गोभी ,पासली (Parsley,एक प्रकार का पुदीने जैसा पौधा जिसके पत्तों के प्रयोग से भोजन अधिक स्वादिष्ट हो
जाता है )के प्रत्येक 100 ग्राम में भी 550 मिलीग्राम पोटेशियम रहता है .
फलों में केला ,पपीता ,खजूर के 100 ग्राम में 300मिलीग्राम पोटेशियम मौजूद रहता है .
विश्वस्वास्थ्य संगठन के डॉ Francesco Branca के अनुसार आज ज्यादातर लोग बहुत अधिक सोडियम का
सेवन कर रहें हैं जबकि उनकी खुराक में पोटेशियम की मात्रा ना -काफी है ,
सन्दर्भ -सामिग्री :-Low salt intake ,potassium -rich diet control BP /TOI,MUMBAI ,FEB4,2013,P15)
ज्यादा लीजिए
Low salt intake ,potassium -rich diet control BP
भले हममें से कई पालक ,कद्दू (घीया )की तरकारी को देख लार टपकाना
तो दूर मुंह बिचकाएं लेकिन भारतीयों को अब अपनी खुराक में पालक
,गाज़र और सीताफल (कुम्हड़ा ,काशीफल )जैसी तरकारियों तथा केला
,पपीता ,और खजूर जैसे फलों (मेवों )को शामिल करना ही पड़ेगा .
मरता क्या न करता .आज दुनिया भर में कुल जितने हाइपरटेंशन के
मरीज़ हैं उनका 14%सिर्फ भारत में है आंकड़ों की जुबानी तेरह करोड़ नब्बे
लाख लोग उच्चरक्त चाप के साथ ज़िंदा हैं .
हम लोग ,हम भारतीय दिनभर में औसतन 9 ग्राम नमक खा लेते हैं
.जबकि विश्वस्वास्थ्य संगठन की अनुशंशा के मुताबिक़ खुराक में नमक
की मात्रा प्रतिदिन 5 ग्राम से कम तथा सोडियम की 2000 मिलीग्राम
(2ग्राम )से कम रहनी चाहिए जबकि पोटेशियम की रोजाना की हमारी
खपत कमसे कम 3510 मिलीग्राम तो रहनी ही चाहिए .
दुनिया भर में उच्चरक्त चाप हर साल 70लाख लोगों की मौत की वजह
बनता है .
1980 -2008 के दौरान उच्चरक्त चाप से ग्रस्त भारतीयों की संख्या में 8करोड़ सत्तर लाख लोग और जुड़ गए .
सोडियम कुदरती तौर पर अनेक खाद्यों में रहता है मसलन दूध और क्रीम को ही लें इनके प्रत्येक 100 ग्राम में
50मिलीग्राम सोडियम रहता है .
अंडे के प्रत्येक 100 ग्राम भाग में 80मिलीग्राम सोडियम मौजूद रहता है .सशाधित खाद्यों में सोडियम मान
अपेक्षाकृत उच्चतर रहता है .ब्रेड(डबल रोटी ) के प्रत्येक 100 ग्राम भाग में 250मिलीग्राम सोडियम ,संशाधित
बेकन (सूअर की पीठ या बगल का नमक लगा या भुना हुआ मांस )100ग्राम में 1500मिलीग्राम सोडियम ,चीज़
,पफ्स ,पापकोर्न आदि के 100 ग्राम में 1500ग्राम सोडियम रहता है .सोया सोस के 100ग्राम 7000मिलीग्राम
सोडियम रहता है .
पोटेशियम बहुल खाद्यों में 100ग्राम बीन्स (फलियाँ ,सेम बीन आदि )एवं इतनी ही मटर (Peas)में
1300मिलीग्राम पोटेशियम ,अखरोट ,बादाम ,काजू आदि के इतने ही भाग में 600मिलीग्राम तथा पालक ,बंद
गोभी ,पासली (Parsley,एक प्रकार का पुदीने जैसा पौधा जिसके पत्तों के प्रयोग से भोजन अधिक स्वादिष्ट हो
जाता है )के प्रत्येक 100 ग्राम में भी 550 मिलीग्राम पोटेशियम रहता है .
फलों में केला ,पपीता ,खजूर के 100 ग्राम में 300मिलीग्राम पोटेशियम मौजूद रहता है .
विश्वस्वास्थ्य संगठन के डॉ Francesco Branca के अनुसार आज ज्यादातर लोग बहुत अधिक सोडियम का
सेवन कर रहें हैं जबकि उनकी खुराक में पोटेशियम की मात्रा ना -काफी है ,
सन्दर्भ -सामिग्री :-Low salt intake ,potassium -rich diet control BP /TOI,MUMBAI ,FEB4,2013,P15)
11 टिप्पणियां:
अच्छी जानकारी!
~सादर!!!
बहुत ही अच्छी जानकारी सर
सर जी आप की बात में दम है,हर
घर में हाइपरटेंशन से ग्रसित लोग हैं,
समेक्रित ज्ञान प्रदान कर आप ने
हम जैसे सामान्य लोगो का उपकार कर
दिया,ध्यान देने योग्य सुन्दर जानकारी
बड़ी ही उपयोगी जानकारी..
बढ़िया सलाह |
आभार भाई जी ||
सेहत के लिए उपयोगी,ध्यान दिए जाने योग्य जानकारी,,,,
RECENT POST बदनसीबी,
बहुत ही लाभप्रद जानकारी | बहुत बहुत शुक्रिया |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
बड़े काम की जानकारी।
बसंत ऋतू में बसंती फल सब्जियां खाएं और तंदुरुस्त रहें।
इतनी उपयोगी जानकारी देने के लिए आपका धन्यवाद।
आपकी बात बिल्कुल सही है । आज की जीवन शैली ही कुछ इस तरह की हो गयी है भोजन ही समय पर नहीं हो पाता ।
हम सब उल्टा कर रहे है..... सोडियम ज्यादा और पोटेशियम कम ..... अच्छी जानकारी
नमक कम तो हम भी लेने की कोशिश करते हैं ... समय का तकाजा है भाई साहब ...
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