Sunlight cuts diabetes risk by 50%
साइंसदानों के अनुसार भारतीयों में विटामिन D की कमीबेशी टाईप -1 डाआय़बिटीज (T1D)के खतरे के वजन को बढ़ाए रहती है .हारवर्ड स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ में किये गए एक अध्ययन के अनुसार किशोरावस्था से युवावस्था के देहलीज़ पे पाँव रखते हुए इस दरमियान जिन लोगों में इस विटामिन का पर्याप्त स्तर बना रहता है वह अपने लिए T1D के जोखिम को 50%कम कर लेते हैं .
अभी यह कयास मात्र है लेकिन इसकी पुष्टि होने पर विटामिन D सम्पूरण T1D को वयस्क होते लोगों में मुल्तवी रखने में एक बचावी चिकित्सा की भूमिका में भी आ सकता है .
अब तक के अन्वेषणों में इस अध्ययन से यह खुलासा होता प्रतीत होता है कि विटामिन D ,T1D के खिलाफ एक सुरक्षा कवच बनके आ सकता है .
एक साधारण से रक्त परीक्षण से विटामिन D के स्तर का जायजा लेके रोग प्रवणता की प्रागुक्ति की जा सकती है .
बेशक उन लोगों में विटामिन D की कमीबेशी की संभावना प्रबल बनी रहती है जो धूप में आने से बचते रहतें हैं ,ज़रुरत से ज्यादा परिधान से खुद को धूप से बचाए रहतें हैं ,खुराक में जिनकी फेटि फिश (तैलीय मच्छी )भी कमतर रहती है .जिनकी चमड़ी डार्कपिगमेंट गहरे रंजक से युक्त रहती है .
4 टिप्पणियां:
BEHATAREEN, GYAN GANGA KI AJASHR DHARA YUN HI BAHTI RAHE,(NETWORK CRISIS)
स्वयं को भी धूप दिखाना चालू किया जाये..
विटामिन डी की पर्याप्त मात्र जरूरी है ओर भी कई रोगों के निदान के लिए ... ओर आजकल अधिकाँश लोगों में इसकी कमी पाई जाती है ...
सर आपके ब्लॉग पर आना एक अलग ही एहसास करता है ...इतनी महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए धन्यवाद।।।
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