सोमवार, 18 जनवरी 2010
भू -कंप नापने का रिख्तर पैमाना क्या है ?
१९३४में एक अमरीकी भू- कंप विज्यानी चार्ल्स ऍफ़ रिख्तर ने एक पैमाना इजाद किया जिसे रिख्तर पैमाना कहा जाता है .इस पैमाने पर मेग्नित्यूद(परिमाण )५.०का भूकंप ४.० परिमाप वाले भू -कंप से दस गुना ज्यादा भू -कंप दोलन पैदा करेगा .भू -कम्पीय तरंग दस गुना ज्यादा शक्ति शाली होगी .जबकि निसृत (पैदा )ऊर्जा ३२ गुना ज्या दाहोगी ,इसीलियें इसे बेस तें न (लोग्रेथ्मिक बेस तें न स्केल )कहा जाता है ।
इस पैमाने पर जहां १.० मेग्नित्यूद शक्ति के भू -कंप से ६ ओंस ट्रायो-नाइट्रो-तोल्वीं (टी एन टी विस्फोटित करने से पैदा ऊर्जा के तुल्लय ऊर्जा )निकलेगी वहीँ ८.० परिमाण वाले भू -कंप से साठ-लाख टन टी एन टी विस्फोट के बराबर ऊर्जा निकलेगी जो भारी तबाही का कारण बनेगी ।
इस पैमानेपर रिनात्मक (नेगेटिव नंबर )परिमाण का भू -कंप भी दर्ज किया जा सकता है ,१०.० परिमाण का अति -विनाश कारी कंप भी .यह एक ओपिन स्केल है ।
अलावा इसके मर्केली स्केल है ,और पैमाने भी है ,विनाश का जायजा उस स्थान की तोपों -ग्रेफ़ी (स्थल -आकृति )के आधार पर लिया जाता है .मजबूत शिला खण्डों की नींव पर खड़े भवनों को रेट -मिटटी पर खड़ी इमारतों के बरक्स ज्यादा नुकसानी उठानी पड़ती है ।
अब भवन निर्माण में भू -कंप इंजीनियरिंग को भी शामिल किया जा रहा है ,भू -कंप रोधी इमारतें बनाई जा रहीं हैं ,ताकि विनाश को सीमित किया जा सके .
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