स्वाइन फ्लू की उग्रता को सहनीय बनाने वाली एक मुह में रखते ही घुल जाने वाली मीठीदवा की गोली सी लोज्ज़िन्ज अगले दो सालों में बाज़ार में आ सकती है जिसे ऑस्ट्रेलियाई साइंसदानों ने तैयार किया है .फिल वक्त इसके नैदानिक परीक्षण स्वयंसेवियों पर चल रहें हैं ।पूर्व में माइस पर किये गए परिक्षण कामयाब रहें हैं .
बेशक यह गले को भाने वाली गोली स्वाइन फ्लू का बचावी टीका नहीं है ,गोली खाते ही मुह में घुल कर हमारे रोग प्रतिरोधी तंत्र को खबरदार कर देती है ,एक प्रोटीन इंटर फेरों -अल्फा छोड़कर जो बारास्ता लार खून में मिलकर प्रहरी तंत्र को आगाह कर देती है ,वायरस के आने की अलर्ट ज़ारी कर देती है फिर चाहे वह बर्ड फ्लू हो या स्वाइन फ्लू वायरस या सर्दी जुकाम का आम फ़हम वायरस ही क्यों ना हो .कीमत मात्र नौ रुपया प्रति लोज्ज़िन्ज .सुबह के नास्ते से पहले बस एक गोली रोज़ लेनी पड़ेगी और स्वाइन फ्लू के लक्षणों की उग्रता कमतर हो जायेगी .जान को जोखिम में डालने वाले लोवर रैस -पैरेत्री इन्फेक्शन (नीचले स्वशन क्षेत्र के संक्रमण )से बचाए रहेगी यह दवा युक्त गोली ,दमा और सिस्टिक फाइब्रोसिस के मरीजों को भी ख़तरा कम राहत ज्यादा मिलेगी .वायदों की टोकरी से लबालब है यह लोज्ज़िन्ज .
रविवार, 3 जनवरी 2010
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