इस देश में ख़बरों का एक पेट्रनसा ही बन चला है .घटना को हल्का फुल्का बताने समझाने के लिए कहा जाता है -"ऑस्ट्रेलिया में एक और प्रवासी पर हमला "
ऐसा लगता है (भगवान् करे यह लगना गलत हो )हमारे अखबार सरकारी रुख का ही अनुसरण करते है .आप यह क्यों नहीं लिखते छापते "ऑस्ट्रेलिया में फिर भारत धर्मी समाज निशाँने पर ?)।
और इन दिनों हमारे मुन्ना भाई "बाबा राहुल कहाँ है ?"कलावती फेम के ?उनकी मातु -श्री ?
नीली पगड़ी वाले मनमोहन सिंह क्या कर रहें हैं ?विकाश के आंकड़े समझा रहें हैं ?इनकी तो रातों की नींद उड़ गई थी ,जब एक संदिग्ध डॉक्टर ऑस्ट्रेलिया में आतंकी होने के मुगालते में पकड़ा गया था ।
अब चुप्पी साधे बैठे है
कहीं भारत धर्मी समाज को ठिकाने लगाने की कोई आलमी (अंतर्राष्ट्रीय )मुहिमतो नहीं चल रही ?और सोफ्ट स्टेट भारत तमाशा देख रही हो ?
शनिवार, 9 जनवरी 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें