नौनिहालों में दमे के खतरे के वजन को बढ़ाता है कबाड़िया भोजन
रविकर
मम्मी रम्मी खेलती, बाप रहे मदहोश |
बाप रहे मदहोश, टोस्ट कब तक मैं खाऊं |
खाके फ्रिज की दाल, भूख किस तरह मिटाऊं |
घर की मुर्गी नीक, किन्तु फास्ट बर्गर है यम्मा |
मैं नहिं मानू सीख, भूख से बढ़िया दम्मा ||
तुरता भोजन कहो या फास्ट फ़ूड या फिर बासा कबाड़िया भोजन ,जंक फ़ूड
भला नहीं है नौनिहालों के लिए .
एक शोध प्रायोजना के तहत जिसमें 50 से ज्यादा मुल्कों की भागेदारी रही
है साइंसदानों ने पता लगा या है ,किशोर वृन्द में वह किशोर किशोरियां जो
हफ्ते में कमसे कम तीन मर्तबा या और भी ज्यादा बार बर्जर जैसा फास्ट
फ़ूड भकोसते हैं उनके लिए दमे के गंभीर स्वरूप का जोखिम 39 %बढ़
जाता है .जबकि ऐसा खाद्य इतनी ही बार भकोसने वाले इनसे उम्र में
छोटे बालकों के लिए यह खतरा 27 %ज्यादा हो जाता है .
दोनों ही वर्गों के लिए आँख के संक्रमण Rhinoconjunctivitis की चपेट में
चले आने के मौके भी बढ़ जाते हैं .
ज़ाहिर है रोग प्रतिरक्षण के पर कुतरता है जंक फ़ूड .(इसे जंक ही कहा जाए
तो बेहतर फ़ूड कहा ही क्यों जाए ).एस्मा (दमा )और चर्म रोग एग्जिमा
(छाजन ,पामा ,एक्सिमा
)के खतरे को बढ़ाता है बालक बालिकाओं में .
अलबत्ता फल ताज़े और तरकारियाँ हफ्ते में कमसे कम तीन मर्तबा खाते
रहने से यह खतरा घटके बालकों में 14%तथा किशोरवृन्द में 11% ही रह
जाता है .रोगप्रतिरक्षण को पुख्ता करते हैं ताज़े फल और तरकारियाँ .
इस अध्ययन में न्युज़िलैंड की आकलैंड यूनिवर्सिटी के शोध कर्ताओं ने 6-7
साला 181,000 बालकों तथा 319,000 किशोर किशोरियों के खानपान की ,
खुराख का लेखा जोखा तैयार किया है .इनसे किसी भी प्रकार की एलर्जी
होने
या न होने के बाबत भी पड़ताल की गई .
भले इस अध्ययन से किसी प्रकार के कार्य करण ,काज़ एंड इफेक्ट की
पुष्टि नहीं होती है .लेकिन एस्मा ,एग्जिमा तथा आँखों के संक्रमण राइनो-
कनजक्टीवाइटिस के बढ़ते हुए मामलों के पीछे फास्ट फ़ूड का हाथ हो
सकता है ,इससे इनकार नहीं किया जा सकता .
फलों और सब्जियों का नियमित सेवन इन बीमारियों से बचाए रह सकता
है .
Rhinoconjunctivitis :
यह महत्वपूर्ण अध्ययन ब्रिटिश मेडीकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है .
अमां दमा एक्जिमा क्या, लेते कहाँ भकोस |
मम्मी रम्मी खेलती, बाप रहे मदहोश |
बाप रहे मदहोश, टोस्ट कब तक मैं खाऊं |
खाके फ्रिज की दाल, भूख किस तरह मिटाऊं |
घर की मुर्गी नीक, किन्तु फास्ट बर्गर है यम्मा |
मैं नहिं मानू सीख, भूख से बढ़िया दम्मा ||
कविवर रविकर
तुरता भोजन कहो या फास्ट फ़ूड या फिर बासा कबाड़िया भोजन ,जंक फ़ूड
भला नहीं है नौनिहालों के लिए .
एक शोध प्रायोजना के तहत जिसमें 50 से ज्यादा मुल्कों की भागेदारी रही
है साइंसदानों ने पता लगा या है ,किशोर वृन्द में वह किशोर किशोरियां जो
हफ्ते में कमसे कम तीन मर्तबा या और भी ज्यादा बार बर्जर जैसा फास्ट
फ़ूड भकोसते हैं उनके लिए दमे के गंभीर स्वरूप का जोखिम 39 %बढ़
जाता है .जबकि ऐसा खाद्य इतनी ही बार भकोसने वाले इनसे उम्र में
छोटे बालकों के लिए यह खतरा 27 %ज्यादा हो जाता है .
दोनों ही वर्गों के लिए आँख के संक्रमण Rhinoconjunctivitis की चपेट में
चले आने के मौके भी बढ़ जाते हैं .
ज़ाहिर है रोग प्रतिरक्षण के पर कुतरता है जंक फ़ूड .(इसे जंक ही कहा जाए
तो बेहतर फ़ूड कहा ही क्यों जाए ).एस्मा (दमा )और चर्म रोग एग्जिमा
(छाजन ,पामा ,एक्सिमा
)के खतरे को बढ़ाता है बालक बालिकाओं में .
अलबत्ता फल ताज़े और तरकारियाँ हफ्ते में कमसे कम तीन मर्तबा खाते
रहने से यह खतरा घटके बालकों में 14%तथा किशोरवृन्द में 11% ही रह
जाता है .रोगप्रतिरक्षण को पुख्ता करते हैं ताज़े फल और तरकारियाँ .
इस अध्ययन में न्युज़िलैंड की आकलैंड यूनिवर्सिटी के शोध कर्ताओं ने 6-7
साला 181,000 बालकों तथा 319,000 किशोर किशोरियों के खानपान की ,
खुराख का लेखा जोखा तैयार किया है .इनसे किसी भी प्रकार की एलर्जी
होने
या न होने के बाबत भी पड़ताल की गई .
भले इस अध्ययन से किसी प्रकार के कार्य करण ,काज़ एंड इफेक्ट की
पुष्टि नहीं होती है .लेकिन एस्मा ,एग्जिमा तथा आँखों के संक्रमण राइनो-
कनजक्टीवाइटिस के बढ़ते हुए मामलों के पीछे फास्ट फ़ूड का हाथ हो
सकता है ,इससे इनकार नहीं किया जा सकता .
फलों और सब्जियों का नियमित सेवन इन बीमारियों से बचाए रह सकता
है .
Rhinoconjunctivitis :
Rhinoconjunctivitis
www.allerg.qc.ca/Information_allergique/2_1_rhinite_en.htmlShare
Rhinoconjunctivitis. Rhinitis is characterized by one or several of the following symptoms: nasal congestion, runny nose, post-nasal drip, sneezing, red eyes ...
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Allergic conjunctivitis - Wikipedia, the free encyclopedia
en.wikipedia.org/wiki/Allergic_conjunctivitisShare
If this is combined with rhinitis, the condition is termed allergic rhinoconjunctivitis. The symptoms are due to release of histamine and other active substances by ...यह महत्वपूर्ण अध्ययन ब्रिटिश मेडीकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है .
6 टिप्पणियां:
अमां दमा एक्जिमा क्या, लेते कहाँ भकोस |
मम्मी रम्मी खेलती, बाप रहे मदहोश |
बाप रहे मदहोश, टोस्ट कब तक मैं खाऊं |
खाके फ्रिज की दाल, भूख किस तरह मिटाऊं |
घर की मुर्गी नीक, किन्तु फास्ट बर्गर है यम्मा |
मैं नहिं मानू सीख, भूख से बढ़िया दम्मा ||
ये आदतें सच में सेहत पर भारी पड़ रही हैं
पुरखों ने भोजन आदि के इतनी अच्छी आदते डाल रखी हैं कि अभी तक तो कार्य चल रहा है।
नुकसान-देह तो होता ही है जंक फूड....
कभी-कभी चलता है, मगर ज़्यादा.. क़तई नहीं....
~सादर!!!
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