शुक्रवार, 25 जनवरी 2013

सेहतनामा

सेहतनामा 

(1)सुबह बिस्तर छोड़ते ही एक ग्लास ताज़ा पानी पियें .शरीर से विषाक्त 

तत्व ,(Toxins)निकाल बाहर करने के अलावा ,चमड़ी से रात भर उड़े जल 

की आपूर्ति करता है उष :पान .

(2)यदि दांत में दर्द है तो बराबर वाले दांत के नीचे दांतों के डॉक्टर के पास 

जाने से पहले साबुत लॉन्ग (Clove )दबाके रखें .लेकिन लॉन्ग का तेल न 

लगाएं  बहुत तेज़ होता है ,सेंसिटिव गम होने पे जलन करेगा .

कैसे भी दांत के दर्द से आजिज़ आके रात काटनी है तो आइस क्यूब्स चूसें 

.सुबह मुक्तावली के माहिर के पास पहुंचें .

(3)Beta  carotene may protect people at risk of diabetes 

Stanford University School of Medicine investigators have found that 

for people harbouring a genetic predisposition for type -2 diabetes 

,beta carotene ,which the body converts to a close cousin of vitamin 

A ,may lower risk for the most common form of diabetes.

जिन लोगों के परिवारों में मधुमेह का पूर्ववृत्तांत चला आया है ,उनके रोग 

की ज़द में आने की संभावना बनी रहती है उनकी इसी रोगप्रवणता (रोग 

होने की संभावना ) को कम करने के लिए रासायनिक तत्व बीटा कैरोटीन 

बड़े काम की चीज़ है हमारा शरीर इस तत्व को विटामिन A जैसे ही एक 

पुष्टिकर तत्व में तब्दील कर देता है .इस प्रकार यह परिवर्तन  मधुमेह 2 

(जीवन शैली रोग ) के खतरे का वजन को  घटा देता है .


(4)केश राशि को सुखाने के लिए रोज़ रोज़ Hair drier इस्तेमाल करना न 

सिर्फ बालों को रूखा (शुष्क )बना डालता है ,क्षति (क्षत ,विनष्ट ,डेमेज )भी 

कर देता है .

(5)खाना खाने का समय मुक़र्रर कर लेना उपपाचन (अपचयन या 

मेटाबोलिज्म ,कुछ रासायनिक क्रियाओं द्वारा खाने को ऊर्जा में बदलने 

की प्रक्रिया को दुरुस्त रखता है .खट्टापन ,खाना खाने के बाद तेज़ाब बनने 

(Acidity )को भी मुल्तवी रखता है .

5 टिप्‍पणियां:

रविकर ने कहा…

क्या बात है भाई जी-
यह आइडिया तो बढ़िया है-
दांत दर्द में आइस-क्यूब चूसें -
जरुरत पड़ने पर ट्राई करेंगे जरुर ||
आभार -

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

सुबह सुबह जल, पिताजी से सीखी आदत है..

अरुन अनन्त ने कहा…

आदरणीय सर प्रणाम, सुबह -सुबह आपके ब्लॉग पर आना अति आवश्यक है, बिमारियों के सादे इलाज तो यहीं पर हैं. सादर

पुरुषोत्तम पाण्डेय ने कहा…

ये सारी प्रक्रियाएं शरीर को निरोग बनाए रखने के लिए होती हैं, जरूरत है इन्हें नित्य जीवन की आदत में लाया जाय. बढ़िया प्रस्तुति.

Pratibha Verma ने कहा…

इतनी महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद ....