रविवार, 27 जनवरी 2013

क्या है पैराफीलिया बोले तो सेक्स एडिक्शन

क्या है पैराफीलिया  बोले तो सेक्स एडिक्शन 

38 वर्षीय निर्मल (नाम काल्पनिक )एक चाटुकार   किस्म  का  , व्यवहार 

में मधुर ,अति  विनम्र व्यक्ति है  इतना कि उस पर भरोसा करना मुश्किल 

हो जाता है .अंग्रेजी भाषा में ऐसे व्यक्ति को कहते हैं स्मूद .बतला दें 

आपको इस शब्द की व्यंजना निन्दातमक है .

बात है भी कुछ ऐसी ही .निर्मल शादी शुदा है .दो बच्चों का बाप भी है .ऊपर 

से देखने में उसका जीवन सामन्य लगता है बस 922 लोगों के साथ वह 

यौन सबंध बना चुका है .

बकौल उसी के पोर्न का चस्का उसको कक्षा नौ से ही लग गया था .एक 

दिन उसके लायक और होनहार  हमजोलियों  ने उसके लिए एक लडकी भी 

हाज़िर कर दी नख शिख इस्तेमाल के लिए  .35 

साला होते होते वह 6500महिलाओं से बतिया चुका है .यह बतियाना उन्हीं 

अर्थों में है जो आप समझ रहें हैं .उसका दूर ध्वनी नंबर सहज सुलभ रहा है 

कमसिनों क्या  ,हर उम्र की मोहतरमाओं के लिए .

जब होश हुआ पता चला उसका अपने ही हाथों संपीडन ,हो रहा है ,वह न 

सिर्फ दूसरे  को यातना देकर ही यौन सुख नहीं लूटता रहा है खुद को भी 

यातना देने वाला स्वपीडन- रतिक  बन चुका है .

सुविधा के लिए आप चाहे तो कह सकते हैं .सेक्स एडिक्ट ,यौन- लती 

उसको चिकित्सा शब्दावली में पैराफिलियाक .

लेकिन उसकी बेबसी यौन से बहुत आगे निकल चुकी है .

सेक्स डीएडिक्शन क्लिनिक हिन्दुस्तान में अभी हैं नहीं .सख्त ज़रुरत है 

इनके यौन माहिरों के अनुसार ऐसी क्लीनिकों की .

मोबाइल और स्मार्ट  फोन्स से 24x7x365 परस्पर  सम्पर्कित इस युवा 

भीड़ के लिए 

यह एक बहुत गोपनीय बीमारी है 'हश- हश डिजीज' है जिसकी चर्चा करने 

में 

वह शर्मिंदगी महसूस करती है .

माहिरों के अनुसार क्या नौकरशाह ,नेता ,क्या डॉ .क्या फ़िल्मी सितारे और 

मीडिया -कर्मी  और क्या 

छात्र इसकी  प्रेत छाया सभी पे पड़ने लगी है .

गिनती की सेक्स क्लिनिक हैं इंडिया में जो इस बीमारी को अलग से 

तवज्जो दे पाती हैं .भारत में तो एक भी नहीं है .

परिवार तो तबाह हो ही रहें हैं इस लतीकारक रोग के हाथों बलात्कार के 

मामले भी लगातार बढ़ रहें हैं .अकेले दिल्ली में वर्ष 2012 के दौरान इनमें 

24%की वृद्धि हुई है .

ये लोग कब यौन शिकार को निकल पड़ें इसका कोई निश्चय नहीं .अमूमन 

मर्द औरत की खुशामद करके उसका पीछा करके उसके पीछे पड़के उसे 

भ्रष्ट करता है ,यौन सम्बन्ध बनाने के लिए राजी करता है लेकिन कब यह 

रोग 

मर्द की मनमर्जी में बदल जाए ऐसे लोगों के लिए इसका कोई ठौर नहीं .

मनोविज्ञान के विश्वप्रसिद्ध  माहिर स्टीवन पिंकर का यही कहना है .आप 

हारवर्ड में मनोविज्ञान विभाग में प्रोफ़ेसर हैं .

अमरीका में सन 2005 में एक किताब प्रकाशित हुई है "Sex Addicts 

Anonymous .इसमें उन लोगों की आप बीती उन्हीं की जुबानी है जो 

बलात्कारी बने हैं इस रोग की ज़द में आने के बाद .

भारत की बात करें तो इस रोग के मामले यहाँ भी बढ़ रहें हैं .सेठ जी एस 

मेडिकल कोलिज मुंबई के यौनचिकित्सा विज्ञान के माहिर एवं यौन 

चिकित्सा विभाग के मुखिया डॉ राजन भोंसले के अनुसार उनके  पास हर 

माह 

भारत के हर कौने से अब 25 -30 मरीज़ सेक्स एडिक्शन (Paraphilia )


के पहुँच रहे हैं .गत दशक में इसके मामले दोगुने हो गए हैं .

KEM Hospital ,मुंबई के यौन विद्या के माहिर डॉ प्रकाश कोठारी के पास जहां पहले 1-3 मामले ही प्रति

माह पहुँच रहे थे अब वह बढ़के 10-12 प्रति माह पर आगये हैं .

असलियत में तो मामले इससे कहीं ज्यादा होंगें .यहाँ तो यौन चर्चा ही एक वर्जना बनी हुई है यौन शिक्षा की

कौन कहे .नाम सुनते ही संस्कृति पुलिस के कान खड़े हो जाते हैं .

क्या है Sexaholics Anonymous यहाँ इंडिया में   मात्र 

दो ही ऐसे संगठन हैं ?जबकि ईरान में ऐसे 1572 

संगठन हैं .

Sexaholics Anonymous :


What is Sexaholics Anonymous?

www.sa.org/Share
A fellowship of men and women who share their experience, strength, and hope to solve their 

common problem and help others to recover.

28 जनवरी को दिल्ली में सेक्स एडिक्ट्स एनोनिमस की पहली मिलन 

बैठक दिल्ली में होने जा रही है .

बेंगलुरु के राजीव के इसमें शामिल होने की उम्मीद है जिन्हें पोर्न का 

चस्का 11 साल की उम्र में ही लग गया था 

इस समय आप 55 साल के हैं।आप 6 महीने की अवधि में ही 20 किलोग्राम 

पोर्न साहित्य और CDs जुटा लेते थे 

.इन्हें ठिकाने लगा इतनी ही और जुटा लेते थे .पत्नी से इनके सम्बन्ध टूट 

चुके थे .चार साल आपने escort 

services पर दस लाख रुपया खर्च किया है .विदेश में  जाकर अपना 

पुनर्वास करवाया है . लगके इलाज़ कराया है .



.बकौल आपके अब ऐसी सुविधाएं भारत में भी होनी चाहिए हर कोई विदेश 

जाने की कूवत नहीं रखता है .



क्या है पैराफिलिया ?

What Is Paraphilia ? 



A paraphilia is a condition in which a person's sexual arousal and gratification depend on 

fantasizing about and engaging in sexual behavior that is atypical and extreme. A paraphilia 

can revolve around a particular object (children, animals, underwear) or around a particular 

act (inflicting pain, exposing oneself). Most paraphilias are far more common in men than in 

women. The focus of a paraphilia is usually very specific and unchanging.


A paraphilia is distinguished by a preoccupation with the object or behavior to the point of 

being dependent on that object or behavior for sexual gratification.


Paraphilias include sexual behaviors that society may view as distasteful, unusual or 

abnormal. In descending order, the most common are pedophilia (sexual activity with a child 

usually 13 years old or younger), exhibitionism (exposure of genitals to strangers), voyeurism 

(observing private activities of unaware victims) and frotteurism (touching, rubbing against a 

nonconsenting person), while fetishism (use of inanimate objects), sexual masochism (being 

humiliated or forced to suffer), sexual sadism (inflicting humiliation or suffering) and 

transvestic fetishism (cross-dressing) are far less common. Some of these behaviors are 

illegal and those who are under treatment for paraphilias have often encountered legal 

situations surrounding their behaviors. There is also a category called Paraphilia Not 

Otherwise Specified to cover paraphilias not falling into the already named diagnoses such 

as those involving dead people, urine, feces, enemas and obscene phone calls.

पैराफिलिया अपनी ही किस्म का अलग ,अप्रतिनिधिक ,अप्रतीकी यौन व्यवहार है यौन फैंटेसी है .ऐसा 

व्यक्ति बालयौन प्रेमी भी हो सकता है ,वस्तु  -रतिक  भी ,महिलाओं के अधोवस्त्र देखके वह उत्तेजन प्राप्त 

करता है .वह स्वपीडक और परपीडक एक साथ हो सकता है .दृश्य रतिक भी  .ताक झाँक करने ,किसी को 

वस्त्र 

बदलते देखना ,किसी को प्रेममिलन मनाते उसकी विवशता ही बन जाती है .24x7 घंटा यौन प्रतीक चाहिए 

उसे . कुत्ते बिल्लियों बंदरों का प्रेम करना भी उसमें उत्तेजना भर देता है .दूसरे के और खुद अपने साथ 

ज्यादती 

करना कराना भी .बाईसेक्सुअल हो सकता है ऐसा व्यक्ति .


लड़का और लड़की दोनों  के प्रति उसकी नजर यकसां हो सकती है .नंग- धडंग घूमने के मौके ढूंढता है ऐसा

व्यक्ति अद्बदाकार अपने प्रजनन अंगों का प्रदर्शन करने की ताक में रहता है .किसी भी उम्र के व्यक्ति से

अनुचित ढंग से सटना ,स्पर्श करना उसकी आदत में आ जाता है .

सन्दर्भ -सामिग्री :-

India's atemy side :Sex addiction on rise /TIMES NATION /THE TIMES OF INDIA ,MUMBAI,JANUARY 26 ,2013 P13


4 टिप्‍पणियां:

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…
इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.
अरुन अनन्त ने कहा…

आदरणीय सर मैं तो हैरान हूँ पढ़कर ऐसा मैंने न तो देखा न ही सुना था. आपका अनेक-अनेक धन्यवाद आपने इस बिमारी से अवगत करवाया है. सादर

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

आपके ब्लॉग पर अद्भुत जांकारियाँ मिलती हैं ।

रविकर ने कहा…

कामा कामुक कामुकी, तन-मन से बीमार ।
ताना-बाना ध्वस्त कर, छोड़ भगे परिवार ।
छोड़ भगे परिवार, लूटते रहजन बनकर ।
सरेआम लें लूट, देह दिखती जो सुन्दर ।
ऐसे सेक्स एडिक्ट, करें सेक्सी हंगामा ।
नाता-रिश्ता भूल, दोहते कामुक कामा ।।