कोलेस्ट्रोल दिल के लिए अच्छा भी बुरा भी (दूसरी क़िस्त )
हमारे खून में कुछ कणिकाएं होतीं हैं जो खून में घुली चर्बी कोलेस्ट्रोल का वाहन बनतीं हैं .इन कणिकाओं को
ही कहा आजाता हाई- लाइपो -प्रोटीन .इन्हीं कणिकाओं का आकार प्रकार बनता है कोलेस्ट्रोल की किस्म के
नामकरण का आधार .
इनमें से सबसे बड़े आकार की कणिकाएँ जिस कोलेस्ट्रोल का वाहक बनती हैं उन्हें कहा जाता है VLDL
यानी वैरी- लो -डेंसिटी- लिपोप्रोटीन .
मंझोले आकार की कणिकाएं जिस कोलेस्ट्रोल का वाहन बनती हैं उसे कहा जाता है LDL(Low density
lipo -protein) या बेड कोलेस्ट्रोल .
.दिल के रोगों की वजह बनते हैं यही कण।
आकार में लघुत्तम कण वाहन बनते हैं दिल की हिफाज़त करने वाले कोलेस्ट्रोल HDL का .दिल का दोस्त
समझा जाता है हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन को .
जब खून में कोलेस्ट्रोल का कुल स्तर बढ़ जाए तब क्या कीजिएगा ?
सबसे पहले खुराक से सभी किस्म का एनीमल फेट (पशु मूल की चिकनाई
)कम किया जाए .चीज़ का सेवन भी कम करे और कमतर फेट युक्त चीज़
(Low fat variety cheese)
ही इस्तेमाल में लें .
लाईट मिल्क (कमतर चिकनाई वाला )ही इस्तेमाल करें .या दूध को दो
तीन बार उबालें हर बार मलाई हटादें बाकी बचे दूध का सेवन करें .मलाई
का नहीं .
पीले मख्खन की जगह बहु एवं एकल अ -संतृप्त वसा वाले तेलों (Poly
and mono -unsaturated oils )का ही इस्तेमाल करें .
जहां तक संभव हो रेड मीट का सेवन न करें .
चिकिन ,फिश ,beans का इस्तेमाल स्किन हटाके ही करें .
choose lean cuts of meat and remove all visible fat (if at all you use
red meet.).
Pies ,Pasties ,Fish और कोमर्सिअयल केक वसा छिपाए रहतें हैं बचें इनसे
जहां तक मुमकिन हो .खानी ही हैं तो घर में बहुअसंत्रिप्त वसाओं से तैयार
करें ये खाद्य .बेकरी आइटम्स तो ट्रांसफेट्स भी लिए रहती हैं .
मकडॉन्ल्ड्स जैसी ईटरीज ट्रांसफेट्स लिए रहतीं हैं .
खुराक में वांछित बदलाव लाके आप अपना 10%कोलेस्ट्रोल कम कर सकते
हैं .
बेशक कोई 15 % लोग जस के तस रहेंगे बाद इसके भी लेकिन 15% बीस
से लेकर 30% कम कर सकते हैं .
यदि आप ओवरवेट हैं तब अपना वजन भी कम कीजिए .
एल्कोहल के सेवन से triglycerides /ugly cholesterols बढतें हैं .बचिए
एल्कोहल से .
हमारे खून में कुछ कणिकाएं होतीं हैं जो खून में घुली चर्बी कोलेस्ट्रोल का वाहन बनतीं हैं .इन कणिकाओं को
ही कहा आजाता हाई- लाइपो -प्रोटीन .इन्हीं कणिकाओं का आकार प्रकार बनता है कोलेस्ट्रोल की किस्म के
नामकरण का आधार .
इनमें से सबसे बड़े आकार की कणिकाएँ जिस कोलेस्ट्रोल का वाहक बनती हैं उन्हें कहा जाता है VLDL
यानी वैरी- लो -डेंसिटी- लिपोप्रोटीन .
मंझोले आकार की कणिकाएं जिस कोलेस्ट्रोल का वाहन बनती हैं उसे कहा जाता है LDL(Low density
lipo -protein) या बेड कोलेस्ट्रोल .
.दिल के रोगों की वजह बनते हैं यही कण।
आकार में लघुत्तम कण वाहन बनते हैं दिल की हिफाज़त करने वाले कोलेस्ट्रोल HDL का .दिल का दोस्त
समझा जाता है हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन को .
जब खून में कोलेस्ट्रोल का कुल स्तर बढ़ जाए तब क्या कीजिएगा ?
सबसे पहले खुराक से सभी किस्म का एनीमल फेट (पशु मूल की चिकनाई
)कम किया जाए .चीज़ का सेवन भी कम करे और कमतर फेट युक्त चीज़
(Low fat variety cheese)
ही इस्तेमाल में लें .
लाईट मिल्क (कमतर चिकनाई वाला )ही इस्तेमाल करें .या दूध को दो
तीन बार उबालें हर बार मलाई हटादें बाकी बचे दूध का सेवन करें .मलाई
का नहीं .
पीले मख्खन की जगह बहु एवं एकल अ -संतृप्त वसा वाले तेलों (Poly
and mono -unsaturated oils )का ही इस्तेमाल करें .
जहां तक संभव हो रेड मीट का सेवन न करें .
चिकिन ,फिश ,beans का इस्तेमाल स्किन हटाके ही करें .
choose lean cuts of meat and remove all visible fat (if at all you use
red meet.).
Pies ,Pasties ,Fish और कोमर्सिअयल केक वसा छिपाए रहतें हैं बचें इनसे
जहां तक मुमकिन हो .खानी ही हैं तो घर में बहुअसंत्रिप्त वसाओं से तैयार
करें ये खाद्य .बेकरी आइटम्स तो ट्रांसफेट्स भी लिए रहती हैं .
मकडॉन्ल्ड्स जैसी ईटरीज ट्रांसफेट्स लिए रहतीं हैं .
खुराक में वांछित बदलाव लाके आप अपना 10%कोलेस्ट्रोल कम कर सकते
हैं .
बेशक कोई 15 % लोग जस के तस रहेंगे बाद इसके भी लेकिन 15% बीस
से लेकर 30% कम कर सकते हैं .
यदि आप ओवरवेट हैं तब अपना वजन भी कम कीजिए .
एल्कोहल के सेवन से triglycerides /ugly cholesterols बढतें हैं .बचिए
एल्कोहल से .
17 टिप्पणियां:
सराहनीय जानकारी है , आवश्यकता है उपयोगी जानकारी पर अमल करने की .
New post कृष्ण तुम मोडर्न बन जाओ !
बेहतरीन और अत्यंत उपयोगी जानकारी
सर जी ,ड्राई फ्रूट्स में क्या ले और क्या न
ले ?के विषय में थोड़ी और जानकारी देने की महती
कृपा करे सर जी,इसका हमें
व्यक्तिगत लाभ मिल सकेगा ,,sadar
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति शुक्रवार के चर्चा मंच पर ।।
कोलेस्ट्रोल दिल के लिए बुरा होता है यह तो जानता था,यह दिल के अच्छा होता है पहली बार जाना,,,अच्छी जानकारी,,,
recent post: गुलामी का असर,,,
वीरुभाई जी ,हम तो डबल टोंड दूध को भी ट्रिपल टोंड बनाकर इस्तेमाल करते हैं।
सुना है अमेरिका , कनाडा में फुल क्रीम दूध सस्ता और टोंड महंगा मिलता है।
काम की जानकारी
वीरू भाई ...बहुत बेहतरीन और सब के लिए लाभदायक जानकारी देने के लिए बहुत आभार !
राम-राम जी !
स्वस्थ रहें!
अच्छी जानकारी सर !
~सादर!!!
सर, आप ग़लती से हमारे ब्लॉग में हमें भाई साहब लिख आए हैं...... :)
~सादर!!!
ईद मुबारक .ईद -उल -मिलाद हो या दिवाली मिठाई के डिब्बे कर बार बदल जाते हैं ऐसा ही टिप्पणियों के साथ कई बार हो आजाता है वजह होती है ज्यादा लेखन और टिपियाना .आभार आपका .
आप तो गुब्बारे वाले बालक की करुना मय माँ समान हो .स्नेह पगी .
समझ सकते हैं सर ! :) आप सच में बहुत मेहनत करते हैं ! हम सबको इतनी अच्छी जानकारी देना कोई आसान काम नहीं है !
आपका हार्दिक आभार !:)
~सादर!!!
शुक्रिया डॉ .साहब आपकी टिपण्णी का .अमरीका में 12%फेट से लेकर 0.5 %फेट वाला दूध रहता है ,फेट फ्री भी .दूध क्योंकि केन में रहता है 1-3 लिटर की कभी रेट पे गौर नहीं किया अलबत्ता फ्रिज
में लो फेट भी रहता था हमारी वजह से तब जब हम स्वास्थ्य सचेत थे .
आप ने बहुत उपयोगी जानकारी दी है सर |कोशिश करना होगी आदतें बदलने के लिए |
आशा
लाभदायक और स्वास्थ्यवर्धक पोस्ट
कोलेस्ट्रोल दिल के लिए अच्छा भी होता है, यह जानकारी पढ़कर कुछ ज्ञान हुआ जो अच्छा लगा
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