खानपान से जुड़ी है हमारी कई बीमारियों की नव्ज़ (दूसरी क़िस्त )
EAT RIGHT BE HEALTHY
OSTEOPOROSIS (अस्थि क्षय )
कारण :केल्शियम की कमी बेशी नहीं बनती है अस्थि क्षय की वजह .वजह
होती है ऐसी खुराक जो या तो ज़रुरत से ज्यादा अम्लीयखाद्यों से युक्त
रहती है या फिर प्रोटीनों का बहुत बाहुल्य लिए रहती है .हमारे शरीर में
प्रोटीन टूट जातें हैं अमीनों अम्लों में जिनका असर भी अम्लीय ही रहता
है .इसी प्रकार एनीमल प्रोटीनों के ज्यादा सेवन से हमारा शरीर खुद हमारी
अस्थियों से ही केल्शियम चूषण करने लगता है ताकि गैर ज़रूरी अम्ल को
उदासीन बनाया जा सके .जब इस केल्शियम ह्रास का आभरण नहीं
होपाता है , तब
कालान्तर में अस्थि क्षय की बीमारी ओस्टियोपोरोसिस आ दबोचती है .
FOOD SOLUTION
VITAAMIN D बहुल खाद्यों का सेवन किया जाए .यह भोजन से
केल्शिअम की ज़ज्बी को प्रेरित करता है .खुराक से अम्लीय खाद्यों को
बहिष्कृत कीजिए खासकर कोला और केफीन युक्त पेय .
ज्यादा से ज्यादा फल और तरकारियाँ खुराक में शरीक कीजिए .हरे
पत्तेदार सब्जियां विटामिन K प्रचुरता में उपलब्ध करवा देती हैं .अस्थियों
की मजबूती में सहायक सिद्ध होतीं हैं .
मधुमेह
कारण :शक्कर का ज्यादा सेवन वजह नहीं बनता है मधुमेह की बल्कि उच्च रक्त शर्करा मधुमेह रोग
हो जाने पर खून में तैरती रहती है .
असल वजह ,जीवन शैली रोग मधुमेह, की बनती है, पेशीय कोशाओं में वसा का आ जाना ,होना .
हमारे अग्नाशय में मौजूद बीटा कोशिकाएं रक्त संचरण में ग्लूकोज़ की जांच पड़ताल करती हैं .जब भोजन
के उपरान्त खून में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है ,बीटा कोशिकाएं इन्सुलिन स्राव करने लगती हैं प्रतिक्रिया
स्वरूप .इन्सुलिन ग्लूकोज़ की ज़ज्बी में मदद करता है .ठिकाने लगा देता है अतिरिक्त ग्लूकोज़ को .
खाने में अस्वास्थ्यकर वसाओं की मौजूदगी बीटा कोशिकाओं की ग्लूकोज़ निगरानी व्यवस्था को असर
ग्रस्त करती है।ऐसे में रक्त शर्करा अस्वाभाविक /अप्रत्याशित तौर पर बढ़ जाती है .
FOOD SOLUTION
तली भुनी चीज़ों में इस्तेमाल किए गए अस्वास्थ्यकर तेलों से बचिए .पैकेज्ड फ़ूड में भी ऐसे ही तेलों का डेरा
रहता है .बटर ,मीट ,Whole fat dairy products ,अधिकाँश तेल इसी वर्ग में आयेंगे .खासकर ट्रांसफेट्स .
रेशों से प्राप्त चिकनाई,रेशेयुक्त चिकनाई बढ़िया रहती है .मूंगफली ,काजू ,सनफ्लावर ,तिल का तेल तथा
Pumpkin seeds उत्तम हैं .
(ज़ारी )
तीसरी क़िस्त में पढ़िए
मुंहासों ,उच्चरक्त चाप की वजह और खुराकी समाधान
EAT RIGHT BE HEALTHY
OSTEOPOROSIS (अस्थि क्षय )
कारण :केल्शियम की कमी बेशी नहीं बनती है अस्थि क्षय की वजह .वजह
होती है ऐसी खुराक जो या तो ज़रुरत से ज्यादा अम्लीयखाद्यों से युक्त
रहती है या फिर प्रोटीनों का बहुत बाहुल्य लिए रहती है .हमारे शरीर में
प्रोटीन टूट जातें हैं अमीनों अम्लों में जिनका असर भी अम्लीय ही रहता
है .इसी प्रकार एनीमल प्रोटीनों के ज्यादा सेवन से हमारा शरीर खुद हमारी
अस्थियों से ही केल्शियम चूषण करने लगता है ताकि गैर ज़रूरी अम्ल को
उदासीन बनाया जा सके .जब इस केल्शियम ह्रास का आभरण नहीं
होपाता है , तब
कालान्तर में अस्थि क्षय की बीमारी ओस्टियोपोरोसिस आ दबोचती है .
FOOD SOLUTION
VITAAMIN D बहुल खाद्यों का सेवन किया जाए .यह भोजन से
केल्शिअम की ज़ज्बी को प्रेरित करता है .खुराक से अम्लीय खाद्यों को
बहिष्कृत कीजिए खासकर कोला और केफीन युक्त पेय .
ज्यादा से ज्यादा फल और तरकारियाँ खुराक में शरीक कीजिए .हरे
पत्तेदार सब्जियां विटामिन K प्रचुरता में उपलब्ध करवा देती हैं .अस्थियों
की मजबूती में सहायक सिद्ध होतीं हैं .
मधुमेह
कारण :शक्कर का ज्यादा सेवन वजह नहीं बनता है मधुमेह की बल्कि उच्च रक्त शर्करा मधुमेह रोग
हो जाने पर खून में तैरती रहती है .
असल वजह ,जीवन शैली रोग मधुमेह, की बनती है, पेशीय कोशाओं में वसा का आ जाना ,होना .
हमारे अग्नाशय में मौजूद बीटा कोशिकाएं रक्त संचरण में ग्लूकोज़ की जांच पड़ताल करती हैं .जब भोजन
के उपरान्त खून में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है ,बीटा कोशिकाएं इन्सुलिन स्राव करने लगती हैं प्रतिक्रिया
स्वरूप .इन्सुलिन ग्लूकोज़ की ज़ज्बी में मदद करता है .ठिकाने लगा देता है अतिरिक्त ग्लूकोज़ को .
खाने में अस्वास्थ्यकर वसाओं की मौजूदगी बीटा कोशिकाओं की ग्लूकोज़ निगरानी व्यवस्था को असर
ग्रस्त करती है।ऐसे में रक्त शर्करा अस्वाभाविक /अप्रत्याशित तौर पर बढ़ जाती है .
FOOD SOLUTION
तली भुनी चीज़ों में इस्तेमाल किए गए अस्वास्थ्यकर तेलों से बचिए .पैकेज्ड फ़ूड में भी ऐसे ही तेलों का डेरा
रहता है .बटर ,मीट ,Whole fat dairy products ,अधिकाँश तेल इसी वर्ग में आयेंगे .खासकर ट्रांसफेट्स .
रेशों से प्राप्त चिकनाई,रेशेयुक्त चिकनाई बढ़िया रहती है .मूंगफली ,काजू ,सनफ्लावर ,तिल का तेल तथा
Pumpkin seeds उत्तम हैं .
(ज़ारी )
तीसरी क़िस्त में पढ़िए
मुंहासों ,उच्चरक्त चाप की वजह और खुराकी समाधान
5 टिप्पणियां:
अतिउत्तम जानकारी. आज देश-दुनियाँ में करोड़ों लोग मधुमेह के रोग से पीड़ित हैं, रोग के निदान में देरी और कम जानकारी के कारण उस पर कंट्रोल नहीं हो पाता. अग्नाशय यानि पैन्क्रियाज के द्वारा हारमोन इंसुलिन का उत्पादन कम करने या न करने से रक्त शर्करा पर कंट्रोल नहीं हो पाता है.एलोपैथिक में जो दवा दी जाती है वह केवल पैन्क्रियाज को उत्तेजित करती हैं.अत: शर्करायुक्त पदार्थों का परहेज इसका पहला कदम है. आपने जो जानकारी दी है वह रोगी के लिए बहुत अच्छी गाइड लाइन बताती है. साधुवाद.
सही कारणों पर प्रकाश डाला है।
महत्वपूर्ण जानकारी ...धन्यवाद ...
Achchi Jankari .....
महत्व पूर्ण उपयोग्री जानकारी,,,,
recent post : बस्तर-बाला,,,
एक टिप्पणी भेजें