भारत को तमाशबीन की तरह देखने वाले इंडिया वासी राहुल और सोनिया ने आज गुस्साए युवक और
युवतियों को सुनने की जहमत 10 ,जनपथ के गेट पर आकर उठाई . सोनिया ने कठोर कदम उठाने का
आश्वासन दिया महिला अपराध के खिलाफ .
राहुल बाबा ने युवा भीड़ को संबोधित करते हुए कहा :
"You are very emotional ,it is good ,emotions are needed in such incidents but when we take
decisions ,we have to think them through in a rational manner ."
और इसीलिए शायद इंडिया गेट पर उनपर लाठियां भाँजी गई जिनकी आँखों में आंसू ,थे अश्रु गैस के गोले
दागे गए ताकि भावनाओं का विरेचन हो जाए कुछ अन्दर न रहे .
विशिष्ठ निर्णय ,धारणा आदि के आधार्वर्ती सिद्धांत या तर्क होतें हैं किसी भी कार्य का औचित्य
स्थापन करना होता है उसी के तहत निर्णय लिए जाते हैं भावना में बहके नहीं .
कल तक जो देश की सर्वोच्च सत्ता और शौर्य के प्रतीक थे उन पूर्व सेना
प्रमुख जनरल वी पी सिंह पर भावनाओं को भड़का कर हिंसा फैलाने का मामला बना दिया गया .
स्वामी रामदेव पर भी यही धारा आयद कर दी गई .
अब दिल्ली का राजपाट बेहतर ढंग से चलेगा .क़ानून व्यवस्था सुधरेगी .
यह रैश'नाल है सोनियावी सत्ता का ,राहुल बाबा का
.जिसकी सीख वह युवा भीड़को कल दे रहे थे।
ये वही लोग हैं जो भारत वासियों का मखौल उड़ाते हुए कह रहें हैं .भारत धर्मी समाज को जश्न मनाना भी
नहीं आता 19 नवम्बर (बिस्मिल की शहादत )और 23 नवम्बर (चरण सिंह का जन्म दिन )कोई मनाने की
चीज़ है . भारत वासियों इंडिया के साथ आओ क्रिसमस मनाओ सोनिया मायनो के साथ .कुछ तो सलीका
सीखो .
कब तक भारत वासी बने रहोगे ?
भारत को यह इंडिया वासी सोनिया और राहुल एक तमाशबीन की तरह देख रहे हैं जैसे यह किसी और
मुल्क के वासी हो ,तमाशबीन हों .
सन्दर्भ -सामिग्री :-Sonia ,Rahul promise strong measures /TIMES NEWS NETWORK /THE
TIMES OF INDIA ,MUMBAI ,DECEMBER 24 ,2012,P8 Column (5-8).
युवतियों को सुनने की जहमत 10 ,जनपथ के गेट पर आकर उठाई . सोनिया ने कठोर कदम उठाने का
आश्वासन दिया महिला अपराध के खिलाफ .
राहुल बाबा ने युवा भीड़ को संबोधित करते हुए कहा :
"You are very emotional ,it is good ,emotions are needed in such incidents but when we take
decisions ,we have to think them through in a rational manner ."
और इसीलिए शायद इंडिया गेट पर उनपर लाठियां भाँजी गई जिनकी आँखों में आंसू ,थे अश्रु गैस के गोले
दागे गए ताकि भावनाओं का विरेचन हो जाए कुछ अन्दर न रहे .
विशिष्ठ निर्णय ,धारणा आदि के आधार्वर्ती सिद्धांत या तर्क होतें हैं किसी भी कार्य का औचित्य
स्थापन करना होता है उसी के तहत निर्णय लिए जाते हैं भावना में बहके नहीं .
कल तक जो देश की सर्वोच्च सत्ता और शौर्य के प्रतीक थे उन पूर्व सेना
प्रमुख जनरल वी पी सिंह पर भावनाओं को भड़का कर हिंसा फैलाने का मामला बना दिया गया .
स्वामी रामदेव पर भी यही धारा आयद कर दी गई .
अब दिल्ली का राजपाट बेहतर ढंग से चलेगा .क़ानून व्यवस्था सुधरेगी .
यह रैश'नाल है सोनियावी सत्ता का ,राहुल बाबा का
.जिसकी सीख वह युवा भीड़को कल दे रहे थे।
ये वही लोग हैं जो भारत वासियों का मखौल उड़ाते हुए कह रहें हैं .भारत धर्मी समाज को जश्न मनाना भी
नहीं आता 19 नवम्बर (बिस्मिल की शहादत )और 23 नवम्बर (चरण सिंह का जन्म दिन )कोई मनाने की
चीज़ है . भारत वासियों इंडिया के साथ आओ क्रिसमस मनाओ सोनिया मायनो के साथ .कुछ तो सलीका
सीखो .
कब तक भारत वासी बने रहोगे ?
भारत को यह इंडिया वासी सोनिया और राहुल एक तमाशबीन की तरह देख रहे हैं जैसे यह किसी और
मुल्क के वासी हो ,तमाशबीन हों .
सन्दर्भ -सामिग्री :-Sonia ,Rahul promise strong measures /TIMES NEWS NETWORK /THE
TIMES OF INDIA ,MUMBAI ,DECEMBER 24 ,2012,P8 Column (5-8).
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