गुरुवार, 18 अक्टूबर 2012

असल मुद्दा यह है केजरी वाल साहब !सरकार विपथगामी हो गई है


  असल मुद्दा यह है केजरी  वाल साहब !सरकार विपथगामी हो गई है

  असल मुद्दा यह है केजरी  वाल साहब !सरकार विपथगामी हो गई है उससे भारत को कैसे 

बचाना

 है ?कैसे बचाया जाए ?.विरोधी पार्टी की निंदा करने से 

जन मन को क्या हासिल होगा .जब वह सत्ता में आयेंगे और 

कुछ गलत करेंगे उन्हें 

भी देखा जाएगा .अभी विपक्ष के खिलाफ आधा सच बोलकर कुछ हासिल न होगा केजरीवाल 

साहब .आधा सच पूरे झूठ से ज्यादा खतरनाक होता है .आप 

जब भी आयें क़ानून मंत्री की तरह आधे अधूरे साक्ष्य ,झूठे 

शपथ पत्र  लेकर न आयें .आपके आन्दोलन की धार ,आपकी साख  कम होगी ऐसा करने से .हम 

तहे दिल से आपके साथ हैं हम और आगे भी  ,रहेंगें .

सरकार कह सकती है हम सबको  बराबर समझतें हैं तुम भी खाओ भैया विपक्ष .प्रजा - तंत्र की 

लूट है लूट सके सो लूट .,अंत काल पछतायेगा ,कुर्सी 

जायेगी टूट .

भैया केजरी -वार आपका कोई वार खाली न जाए हम यही चाहतें  हैं .अभी विपक्ष पे आरोप 

लगाओगे आधे अधूरे तो कांग्रेस पे लगे आरोपों  का वजन कम होगा .ये लोग कहेंगे वह देखो 

तुम्हारा विपक्ष भी भ्रष्ट है .लंका में सब बावन गज के हैं .हम भी हैं ,तो क्या हुआ ?कृष्णनीति से 

काम लो भैया .

और एक बात और समझ लो -ये जो खान्ग्रेस है (आजकल इसे कांग्रेस नहीं काग रेस या खान्ग्रेस 

ही कहा जा रहा है )यह तो आधी रात को शिकारी कुत्ते 

संतों के पीछे भी छोड़ देती है इसके पास सीबीआई है ,पूरा 

खुफिया तंत्र है ,मुखबिर हैं तमाम किस्म के .इस वक्त इन्हें औरों पे आरोप लगाने की फुर्सत नहीं 

हैअपनी जान बचाने की पड़ी है ,आप जानतें हैं  इटली के 

दामाद को भारत का जीजा बना दिया है इन लोगों ने 

असल मुद्दा यह है . वरना गडकरी क्या किसी को नहीं छोड़ते .ये सब खा पीके भागने वाले हैं कोई 

इटली कोई कहीं और .आप अपना

 आन्दोलन संकेंद्रित रखें फोकस बनाए रहें .शुभकामनाएं .वीरू भाई ,कैंटन ,मिशिगन .48,188 


असल मुद्दा यह है केजरी वाल साहब !सरकार विपथगामी हो गई है

Virendra Kumar Sharma 

गए खोजने गडरिया, बहेलिया मिल जाए |

उग्र केजरी लोमड़ी, तीरों से हिल जाए |

तीरों से हिल जाए , फुलझड़ी निकला गोला |

फुस फुस दे करवाए, व्यर्थ ही हल्ला बोला |

सदाचार केजरी, अल्पमत सच्चे वोटर |

बनवाएं सरकार, बटेरें तीतर मिलकर ।।

-----------------------------------------रविकर भाई फैजाबादी (लिंक लिख्खाड़ )

2 टिप्‍पणियां:

रविकर ने कहा…

गए खोजने गडरिया, बहेलिया मिल जाए |
अरे केजरी लोमड़ी, तीरों से हिल जाए |
तीरों से हिल जाए , फुलझड़ी बम का गोला |
फुस फुस दे करवाए, व्यर्थ ही हल्ला बोला |
सदाचार कजरी, कहाँ से सच्चे वोटर |
बनवाएं सरकार, बटोरोगे क्या तीतर ??

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

सही सलाह केजरीवाल साहब को :)