(१)एक्यूट :वह बीमारी जो अचानक आजाये ,अल्पकालिक हो अकसर ,एक दम से बढ़के उग्र हो जाए ,फौरी चिकित्सा देखभाल की ज़रुरत जिसमे पड़ जाए .
एक्यूट इज ए मेज़र ऑफ़ दी टाइम स्केल ऑफ़ ए डिजीज एंड इज इन कंट्रास्ट टू "सब -एक्यूट "एंड "क्रोनिक ".
सब -एक्यूट का मतलब लम्बी अवधि की देर तक बनी रहने वाली बीमारी ,जिसमे बदलाव बहुत धीमे धीमे आये .जो एक दम से न बढ़ जाए ।
क्रोनिक अनिश्चित अवधि की बनी रहने वाली ,बे -मियादी ,जिसके स्वरूप में कोई फेर बदल न आये .इनदेफिनित ड्यूरेशन की ।
अवधि किसी बीमारी की बीमारी विशेष के लिए अलग होती है मसलन "एक्यूट मायो -कार्डियल -इन्फार्क्शनके लक्षण एक हफ्ते तक रह सकतें हैं ,एक्यूट सॉर थ्रोट (गले की दुखन रोग संक्रमण )दो दिन में भी ठीक हो सकता है ।
(२)एसिटा- मिनो -फेन :यह एक दर्द नाशक और ज्वर नाशी दवा है .जो त्य्लेनोल (टैलेनोल)ब्रांड नेम से बिकती है .दर्द में राहत यह पैन थ्रेश -होल्ड (बर्दाश्त के काबिल दर्द की सीमा )को बढ़ाके दिलवाती है ,यानी दर्द की तीव्रता ज्यादा होने पर ही एहसासे दर्द हो ।
ज्वर (तापमान या टेम्प्रेचर ,फीवर )में राहत दिलवाने के लिए यह बॉडी के थर्मोस्टेट ताप -विनियामक टेम्प्रेचर रेग्युलेटर सेंटर (दिमाग के थेलेमस )को असर ग्रस्त करती है .इसकी जान्रिक किस्म भी अवेलेबिल है ।
(३)ऑटो -इम्युनिटी :ए मिस -डाय -रेक- टिड इम्यून रेस्पोंस देट अकर्स व्हेन दी इम्यून सिस्टम गोज़ अराई एंड अटेक्स दी बॉडी इटसेल्फ .यानी हमारे रोग रोधी तंत्र की ऐसी अनुक्रिया जिसमे यह अपने शरीर को ही शत्रु समझ उसपे हल्ला बोल दे .मल्तिपिल स्केलेरोसिस में यही तो होता है इम्यून सिस्टम प्रतिरोधी कोशाओं का अस्तर (प्रोटीन कवरिंग ऑफ़ इम्यून सेल्स ) ही नष्ट करने लगता है वह भी नर्वस सिस्टम और स्पाइनल कोर्ड की कोशाओं की माय्लिन शीथ को ही निशाने पे ले लेता है .
ऑटो -इम्युनिटी इज प्रिजेंट टू सम एक्सटेंट इन एवरी वन एंड इज युज्युअली हार्म -लेस .हाओएवर ,ऑटो -इम्युनिटी कैन काज ए ब्रोड रेंज ऑफ़ ह्यूमेन इल्नेसिज़ ,नॉन कलेक्तिवली एज "ऑटो -इम्यून दिजीज़िज़ "।
ऑटो -इम्यून दिजीज़िज़ अकर व्हेन देयर इज प्रोग्रेशन(समय के साथ बढना ज़ारी रहना ) फ्रॉम बिनाइन ऑटो -इम्युनिटी(निरापद रोग प्रति -रक्षण ) टू पैथोजेनिक ऑटो -इम्युनिटी (रोग कारक प्रति -रक्षण )।
दिस प्रोग्रेशन इज डि -तर्मिंड बाई जेनेटिक इन्फ़्ल्युएन्सिज़ एज वेळ एज एन -वाय्रंमेंतल ट्रिगर्स ।
ऑटो -इम्युनिटी में एंटी -बॉडीज उस व्यक्ति को ही निशाना बनाने लगती हैं जिसने उन्हें पैदा किया है .एंड टी -सेल्स देट आर रिएक्टिव विद होस्ट सेल्स ।
यानी बाड़ ही खेत को खाने लगती है .
(ज़ारी ...).
बुधवार, 1 जून 2011
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