कोशा ,कोशिका या सेल किसे कहतें हैं ?
सभी प्राणियों की बुनियादी संरचनात्मक तथा कामकाजी (फंक्शनल )इकाई है सेल या कोशा .वैसे कोशा का शब्दिक अर्थ होता है खोल ।
कह सकतें हैं कोशा एक ऐसा खोल या कंटेनर है जो झिल्लियों से घिरा हुआ है तथा जिसमें रसायन और जल भरा हुआ है .हमारा शरीर कोशाओं का ही महल है ।
शरीर रूपा इस भवन के निर्माण में ऐसी १०० ट्रिलियन बुनियादी ईंटों का स्तेमाल हुआ है जिन्हें बायलोजिकल सेल्स कहतें हैं .तमाम जीवन इकाइयों का खाका ह्यूमेन जीनोम ,सारी आनुवंशिक जानकारी ,खानदानी विरासत इन्हीं कोशाओं के अंतस में मौजूद है ।
कोशाओं का यही अंतर प्रदेश न्यूक्लियस कहलाता है .और सारी सूचना इसी केन्द्रक में मौजूद ६ अरब बेस पेयर्स में समाई हुई है .ये बेस पे -यर्स डी एन ए की ही उप -इकाइयां हैं .इनकी पेकिंग गुणसूत्रों (क्रोमोज़ोम्स )के २३ जोड़ों में की गई है ।
हरेक जोड़े का एक गुणसूत्र एक पेरेंट से चला आता है संतानों में ।
कुल मिलाकर ४६ गुणसूत्र हैं.जिनमें डी एन ए है हज़ारों हज़ार जीवन इकाइयों के लिए जींस के लिए ,यही जीवन इकाईयां (क्वांटम ऑफ़ लाफ )हैं ,खानदानी दाय की इकाइयां हैं .
देयर आर नोटेबिल एक्सेप्संस इन्क्ल्युडिंग दी "एग "(ह्यूमेन एग या ओवम )एंड "स्पर्म "(स्पर्मैताज़ोआया शुक्राणु ),.ईच ऑफ़ व्हिच हेव ओनली २३ क्रोमोज़ोम्स कंटेनिंग हाल्फ दी युज्युअल अमाउंट ऑफ़ डी एन ए )एंड मेच्युओर रेड ब्लड सेल्स (व्हिच नो लोंगर हेव ए न्यूक्लियस एंड सो लेक्स क्रोमोज़ोम्स एंड डी एन ए ).
डी एन ए :
डि -ओक्सी -राइबो - न्यूक्लिक एसिड (डी एन ए ):गुणसूत्रों का प्रमुख घटक या हिस्सा होता है डी एन ए .यह संरचना में एक दोहरी सर्पिल सीढ़ी की तरह हैं .डबल हेलिक्स की मानिंद हैं .तमाम अनुवांशिक कूट संकेत लिए रहता है डी एन ए ।
इन्फेक्शन (संक्रमण ):हमारे शरीर में किसी भी तरह की पर्जिवीय ओर्गेनिज्म वृद्धि (पैरा -साईटिक ग्रोथ ) इन्फेक्शन है ।
परजीवी ओर्गेनिज्म वह है जो या तो एक और ओर्गेनिज्म के अन्दर रहती है या उस पर पनपती है उससे पोषण प्राप्त करती है ।
ए पर्सन विद एन इन्फेक्शन इज दीहोस्ट .ही हेज़ एनादर ओर्गेनिज्म (ए जर्म )ग्रोइंग विद -इन हिम ड्रो -इंग इट्स नारिश्मेंट फ्रॉम दी पर्सन .
इन अर्थों में इन्फेक्शन शब्द प्रयोग के कुछ अपवाद भी हैं .मसलन आंत्र -क्षेत्र में जीवाणुओं का पनपना (ग्रोथ ऑफ़ दी युज्युअल बेक्तीरियल फ्लोरा )आम तौर पर संक्रमण की श्रेणी में नहीं आयेगा .
मुंह में अकसर पाए जाने वाले जीवाणुओं पर भी यह शब्द प्रयोग लागू नहीं होगा ।
इन -फ़्ले -मेशन :
इन्फ्लेमेशन एक प्रतिक्रया है जो हमारा शरीर प्रगट करता है इन्फेक्शन होने पर .इर्रिरेशन या शरीर को इंजरी होने पर .इट्स दी वे दी बॉडी रियेक्ट्स टू इन्फेक्शन ,इर्रिटेशन ,इंजरी .इसके प्रमुख लक्षणों का प्रगटीकरण किसी इन्फ्लेम्द हिस्से पर लाली ,गर्मी ,जलन ,सोजिश और पीड़ा के रूप में होता है ।
इन्फ्लेमेशन इज नाव रिकाग -नाइज़्द एज ए टाइप,ऑफ़ नॉन -स्पेसिफिक इम्यून रेस्पोंस ।
(ज़ारी ..).
सोमवार, 6 जून 2011
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