गोली को मार गोली पियो अनार का रोजाना जूस
क्वींस मारग्रेट यूनिवर्सिटी एडिनबरा के रिसर्चरों के अनुसार जो पुरुष और महिलायें रोजाना पन्द्रह दिन तक एक ग्लास अनार का ताज़ा जूस पीते हैं उनके अन्दर टेस्तोस्तेरोंन का स्तर एक दम से बढ़ जाता है .यह हारमोन पुरुषों और महिलाओं में यौन इच्छा और उसकी आपूर्ति के लिए यौन शक्ति दोनों में इजाफा करता है .
भूख खोलने के लिए एक चमच्च अदरक के रस में थोड़ा सा शहद मिलाकर रोजाना सेवन करें .
बालों का गिरना कम करने के लिए नारियल के तेल में मीठा नीम्बू मिलाके
खोपड़ी में के पोरों से धीरे धीरे रोजाना मलिए .शैम्पू यथावत
करें .
नुस्खे सेहत के /शोध की खिड़की से आरोग्य समाचार
अल्सर से राहत के लिए
रोजाना सुबह सबेरे दूध के साथ केला लेवें .पेट के अल्सर में आराम आयेगा .
पेट खाली रहते मैथी दाना रोजाना दोनों बार लेने से रक्त चाप का मान कम होता है .आर
दस्त रोग अतिसार में राहत के लिए कच्चा पपीता पानी में उबाल के खाएं .
अम्लता खट्टापन में राहत के लिए दोपहर और रात के भोजन के बाद एक कलि कच्चे लहसुन की खाएं .
आरोग्य समाचार
हिचकियों का समाधान :अदरक के छोटे छोटे टुकड़े जीभ के नीचे रखके चूसिये .हिचकियाँ बंद हो जायेंगी .
कमर के निचले हिस्सा में दर्द होने पर :
जायफल (nutmeg)को पानी में उबाल लीजिये तिल के तेल के साथ इसका मिश्र कमर के असर ग्रस्त हिस्से पर मलिए .जायफल एक कठोर दाना होता है जिसका इस्तेमाल कूट पीसकर मसालों के तौर पर किया जाता है .
BEEHIVE EXTRACT MAY ARREST PROSTATE CANCER
Caffeic acid phenethyl ester , or CAPE , is a compound isolated from honeybee hive propolis , the resin used by bees to patch up holes in hives .Propolis has been identified as a natuaral remedy for conditions ranging from throats and allergies to burns and cancer
चोली जो लगातार बतलायेगी आपके दिल की सेहत का हाल
चोली जो लगातार बतलायेगी आपके दिल की सेहत का हाल
और इंतना ही नहीं ख़तरा भांप कर वांछित जगह पर एम्बुलेंस भी बुला देगी .इसे बीमार महिलायें और खिलाड़ी पहन सकेंगी .इसमें पूरा एक नेटवर्क होगा समेकित संसूचकों का (टोही ,संवेदकों का संजाल ) Integrated sensors का .ये संवेदक स्वास्थ्य सम्बन्धी संकेतों का मापन करके उन्हें एक वायरलेस नेट वर्क जैसे ब्ल्यू टूथ ,या फिर Wi-Fi को भेज देंगें .इस प्रकार इन हेल्थ सिग्नलों को मरीज़ और उसका माहिर चिकित्सक देख बूझ सकेगा .
यह चोली एक प्लेटफोर्म की शक्ल लिए है इसी के फेब्रिक में अनेकानेक संवेदक समायोजित किये गए हैं .ये दिल की सेहत का लगातार मानितरण करेंगे 24x7 ECG मोनिटर की तरह .
इसके प्रणेता एक भारतीय मूल के साइंसदान हैं .उनकी टीम ने ही इसे रचा है .आपका नाम है विजय वर्दन.आप फिलवक्त University of Arkansas से जुड़े हैं .बकौल आपके यह चोली रीयल टाइम मोनिटरिंग हासिल करवाती है ताकि कैसे भी Pathophysiological (रोग शरीर क्रियात्मक बदलावों ) को बूझा समझा पहचाना जा सके .यह एक ऐसा अंत :वस्त्र है जो एक दम से एहम स्वास्थ्य संकेतों को एकत्र कर उनका फौरी (तात्कालिक )प्रसारण कर देता है .
यह अंत :वस्त्र प्रणाली ब्लड प्रेशर की टोह लेती है (यहाँ किसी कफ की भी ज़रुरत नहीं पड़ती है ब्लड प्रेशर नापने में ),शरीर का तापमान मापती है ,श्वसन की दर का मानितरण करती चलती है ,ऑक्सीजन की खपत का भी ,कितनी ऑक्सीजन दिल को मुहैया हो रही है यह भी सटीक जान लेती है .कुछ न्यूरल एक्टिविटी(स्नायु ,नर्व सेल्स ,न्यूरोन सम्बन्धी सक्रीयता ) को भी ताड़ लेती है .
दिल का विद्युत् आरेख (विद्युत् सक्रीयता )उतारती चलती है यह अंत :वस्त्र प्रणाली .दिल का दौरा भांप लेती है .ज़ाहिर है यदि दिल का दौरा पड़ रहा है तो इसकी खबर आपके चिकित्सक तक पहुंचा देगी यह प्रणाली .आपातकालीन सेवाओं तक भी .
जहां तक सेन्सर्स का सवाल है वह अमरीकी कोइन डाइम जो दस सेंट कीमत का होता है से भी आकार में छोटे हैं .ये गोल्ड नेनो इलेक्ट्रोडों से तैयार किये गएँ हैं .लोचदार वस्त्राधार में ये जड़े हुएँ हैं .चोली के फेब्रिक्स का ही रेशों का ही ये हिस्सा हैं .
सन्दर्भ -सामिग्री :-A bra that warns of heart attack
Monitors Health Signals And Uploads Info That Can Be Seen By Doc /TIMES TRENDS/THE TIMES OF INDIA,MUMBAI ,MAY 7 ,2012.P17
और इंतना ही नहीं ख़तरा भांप कर वांछित जगह पर एम्बुलेंस भी बुला देगी .इसे बीमार महिलायें और खिलाड़ी पहन सकेंगी .इसमें पूरा एक नेटवर्क होगा समेकित संसूचकों का (टोही ,संवेदकों का संजाल ) Integrated sensors का .ये संवेदक स्वास्थ्य सम्बन्धी संकेतों का मापन करके उन्हें एक वायरलेस नेट वर्क जैसे ब्ल्यू टूथ ,या फिर Wi-Fi को भेज देंगें .इस प्रकार इन हेल्थ सिग्नलों को मरीज़ और उसका माहिर चिकित्सक देख बूझ सकेगा .
यह चोली एक प्लेटफोर्म की शक्ल लिए है इसी के फेब्रिक में अनेकानेक संवेदक समायोजित किये गए हैं .ये दिल की सेहत का लगातार मानितरण करेंगे 24x7 ECG मोनिटर की तरह .
इसके प्रणेता एक भारतीय मूल के साइंसदान हैं .उनकी टीम ने ही इसे रचा है .आपका नाम है विजय वर्दन.आप फिलवक्त University of Arkansas से जुड़े हैं .बकौल आपके यह चोली रीयल टाइम मोनिटरिंग हासिल करवाती है ताकि कैसे भी Pathophysiological (रोग शरीर क्रियात्मक बदलावों ) को बूझा समझा पहचाना जा सके .यह एक ऐसा अंत :वस्त्र है जो एक दम से एहम स्वास्थ्य संकेतों को एकत्र कर उनका फौरी (तात्कालिक )प्रसारण कर देता है .
यह अंत :वस्त्र प्रणाली ब्लड प्रेशर की टोह लेती है (यहाँ किसी कफ की भी ज़रुरत नहीं पड़ती है ब्लड प्रेशर नापने में ),शरीर का तापमान मापती है ,श्वसन की दर का मानितरण करती चलती है ,ऑक्सीजन की खपत का भी ,कितनी ऑक्सीजन दिल को मुहैया हो रही है यह भी सटीक जान लेती है .कुछ न्यूरल एक्टिविटी(स्नायु ,नर्व सेल्स ,न्यूरोन सम्बन्धी सक्रीयता ) को भी ताड़ लेती है .
दिल का विद्युत् आरेख (विद्युत् सक्रीयता )उतारती चलती है यह अंत :वस्त्र प्रणाली .दिल का दौरा भांप लेती है .ज़ाहिर है यदि दिल का दौरा पड़ रहा है तो इसकी खबर आपके चिकित्सक तक पहुंचा देगी यह प्रणाली .आपातकालीन सेवाओं तक भी .
जहां तक सेन्सर्स का सवाल है वह अमरीकी कोइन डाइम जो दस सेंट कीमत का होता है से भी आकार में छोटे हैं .ये गोल्ड नेनो इलेक्ट्रोडों से तैयार किये गएँ हैं .लोचदार वस्त्राधार में ये जड़े हुएँ हैं .चोली के फेब्रिक्स का ही रेशों का ही ये हिस्सा हैं .
सन्दर्भ -सामिग्री :-A bra that warns of heart attack
Monitors Health Signals And Uploads Info That Can Be Seen By Doc /TIMES TRENDS/THE TIMES OF INDIA,MUMBAI ,MAY 7 ,2012.P17
भारत में ऐसा क्यों होता है ?
भारत में ऐसा क्यों होता है ?
HIV + prisoner seeks mercy killing
Ostracized HIV + couple struggles for power
इन दिनों सलेम की केन्द्रीय कारावास कथित सुधार गृह (जेल) में एक ३८ साला ऐसा मरीज़ कैद में है जो HIV + है .बेशक इस पर क़त्ल का अभियोग चल रहा है लेकिन इसकी मेडिकल कंडीशन मांग करती है इसे अच्छी खुराक और एंटी -रेट्रो -वायरल दवाएं दी जाएँ .इसे दोनों से ही महरूम (वंचित )रखा जा रहा है जो अपने आप में एक अपराध है .
अपनी दिनानुदिन बिगडती हालत से आजिज़ आकर पेरियासामी नामी इस व्यक्ति ने राष्ट्र पति ,तमिलनाडु के राज्यपाल महोदय और केन्द्रीय गृह मंत्री महोदय से इच्छा मृत्यु की इजाज़त माँगी है मर्सी किलिंग आत्म -मरण स्वीकृति युथ्नेज़िया (EUTHANASIA) माँगी है .
HIV+ लोगों के साथ यह अन्याय सामाजिक स्तर पर भी हो रहा है .जबकि इन्हें गले लगाना समाज के ही हित में है ताकि आइन्दा लोग अपना HIV+ स्टेटस न छिपाए .लेकिन हो ठीक इसके उलट रहा है इन्हें सामाजिक बहिष्करण से जूझना पड़ रहा है .अनिवार्य सुविधाओं सिविक एम्नीतीज़ से भी इन्हें वंचित रखा जा रहा है .कोई इन्हें किराए पे अपना मकान नहीं देता और लेदेके ये अपना मकान बना भी लें तो इन्हें बिजली पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी धक्के खाने पड़ते हैं .
Ostracized HIV + couple struggles for power /TIMES NATION /THE TIMES OF INDIA ,MUMBAI ,MAY 6, २०१२ ,P9
गत कई बरसों से एक दम्पति ३६ साला आर कंथा एवं राधाकृष्णन इसी सामाजिक उपेक्षा का दंश झेल रहें हैं .चेंगल पेट,कांचीपुरम (तमिलनाडु )की पेरियार स्ट्रीट पर लेदे के इन्होने अपना एक घर ज़रूर बना लिया है
लेकिन बिजली का कनेक्शन आज तक नहीं मिला है एडी चोटी का जोर लगाने के बाद भी टरकाऊ आश्वाशन ही हाथ आयें हैं .
जनवरी २०१२ से कंथा रोजाना एरिया ऑफिस तमिलनाडु इलेक्त्रिसिती बोर्ड, चेंगल पेट के चक्कर काटती रही है .इस आश्वाशन के साथ उसे वापस भेज दिया जाता है आप चिंता न करें आपको कनेक्शन जल्दी ही मिल जाएगा .यह दम्पति अपनी दो बेटियों के साथ गत तीन माह से अपनी शाम अंधेरों में काट रहा है .
जनवरी २५ ,२०१२ को इस दम्पति ने बिजली कनेक्शन देने के लिए आवेदन किया था .सारे कागजों का पेट भर दिया था .३००० रूपये का भुगतान भी किया था .ग्राम पंचायत से' नो ओब्जेक्शन सर्टिफिकेट'एन. ओ. सी.' भी दम्पति हासिल कर चुका है जनवरी माह में ही .
बाद इसके अधिशाषी अभियंता की शिकायत बैठक में भी कंथा को वरीयता के स्तर पर ४ अप्रैल को आश्वश्त किया गया कि उसे बिजली जल्दी दे दी जायेगी .लेकिन हुआ कुछ नहीं .
राधाकृष्णन की समस्याओं की शुरू आत उसी दिन हो गई थी जिस दिन इसने चेंगल पेट में कुछ बरस पहले HIV + लोगों के लिए एक दफ़तर खोला था .
एक बरस में ही फिर तो इस दम्पति को पांच मकान बदलने पड़े .मकान मालिकों ने इनसे मकान खाली करवाए डाट डपट के हर बार .बस इनका HIV + स्टेटस पता चलते ही मकान मालिक यह कदम उठा लेते थे .
जब इन्होनें सरकार द्वारा अलाट की गई ज़मीन पर मकान बनाना शुरू किया तब आधे अधूरे बने मकान को पड़ोसियों ने खुंदक में आग लगा दी .यह जनवरी २०११ की घटना है .इन्होनें फिर भी हौंसला नहीं खोया मकान पूरा किया .लेकिन अब अन्धेरा इन्हें घूर रहा है .अंधे समाज के अंधे क़ानून .ऐसा भारत में सरे आम होता है तो क्यों होता है ?
एक बानगी और देखिये -
माँ की कोख ,
बेटी का कब्रिस्तान ,
ये है हिन्दुस्तान .
चाहे तो इसे 'हाइकु' कहिये .
इन दिनों सलेम की केन्द्रीय कारावास कथित सुधार गृह (जेल) में एक ३८ साला ऐसा मरीज़ कैद में है जो HIV + है .बेशक इस पर क़त्ल का अभियोग चल रहा है लेकिन इसकी मेडिकल कंडीशन मांग करती है इसे अच्छी खुराक और एंटी -रेट्रो -वायरल दवाएं दी जाएँ .इसे दोनों से ही महरूम (वंचित )रखा जा रहा है जो अपने आप में एक अपराध है .
अपनी दिनानुदिन बिगडती हालत से आजिज़ आकर पेरियासामी नामी इस व्यक्ति ने राष्ट्र पति ,तमिलनाडु के राज्यपाल महोदय और केन्द्रीय गृह मंत्री महोदय से इच्छा मृत्यु की इजाज़त माँगी है मर्सी किलिंग आत्म -मरण स्वीकृति युथ्नेज़िया (EUTHANASIA) माँगी है .
HIV+ लोगों के साथ यह अन्याय सामाजिक स्तर पर भी हो रहा है .जबकि इन्हें गले लगाना समाज के ही हित में है ताकि आइन्दा लोग अपना HIV+ स्टेटस न छिपाए .लेकिन हो ठीक इसके उलट रहा है इन्हें सामाजिक बहिष्करण से जूझना पड़ रहा है .अनिवार्य सुविधाओं सिविक एम्नीतीज़ से भी इन्हें वंचित रखा जा रहा है .कोई इन्हें किराए पे अपना मकान नहीं देता और लेदेके ये अपना मकान बना भी लें तो इन्हें बिजली पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी धक्के खाने पड़ते हैं .
Ostracized HIV + couple struggles for power /TIMES NATION /THE TIMES OF INDIA ,MUMBAI ,MAY 6, २०१२ ,P9
गत कई बरसों से एक दम्पति ३६ साला आर कंथा एवं राधाकृष्णन इसी सामाजिक उपेक्षा का दंश झेल रहें हैं .चेंगल पेट,कांचीपुरम (तमिलनाडु )की पेरियार स्ट्रीट पर लेदे के इन्होने अपना एक घर ज़रूर बना लिया है
लेकिन बिजली का कनेक्शन आज तक नहीं मिला है एडी चोटी का जोर लगाने के बाद भी टरकाऊ आश्वाशन ही हाथ आयें हैं .
जनवरी २०१२ से कंथा रोजाना एरिया ऑफिस तमिलनाडु इलेक्त्रिसिती बोर्ड, चेंगल पेट के चक्कर काटती रही है .इस आश्वाशन के साथ उसे वापस भेज दिया जाता है आप चिंता न करें आपको कनेक्शन जल्दी ही मिल जाएगा .यह दम्पति अपनी दो बेटियों के साथ गत तीन माह से अपनी शाम अंधेरों में काट रहा है .
जनवरी २५ ,२०१२ को इस दम्पति ने बिजली कनेक्शन देने के लिए आवेदन किया था .सारे कागजों का पेट भर दिया था .३००० रूपये का भुगतान भी किया था .ग्राम पंचायत से' नो ओब्जेक्शन सर्टिफिकेट'एन. ओ. सी.' भी दम्पति हासिल कर चुका है जनवरी माह में ही .
बाद इसके अधिशाषी अभियंता की शिकायत बैठक में भी कंथा को वरीयता के स्तर पर ४ अप्रैल को आश्वश्त किया गया कि उसे बिजली जल्दी दे दी जायेगी .लेकिन हुआ कुछ नहीं .
राधाकृष्णन की समस्याओं की शुरू आत उसी दिन हो गई थी जिस दिन इसने चेंगल पेट में कुछ बरस पहले HIV + लोगों के लिए एक दफ़तर खोला था .
एक बरस में ही फिर तो इस दम्पति को पांच मकान बदलने पड़े .मकान मालिकों ने इनसे मकान खाली करवाए डाट डपट के हर बार .बस इनका HIV + स्टेटस पता चलते ही मकान मालिक यह कदम उठा लेते थे .
जब इन्होनें सरकार द्वारा अलाट की गई ज़मीन पर मकान बनाना शुरू किया तब आधे अधूरे बने मकान को पड़ोसियों ने खुंदक में आग लगा दी .यह जनवरी २०११ की घटना है .इन्होनें फिर भी हौंसला नहीं खोया मकान पूरा किया .लेकिन अब अन्धेरा इन्हें घूर रहा है .अंधे समाज के अंधे क़ानून .ऐसा भारत में सरे आम होता है तो क्यों होता है ?
एक बानगी और देखिये -
माँ की कोख ,
बेटी का कब्रिस्तान ,
ये है हिन्दुस्तान .
चाहे तो इसे 'हाइकु' कहिये .
4 टिप्पणियां:
अनार का जूस बहुत पौष्टिक है...
अनार का जूस हम भी पीते हैं वीरू भाई !
बहुत सारी जानकारी और स्वास्थ के प्रति सचेत करती पोस्ट ...
एक अनार और ... :)...
और भी लाजवाब नुस्खे ... राम राम जी ...
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