खून की जांच से पता चल सकेगा स्तन कैंसर का .
Mammography out ? New blood test can spot breast cancer /THE TIMES OF INDIA ,BANGALORE ,TIMES TRENDS/P15/APRIL 13 ,2012.
एक ऐसा रक्त परिक्षण विकसित करने की दिशा में साइंसदान एक कदम और आगे निकल आयें हैं जो शुरूआती चरण में ही छाती या स्तन कैंसर रोग समूह की आहट की इत्तला दे सकता है .पकड सकता है इस रोग समूह को रोग की शुरुआत में ही .
McGILL University ,Canada की एक टीम ने मौजूदा प्रोद्योगिकी में सुधार करके एक अभिनव 'बायो -मारकर -सिग्नेचर 'का पता लगाया है ,यह इस्ट्रोजन रिसेप्टर पोजिटिव है तथा स्तन कैंसर की एक सब टाइप की शिनाख्त में इसका बड़ा रोल रहेगा .हो सकता है एक दिन छाती या स्तन का पूरा या आंशिक एक्सरे (मेमो ग्राफ ) लेने की ज़रुरत ही न पड़े .वैसे भी डेंस ब्रेस्ट वाली एफ्रो -अमरीकी महिलाओं के मामलों मेंएवं कुछ युवतियों के मामले में भी स्तन आलेख जांच भरोसे मंद नहीं पाई गई है . कारण स्तनों का ज्यादा डेंस (ऊतक घनत्व का ज्यादा होना )पाया गया है .
रिसर्चरों ने अपने अध्ययन में रोग मुक्त स्वस्थ महिलाओं तथा स्तन कैंसर रोग समूह से ग्रस्त महिलाओं के रक्त के साम्पिल लिए .
इन सभी साम्पिलों में ३२ प्रोटीनों के सांद्रण (एक दिए आयतन में इन प्रोटीनों की मात्रा ) का पता लगाया गया .
इस एवज अभिनव माइक्रो -अरे (.Microarray technology)प्रोद्योगिकी का स्तेमाल करते हुए पता लगाया कि इन ३२ प्रोटीनों में से छ :प्रोटीनों का स्तेमाल 'हारमोन रिसेप्टर पोजिटिव कैंसर 'के सिग्नेचर की शिनाख्त करने में किया जा सकेगा .
माहिरों के अनुसार स्तन आलेख (मैमोग्राफी ) न सिर्फ वक्त ज्यादा खा जाती है शिनाख्त में मंहगी भी है .इसकी प्रक्रिया असुविधाजनक भी रहती है .
यहाँ खून की एक बूँद ही काफी है और जांच भरोसा पैदा कर सकेगी .मैमोग्राफी से ज्यादा परिशुद्ध भी साबित होगी .इसलिए बेशक अभी और परिक्षण और इसब्लड टेस्ट केऔर परिमार्जन की ज़रुरत है लेकिन यह मैमोग्राफी के साथ एक पूरक और ज्यादा सेंसिटिव (संवेदी परीक्षण ) तो रहेगा ही .
अब से कोई चालीस बरस पहले साइंसदानों ने एक प्रोटीन -जैव -मारकर की पहचान कर ली थी .
राम राम भाई ! राम राम भाई ! राम राम भाई !
Mammography out ? New blood test can spot breast cancer /THE TIMES OF INDIA ,BANGALORE ,TIMES TRENDS/P15/APRIL 13 ,2012.
एक ऐसा रक्त परिक्षण विकसित करने की दिशा में साइंसदान एक कदम और आगे निकल आयें हैं जो शुरूआती चरण में ही छाती या स्तन कैंसर रोग समूह की आहट की इत्तला दे सकता है .पकड सकता है इस रोग समूह को रोग की शुरुआत में ही .
McGILL University ,Canada की एक टीम ने मौजूदा प्रोद्योगिकी में सुधार करके एक अभिनव 'बायो -मारकर -सिग्नेचर 'का पता लगाया है ,यह इस्ट्रोजन रिसेप्टर पोजिटिव है तथा स्तन कैंसर की एक सब टाइप की शिनाख्त में इसका बड़ा रोल रहेगा .हो सकता है एक दिन छाती या स्तन का पूरा या आंशिक एक्सरे (मेमो ग्राफ ) लेने की ज़रुरत ही न पड़े .वैसे भी डेंस ब्रेस्ट वाली एफ्रो -अमरीकी महिलाओं के मामलों मेंएवं कुछ युवतियों के मामले में भी स्तन आलेख जांच भरोसे मंद नहीं पाई गई है . कारण स्तनों का ज्यादा डेंस (ऊतक घनत्व का ज्यादा होना )पाया गया है .
रिसर्चरों ने अपने अध्ययन में रोग मुक्त स्वस्थ महिलाओं तथा स्तन कैंसर रोग समूह से ग्रस्त महिलाओं के रक्त के साम्पिल लिए .
इन सभी साम्पिलों में ३२ प्रोटीनों के सांद्रण (एक दिए आयतन में इन प्रोटीनों की मात्रा ) का पता लगाया गया .
इस एवज अभिनव माइक्रो -अरे (.Microarray technology)प्रोद्योगिकी का स्तेमाल करते हुए पता लगाया कि इन ३२ प्रोटीनों में से छ :प्रोटीनों का स्तेमाल 'हारमोन रिसेप्टर पोजिटिव कैंसर 'के सिग्नेचर की शिनाख्त करने में किया जा सकेगा .
माहिरों के अनुसार स्तन आलेख (मैमोग्राफी ) न सिर्फ वक्त ज्यादा खा जाती है शिनाख्त में मंहगी भी है .इसकी प्रक्रिया असुविधाजनक भी रहती है .
यहाँ खून की एक बूँद ही काफी है और जांच भरोसा पैदा कर सकेगी .मैमोग्राफी से ज्यादा परिशुद्ध भी साबित होगी .इसलिए बेशक अभी और परिक्षण और इसब्लड टेस्ट केऔर परिमार्जन की ज़रुरत है लेकिन यह मैमोग्राफी के साथ एक पूरक और ज्यादा सेंसिटिव (संवेदी परीक्षण ) तो रहेगा ही .
अब से कोई चालीस बरस पहले साइंसदानों ने एक प्रोटीन -जैव -मारकर की पहचान कर ली थी .
राम राम भाई ! राम राम भाई ! राम राम भाई !
नुश्खे सेहत के :
नुश्खे सेहत के :
एडियों की दुखन से राहत के लिए :दिन भर की चहल कदमी थकान से टूटने के बाद एडियों में लॉन्ग का तेल मलिए थकान उतरेगी .
दिन में बीच बीच में तालू की शुद्धि ,परिमार्जन के लिए ,स्वाद के संवर्धन के लिए अदरक के बारीक टुकड़े चूसिये .
एडियों की दुखन से राहत के लिए :दिन भर की चहल कदमी थकान से टूटने के बाद एडियों में लॉन्ग का तेल मलिए थकान उतरेगी .
दिन में बीच बीच में तालू की शुद्धि ,परिमार्जन के लिए ,स्वाद के संवर्धन के लिए अदरक के बारीक टुकड़े चूसिये .
8 टिप्पणियां:
यह तरीका आसान ही होगा!...नई जानकारी के लिए धन्यवाद!
सचमुच बहुत मुश्किल होती है ब्रेस्ट कैंसर की आरंभिक पहचान -डाक्टर इसे डेंस ब्रेस्ट टिशू कहते हैं ...
अमेरिका के टेक्सास राज्य में हेंडा'ज ला अभी अभी नया बना है -हेंडा हमारे घर आयी थीं और उनसे हमारी विस्तृत चर्चा हुयी थी .....रक्त से जांच से नया आसरा है .!
यहाँ आपका उल्लेख है !
http://author.blogs.navbharattimes.com/arvindmishra/entry/%E0%A4%AC-%E0%A4%AC-%E0%A4%A8-%E0%A4%AE-%E0%A4%95-%E0%A4%B5%E0%A4%B2%E0%A4%AE-%E0%A4%A8-%E0%A4%B0-%E0%A4%AE%E0%A4%B2-%E0%A4%AC-%E0%A4%AC-%E0%A4%95-%E0%A4%AC%E0%A4%B9-%E0%A4%A8-%E0%A4%8F%E0%A4%95-%E0%A4%AC%E0%A4%B9%E0%A4%B8
http://www.txrad.org/index.cfm/trs-forum/texas-hb-2102/
अच्छी ख़बर है मेमोग्राम से छुटकारा मिल जाएगा
बहुत बेहतरीन....
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।
umda jaankari sukriyaa
सावधानी और समाधान
दोनों के लिए आदर्श ब्लॉग ।
आभार भाई जी ।।
लक्षण वहीं से ही प्रकट होते हैं, सर्वाधिक आसानी से।
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