ईटिंग डिसऑर्डअर्स बढ़ा सकती है फेसबुक की सनक .
FACEBOOK USE COULD UP EATING DISORDERS/Bangalore Mirror ,April 3,2012/p20.
फेस बुक से चिपके रहना आपकी सेहत के लिए भारी पड़ सकता है .यारदोस्तों की फेस बुक पर खूबसूरत तस्वीरें देखने के बाद कुछ फेसबुकिये फेसबुकियाएं हीन भावना से ग्रस्त हो जातीं हैं /जातें हैं .एक अध्ययन के मुताबिक़ ५१ फीसद फेसबुकिया अपने लुक्स बॉडी इमेज के प्रति अतिरिक्त रूप से सचेत हो जातें हैं .
बकौल The centre for Eating Disorders at Sheppard Pratt फेसबुक ने लोगों के लिए खुद को कोसना आसान बना दिया है .'हम उन जैसे क्यों नहीं दिखे रूपवान सुदर्शन सुदार्श्नाओं से '.
यही कहना इस केंद्र के निदेशक Dr Harry Brandt का .
स्मार्ट फ़ोनों और इंटर नेट की सहज सुलभता ने इस दौर में लोगों के लिए प्रभावशाली सु -स्थापित छवियों के हमले से बचना आत्महीनता हीनभावना से बचना नामुमकिन सा कर दिया .खुद की स्व :निर्मित निगेटिव इमेज उन्हें दवाब ग्रस्त बनाए रहती है नतीजा होता है -ईटिंग डिसऑर्डस .अपच और पोषण सम्बन्धी विकार ,कब्ज़.
सर्वे में शामिल ८० फीसद लोगों ने बतलाया दिन में एक मर्तबा फेसबुक के दर्शन करना हमारी विवशता है आदत में ,चैन में ,शुमार है .
ऐसे में खुद के और दोस्तों की छवियों से आकर्षक तस्वीरों से कैसे बचा जाए .वह भी तब जब -बीस अरब नै तस्वीरें हर दिन फेसबुक पे छा रहीं हैं .
६० अरब तस्वीरें हर रोज़ इंटर नेट पे आरही हैं .
यु ट्यूब पर हर रोज़ ६० घंटे का वीडियो अप लोड होता है .किस किस से बचियेगा .
यही अतिरिक्त एक्सपोज़र तस्वीरों की मारक मिसायल कईयों के लिए घातक साबित हो रही है .
४४ फीसद कहतें हैं वह अपने दोस्त जैसे क्यों नहीं हैं यदि मैं ऐसा हूँ (इतना गया बीता हूँ तो क्यों हूँ )तो ऐसा क्यों हूँ वैसा क्यों नहीं हूँ ,तेरे जैसा ?
३२ फीसद ने माना वह अपने दोस्तों के साथ अपनी छवि निहारने के बाद दुःख से विक्षोभ से भर जातें हैं .ऐसे में पेट खराब न हो तो क्या हो ?
अध्ययन में १६-४० साला ६०० फेसबुकियों को शामिल किया गया .खुलकर इनसे पूछ ताछ की गई.
लेबल :पेट खराब ,फेसबुकिये ,ईटिंग डिसऑर्डस .
पेट खराब हो सकता है फेसबुकियों का .
राम राम भाई ! राम राम भाई ! राम राम भाई !
सुर्ख लाल टमाटर क्रोमियम से भरपूर है . ब्लड शुगर को काबू में रखने के लिए मधुमेह के रोगियों के लिए इसका सेवन लाभादायक रहता है .
Tomatoes are rich in chromium which helps diabetics keep blood sugar levels under control.
पके हुए मीठे चित्तिवाले केले विटामिन बी ६ ,बी १२ ,खनिज लवण पोटाशियम ,मैग्नीशियम का खज़ाना है .इनका सेवन सिगरेट छोड़ देने के बाद होने वाली बे -चैनी(विड्रावल सिंड्रोम ,निकोटिन विड्रावल )से बचाता है .आखिर निकोटिन की लत और चस्का अफीम से भी ज्यादा भयंकर होता है .
Bananas contain vitamin B 6 ,B 12,Potassium.,Magnesium ,which help the body recover from the effects of nicotine withdrawal.
राम राम भाई ! राम राम भाई ! राम राम भाई !
FACEBOOK USE COULD UP EATING DISORDERS/Bangalore Mirror ,April 3,2012/p20.
फेस बुक से चिपके रहना आपकी सेहत के लिए भारी पड़ सकता है .यारदोस्तों की फेस बुक पर खूबसूरत तस्वीरें देखने के बाद कुछ फेसबुकिये फेसबुकियाएं हीन भावना से ग्रस्त हो जातीं हैं /जातें हैं .एक अध्ययन के मुताबिक़ ५१ फीसद फेसबुकिया अपने लुक्स बॉडी इमेज के प्रति अतिरिक्त रूप से सचेत हो जातें हैं .
बकौल The centre for Eating Disorders at Sheppard Pratt फेसबुक ने लोगों के लिए खुद को कोसना आसान बना दिया है .'हम उन जैसे क्यों नहीं दिखे रूपवान सुदर्शन सुदार्श्नाओं से '.
यही कहना इस केंद्र के निदेशक Dr Harry Brandt का .
स्मार्ट फ़ोनों और इंटर नेट की सहज सुलभता ने इस दौर में लोगों के लिए प्रभावशाली सु -स्थापित छवियों के हमले से बचना आत्महीनता हीनभावना से बचना नामुमकिन सा कर दिया .खुद की स्व :निर्मित निगेटिव इमेज उन्हें दवाब ग्रस्त बनाए रहती है नतीजा होता है -ईटिंग डिसऑर्डस .अपच और पोषण सम्बन्धी विकार ,कब्ज़.
सर्वे में शामिल ८० फीसद लोगों ने बतलाया दिन में एक मर्तबा फेसबुक के दर्शन करना हमारी विवशता है आदत में ,चैन में ,शुमार है .
ऐसे में खुद के और दोस्तों की छवियों से आकर्षक तस्वीरों से कैसे बचा जाए .वह भी तब जब -बीस अरब नै तस्वीरें हर दिन फेसबुक पे छा रहीं हैं .
६० अरब तस्वीरें हर रोज़ इंटर नेट पे आरही हैं .
यु ट्यूब पर हर रोज़ ६० घंटे का वीडियो अप लोड होता है .किस किस से बचियेगा .
यही अतिरिक्त एक्सपोज़र तस्वीरों की मारक मिसायल कईयों के लिए घातक साबित हो रही है .
४४ फीसद कहतें हैं वह अपने दोस्त जैसे क्यों नहीं हैं यदि मैं ऐसा हूँ (इतना गया बीता हूँ तो क्यों हूँ )तो ऐसा क्यों हूँ वैसा क्यों नहीं हूँ ,तेरे जैसा ?
३२ फीसद ने माना वह अपने दोस्तों के साथ अपनी छवि निहारने के बाद दुःख से विक्षोभ से भर जातें हैं .ऐसे में पेट खराब न हो तो क्या हो ?
अध्ययन में १६-४० साला ६०० फेसबुकियों को शामिल किया गया .खुलकर इनसे पूछ ताछ की गई.
लेबल :पेट खराब ,फेसबुकिये ,ईटिंग डिसऑर्डस .
पेट खराब हो सकता है फेसबुकियों का .
राम राम भाई ! राम राम भाई ! राम राम भाई !
नुश्खे सेहत के :
नुश्खे सेहत के :सुर्ख लाल टमाटर क्रोमियम से भरपूर है . ब्लड शुगर को काबू में रखने के लिए मधुमेह के रोगियों के लिए इसका सेवन लाभादायक रहता है .
Tomatoes are rich in chromium which helps diabetics keep blood sugar levels under control.
पके हुए मीठे चित्तिवाले केले विटामिन बी ६ ,बी १२ ,खनिज लवण पोटाशियम ,मैग्नीशियम का खज़ाना है .इनका सेवन सिगरेट छोड़ देने के बाद होने वाली बे -चैनी(विड्रावल सिंड्रोम ,निकोटिन विड्रावल )से बचाता है .आखिर निकोटिन की लत और चस्का अफीम से भी ज्यादा भयंकर होता है .
Bananas contain vitamin B 6 ,B 12,Potassium.,Magnesium ,which help the body recover from the effects of nicotine withdrawal.
राम राम भाई ! राम राम भाई ! राम राम भाई !
4 टिप्पणियां:
फेसबुक से चिपके रहने पर ऐसा ही तो होगा!....बढ़िया जानकारी!
फेसबुक ने न जाने क्यों दुनिया को पागल बना रखा है । अफ़सोस तो तब होता है जब धुरंधर लोग भी इस की शरण में नज़र आते हैं ।
हम तो बच के निकल लिये हैं।
क्या फर्क पड़ता है जी -ये अध्ययन अपनी जगहं अपनी कुर्सी अपनी जगह ! :)
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