शनिवार, 21 अप्रैल 2012

दिल की सेहत के लिए अच्छा है आशावादी बने रहना .

दिल की सेहत के लिए अच्छा है आशावादी बने रहना .
Be optimistic , cut heart attack risk/THE TIMES OF INDIA,BANGALORE ,APRIL 19,2012,P13
हारवर्ड स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ ने २०० अध्ययनों का पुनर -आकलन करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि जीवन में आशावादी होना दिल के लिए अच्छा है .
खुशमिजाज़ खुश -बदन लोग अपने लिए दिल और दिमाग के दौरों (हार्ट एंड ब्रेन अटेक) के खतरे के वजन को कम कर लेते हैं . आम तौर पर इनका स्वास्थ्य भी बढ़िया रहता है .
भले चंगे होने का एहसास (सब ठीक ठाक है भाई सब ठीक ठाक है ,ओ भैया आल इज वेळ ) हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल के बढ़ने के खतरे को कम किये रहता है .मेरे साथ साथ सब ठीक ठाक है "मास्टर की" है .
सूचना के एक बड़े आगार एक व्यापक मेडिकल डाटा बेस से अध्ययनों को खंगाला गया .मनोवैज्ञानिक तौर पर मन से चंगा होने और हृदय तथा रक्त संचरण सम्बन्धी रोगों के परस्पर अंतर -सम्बन्ध  की पड़ताल की गई .(जैसा मन वैसा तन ).
पता चला जीवन में आशावाद ,संतोष (संतोषी प्रवृत्ति का होना ),ख़ुशी का एहसास ,खुश रहना दिल के लिए जोखिम तथा सर्क्युलेतरी दिजीज़िज़ के खतरे को कम कर सकता है .भले आपकी उम्र कुछ भी हो ,आर्थिक सामाजिक पृष्ठ भूमि कैसी भी रही आई हो , आपका तौल (वजन ) कुछ भी रहा हो ,आप धूम्र पान करते हों न करते हों ,जीवन के प्रति आशावादी सकारात्मक नज़रिया आपको लाभ मुहैया करवाता है लाभ भी ऐसे जिनका सम्बन्ध आपकी सेहत से है .  

4 टिप्‍पणियां:

अशोक सलूजा ने कहा…

वीरू भाई राम-राम !
दिल खुश हो गया ये बात पढ़ कर ...
मैं तो भाई जी इसी पे अम्ल करता हूँ .अपनी
पूरी कोशिश और इमानदारी के साथ पर भाई जी कुछ
दिल के बस में भी चाह कर भी नही होता ....
कमबख्त दिल ही तो है ...वो भी टूटा हुआ ...
हा हा हा ...:-))))
शुभकामनाएँ!

Aruna Kapoor ने कहा…

आशावादी बने रहना दिल की सेहत के साथ साथ मन और दिमाग की सेहत के लिए भी अच्छा होता है!...मानसिक बीमारियों के शिकार ज्यादा तर निराशावादी व्यक्ति ही होते है!...बहुत बढ़िया जानकारी...आभार!

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

आशावादिता पर ही जी रहे हैं, वर्ना दुनिया में क्या हमारा है।

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

डायबटीज पर बहुत अच्छी जानकारी मिली .... संग्रहणीय पोस्ट ... आभार