मंगलवार, 28 सितंबर 2010

छटा ऐन्द्रियसंवेदन कुछ दंपत्ति में क्रियाशील रहता है ?

इट्स ट्र्यू !कपल्स शेयर सिक्स्थ सेन्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,सितम्बर २८ ,२०१० ,पृष्ठ १७ )।
साइंसदानों ने अभिनव शोधों से निष्कर्ष निकाला है कुछ पति पत्नी एक दूसरे से दूर रहकर भी एक दूसरे के मन की बात जान लेतें हैं तो इसकी वजह उनके नर्वस सिस्टम्स का ,उनके दिमाग का परस्पर समन्वय ,सिन -क्रो-नाइज़्द होना है ,हार्मनी में आजाना है ।
ऐसा लगता है इन दंपत्तिके शरीर,शरीर किर्याविज्ञान की दृष्टि से एक दूसरे के साथ साथ हो लेतें हैं ,फिजियो लोजिकाली अलाइन हो जातें हैं .यही तो दोनों का सांझा छटा ऐन्द्रिय -बोध (सिक्स्थ सेन्स )बन जाता है ।
सिडनी की यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नो -लोजी(प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय ,सिडनी ) के रिसर्चरों ने बतलाया है वास्तव में कुछ जोड़ों में परस्पर इतना सामंजस्य इतनी ज्यादा हार्मनी (एका )होता है ,इनके दिमाग इनके स्नायुविक तंत्र के साथ एक ताल हो काम करने लगतें हैं .जैसे जिस्म दो हों नर्वस सिस्टम एक ।
यह निष्कर्ष साइंसदानों ने ३० स्वयंसेवियों के दिमाग और हार्ट बीट्स का जायजा लेने के बाद निकालें हैं .यह तमाम जोड़े सलाह मशविरे के लिए कोंसेलार्स के पास नियमित आते थे .इनमे से उन लोगों के दिमाग में एक जैसे पेट- रन्स(पेट्र्न्स )बनते थे दिमागी गतिविधियों के जो एक दूसरे के साथ फिजियो -लोजिकाली अलाइन थे .दूर रहते हुए भी यह लोग एक दूसरे के मन की बात बतला देते थे .ऐसा लगा रिसर्चरों को इनके नर्वस सिसितम हार्मनी में आगएं हैं .

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