शनिवार, 25 सितंबर 2010

पंख खोलकर फड़ -फड़ा कर उड़ता है यह हवाई -जहाज

आल दी राईट स्टफ .कनाडियन रिसर्चर्स हेव मेड दी फस्ट ह्यूमेन पावर्ड ओरनी -थोप -टर(एन एयर क्राफ्ट देट फ्लाईज़ बाई फ्लेपिंग इट्स विंग्स )केपेबिल ऑफ़ फ्लाईंग कंटी -न्युँसली ,ए फीट देट लियो -नार्डो दा विन्ची ओनली ड्रीमड ऑफ़ ही स्केच्द दी फस्ट ह्यूमेन -पावर्ड ओरनी -थोप -टर इन १४८५ (मुंबई मिरर ,साइंस -टेक ,सितम्बर २४ ,२०१० ,पृष्ठ २८ )।
आदमी की दो टांगें आवागमन का सबसे बेहतरीन और कायम रह सकने लायक ज़रिया हैं चाहे वह मेन- पावर साइकिल चलाने में खर्च हो या हवाई -जहाज को पेडलिंग के ज़रिये उड़ाने में खर्च हो .सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन कनाडियन रिसर्चरों ने यह कर दिखाया है .एक ऐसा जहाज हवाई बना लिया है जो हवा में पंख खोल फड़ फड़ा कर उड़ता है और अपना ईंधन (यांत्रिक शक्ति )आदमी की टांगों से पेडलिंग करने से पैदा ऊर्जा से जुटाता है ।
टोरोंटो -विश्वविद्यालय ने यह कर दिखाया है .विमान बनाने और उड़ाने की विद्या वैमानिकी को इतिहास के एक नए मोड़ पर ला खड़ा कर दिया है .एक सपने को साकार कर दिया है सपना था आदमी पक्षियों सा पंख लगाकर उड़ जाए .गीत है :पंख होते तो उड़ आती रे रसिया ओ बालमा ,तोहे दिल का दाग दिखलाती रे ।
एक ओरनी -थोप -टर खड़ा किया गया है .यूनानी भाषा का एक शब्द है :ओर्निथोज़ जिसका अभिप्राय है पक्षी चिड़िया तथा "पटरों" का अर्थ होता है ग्रीस देश की भाषा में विंग (पंख ,विमान का पंख या डैना).जी हाँ यह विमान उड़ते वक्त अपने डैने फड़ -फड़ा- ता है।

इस "स्नो -बर्ड "ने ओंटारियो(कनाडा ) के ग्रेट लेक्स ग्लाइडिंग क्लब में १९.३ सेकिंड्स तक उड़ान के दौरान अपनी ऊंचाई तथा एयर स्पीड को बनाए रखा .२५.६ किलोमीटर्स प्रति घंटा की रफ्तार से उड़कर कुल १४५ मीटर्स की दूरी तय की मात्र १९.३ सेकिंड्स में .टोरोंटो के इंस्टिट्यूट फॉर एयरो -स्पेस स्टडीज़ के इंजीनीयर टोद्द रेइचेर्ट के नेत्रित्व में उनके शरीर से ही ताकत (यांत्रिक शक्ति )जुटा कर उड़ान भरी .ज़ाहिर है पावर और पायलटिंग दोनों रेइचेर्ट की थी .लिओ -नार्डो दा विन्ची ने १४८५ में पंख लगा कर उड़ने की कल्पना प्रस्तुत की थी .एक कलाकार की कल्पना को एक दूसरे कलाकार अभियानकी-विद ने परवाज़ दी है आज ।
स्नो -बर्ड का कुल भार है ४२.६ किलोग्रेम्स (९४पौन्द्स )डैनो का विस्तार है ३२मीतर्स(१०५फ़ीत ).बेशक बोईंग ७०७ का विंग स्पेन भी इतना ही है लेकिन स्नो -बर्ड का भारउसमे ऑन बोर्ड जितने भी पिलोज़ हैं उनसे भी कम है. लाईट वेट और सक्षम वैमानिकी का यह अप्रतिम करिश्मा है .मानवीय शरीर की कूवत (क्षमता ) और प्रेरणा दोनों की संभावना को मूर्त रूप दिया है "स्नो -बर्ड "ने .यक एक प्रेरणा है जो कहती है हर कोई अपनी रचनात्मकता को पंख लगा सकता है .हिम्मते मरदां मदद दे खुदा .

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