शुक्रवार, 17 सितंबर 2010

तों को अन्दर ले जाने के लिए

नाव ,जस्ट फ्रीज़ दी फैट टू फाईट दी फ्लेब (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,सितम्बर ,१७ ,२०१० ,पृष्ठ १९ .)
अमरीकी खाद्य एवं दवा संस्था "ऍफ़ डी ए "ने शरीर पर चढ़ी चर्बी उतारने के लिए दो गैर शल्य प्राविधियों को अपनी मंज़ूरी दे दी है .यह प्रोद्योगिकी वसा को फ्रीज़ करदेगी .इस एवज़ "ज़ेल्तिक "या लेज़र का जेरोना के साथ स्तेमाल किया जाएगा .
इन दोनों ही तरीकों को चर्बी की बड़ी मात्रा उतारने के लिए ईजाद नहीं किया गया है .(जैसा आज लाइपो सक्शन में किया जाता है ).यह टेक्नीक ट्रा -बुल्ड स्पोट्स से चर्बी हठाने के लिए है .लव- हेन -डील्स और बेली- फैट ,से चर्बी हठाने के लिए है यह टेक्नीक ।
तरीका बहुत ही आसान है "ज़ेल्तिक "वसा को अति -शीतिलित (चिल )कर देता है .चिल्ड होकर कोशायें खुद- बा -खुद विनष्ट हो जाती हैं .चंद महीनो में शरीर खुद इन्हें ज़ज्ब कर लेता है ।
जेरोना एक निम्न ऊर्जा वाला लेज़र स्रोत है .यह कोशा की झिल्ली में सूक्ष्म सूराख कर देता है .इन्हीं में से होकर वसीय-पदार्थ बाहर आजाता है .कोशायें दबखप , बुझ जाती हैं .डी -फ्लेट हो जातीं हैं .

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