आग की तरह फैला दो इस वीडियो को......
मंगलवार, 17 सितंबर 2013
2 टिप्पणियां:
- दिगम्बर नासवा ने कहा…
-
कितना विकत कार्य चाहते हैं प्रभू ... दिल, दिमाग दे के कहते हैं किसी से उम्मीद न रखो ... बस निस्वार्थ कर्म करो ...
इस नश्वर शरीर के साथ क्या ये संभव है ...
राम राम जी ... - 17 सितंबर 2013 को 1:22 pm बजे
- रविकर ने कहा…
-
बहुत बहुत आभार आदरणीय-
तीन दिन प्रवास में बीते-
पुन: साधना शुरू की है- सादर- - 17 सितंबर 2013 को 6:47 pm बजे
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
मोदी नाम पे कितना हल्ला ,
सावधान रहना तुम लल्ला ,
सेकुलर बैठे घात लगाए ,
इनसे बचके रहना लल्ला।
16 सितम्बर 2013
मोदी बनाम अडवाणी
मोदी के सर ताज है,अडवाणी कंगाल।
खुद का बोया काटते,काहे करें मलाल ?
काहे करें मलाल,बताया जिन्ना सेकुलर।
तिकड़म सब बेकार, रहे ना हिन्दू कट्टर।
अब काहे रिरियांय,फसल जो पहले बो दी।
कट्टरता का खेत, काटने आए मोदी।।
प्रस्तुतकर्ता संतोष त्रिवेदी
लेबल: अडवाणी, कुण्डलियाँ, भाजपा, मोदी